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DAP खाद की कमी पर सरकार का क्या कहना है | जाने पूरी जानकारी सी रिपोर्ट में

DAP खाद की कमी पर सरकार का क्या कहना है | जाने पूरी जानकारी सी रिपोर्ट में
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किसान साथियो रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही देश भर में डीएपी, यूरिया और अन्य खादों की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। हाल ही में, कुछ मीडिया रिपोर्टों में पंजाब में डीएपी की कमी और इससे रबी फसल पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव के बारे में खबरें सामने आई हैं। हालांकि, केंद्र सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने इन खबरों को गलत बताया है। मंत्रालय का कहना है कि पंजाब राज्य को पहले से ही डीएपी और एनपीके उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध करा दी गई है। सरकार ने फॉस्फोरस और पोटेशियम (पीएंडके) उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि रबी फसल की संभावनाओं पर किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है। इस प्रकार, मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि डीएपी की कमी की खबरें निराधार हैं और किसानों को इन खबरों से भ्रमित नहीं होना चाहिए।

डीएपी और एनपीके खाद का कितना उत्पादन हो रहा है
सरकार ने खाद की उपलब्धता को लेकर किसानों को आश्वस्त किया है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार, डीएपी और एनपीके जैसी खादों का घरेलू उत्पादन अभी अपने उच्चतम स्तर पर है। मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है कि देश में खाद की कोई कमी न हो। विभाग राज्य सरकारों की मांगों और आयात की स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है। रेल मंत्रालय, राज्य सरकारें, बंदरगाह प्राधिकरण और उर्वरक कंपनियां मिलकर इस स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं। इस तरह के समन्वय से यह सुनिश्चित होगा कि किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो सके।

किस कारण DAP खाद का आयात हुआ प्रभावित
जनवरी महीने से लाल सागर में उत्पन्न संकट के कारण डीएपी खाद का आयात प्रभावित हुआ है। इस संकट के चलते उर्वरक जहाजों को दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप के रास्ते होते हुए लगभग 6500 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों के बावजूद, सरकार ने किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए उर्वरक की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की है। लगातार दो कैबिनेट बैठकों में यह फैसला लिया गया कि डीएपी का 50 किलोग्राम का एक बैग किसानों को 1350 रुपये में ही उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार के इस कदम से किसानों को बड़ी राहत मिली है और उन्हें कम कीमत पर उर्वरक मिल पा रहा है।

फिलहाल पंजाब में कितना डीएपी और अन्य खाद उपलब्ध है?
रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के मुताबिक, पंजाब में रबी 2024-25 के मौसम के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। अक्टूबर 2024 के शुरुआत में राज्य में डीएपी, एनपीके और एसएसपी जैसे प्रमुख उर्वरकों का पर्याप्त स्टॉक मौजूद था। इसके अलावा, अक्टूबर के अंत तक केंद्र सरकार ने राज्य में डीएपी, एनपीके और एसएसपी की अतिरिक्त मात्रा भी भेजी। 29 अक्टूबर, 2024 तक पंजाब में डीएपी, एनपीके और एसएसपी की कुल उपलब्धता क्रमशः लगभग 1,91,000 मीट्रिक टन, 77,000 मीट्रिक टन और 87,000 मीट्रिक टन थी। हालांकि, इसी अवधि में लगभग 1,00,000 मीट्रिक टन डीएपी, 28,000 मीट्रिक टन एनपीके और 12,000 मीट्रिक टन एसएसपी की खपत भी हुई। वर्तमान में राज्य में किसानों के लिए लगभग 90,000 मीट्रिक टन डीएपी, 49,000 मीट्रिक टन एनपीके और 76,000 मीट्रिक टन एसएसपी उपलब्ध है। उर्वरक विभाग नवंबर 2024 के पहले सप्ताह में लगभग 50,000 मीट्रिक टन डीएपी की अतिरिक्त आपूर्ति करने की योजना बना रहा है।

नोट:- रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है किसान भाई संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।