Movie prime

बायो डीकंपोजर से घर पर कैसे करें खाद तैयार, जानें इस रिपोर्ट के माध्यम से।

बायो डीकंपोजर से घर पर कैसे करें खाद तैयार, जानें इस रिपोर्ट के माध्यम से।
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

बायो डीकंपोजर से घर पर कैसे करें खाद तैयार, जानें इस रिपोर्ट के माध्यम से।

किसान भाइयों, हम सभी जानते हैं कि खेती में उपजाऊ भूमि की अहम भूमिका होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भूमि की उपजाऊ क्षमता को बनाए रखने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं? आजकल केमिकल उर्वरकों के स्थान पर जैविक उर्वरकों (organic fertilizers) का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इन जैविक उर्वरकों में बायो डीकंपोजर (Bio Decomposer) का उपयोग किसानों के लिए एक बेहतरीन और किफायती विकल्प साबित हो रहा है। बायो डीकंपोजर एक प्रकार का जैविक खाद है, जो खेतों में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के कृषि अवशेषों जैसे- पौधों की जड़ों, पत्तियों, घास और अन्य कार्बनिक सामग्री को तोड़कर उसे पुनः उपयोगी खाद में बदल देता है। यह सिर्फ खेतों की मिट्टी को उपजाऊ बनाता है बल्कि दीमक, वाइट क्रब और अन्य कीटों से भी बचाव करता है। बायो डीकंपोजर के प्रयोग से किसानों को न केवल लागत में बचत होती है, बल्कि इससे भूमि की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। इस रिपोर्ट में हम बायो डीकंपोजर के बारे में विस्तार से जानेंगे, कि यह घर पर किस प्रकार तैयार किया जा सकता है और इसे कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है और यह हमारे खेतों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है। तो चलिए इन सब बातों पर विस्तार से जानने के लिए शुरू करते हैं आज की यह रिपोर्ट।

बायो डीकंपोजर क्या है?

किसान साथियों, बायो डीकंपोजर एक प्रकार का जैविक पदार्थ होता है जिसमें विभिन्न प्रकार के अपघटनी बैक्टीरिया और फंगस होते हैं। इन बैक्टीरिया और फंगस का मुख्य काम यह होता है कि यह मिट्टी में पड़े हुए कार्बनिक पदार्थों का अपघटन करके उन्हें खाद में बदल देते हैं। विशेष रूप से, बायो डीकंपोजर के अंदर सात प्रकार के कवक (fungus) होते हैं, जो इस प्रक्रिया को पूरी तरह से नियंत्रित करते हैं। जब आप बायो डीकंपोजर का इस्तेमाल करते हैं, तो यह उन सभी अवशेषों को जल्दी और प्रभावी तरीके से अपघटित कर देता है और उसमें से निकलने वाले पोषक तत्वों को मिट्टी में मिलाकर उसे उपजाऊ बनाता है।

बायो डीकंपोजर उपयोग

किसान साथियों, जब किसान बायो डीकंपोजर का उपयोग करते हैं, तो कई फायदे होते हैं। यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने का सबसे सस्ता, सरल और लाभदायक उत्पाद है। जब फसल की कटाई के बाद गेहूं, बाजरा, धान आदि की फसलों के बाद खेत में बहुत सारे अवशेष छोड़ जाते हैं। इन अवशेषों के अपघटन में बायो डीकंपोजर मदद करता है और इन्हें जल्दी से खाद में बदल देता है। इससे भूमि में अतिरिक्त अवशेष जमा नहीं होते और कीटों का प्रकोप भी कम होता है। इसके अलावा, जब पुराने फसलों के अवशेष खेतों में पड़े रहते हैं, तो दीमक और सफेद लट (वाइट क्रब) जैसे कीट उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। बायो डीकंपोजर इन अवशेषों का अपघटन करता है और कीटों को पनपने का मौका नहीं मिलता, जिससे फसलें सुरक्षित रहती हैं। बायो डीकंपोजर के इस्तेमाल से मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश आदि की उपलब्धता बढ़ जाती है। इससे पौधों को आवश्यक पोषण मिलता है और उनकी वृद्धि बेहतर होती है। बायो डीकंपोजर का इस्तेमाल गोबर, पशु आहार अवशेष और अन्य कार्बनिक पदार्थों को खाद बनाने में किया जा सकता है। इससे किसान को कम खर्च में उच्च गुणवत्ता वाली खाद मिल जाती है।


खाद कैसे बनाएं 

किसान साथियों, बायो डीकंपोजर का इस्तेमाल करने के लिए आपको एक ड्रम (50 लीटर क्षमता) या बाल्टी की आवश्यकता होती है। यदि आपके पास बड़ी मात्रा में अवशेष हैं तो आप 200 लीटर क्षमता का ड्रम भी इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, आपको गुड़ की आवश्यकता होगी, क्योंकि गुड़ बैक्टीरिया और फंगस को पनपने के लिए खाद्य सामग्री प्रदान करता है। इसका उपयोग करने के लिए आप सबसे पहले ड्रम में पानी भरें और उसमें गुड़ डालें। यदि आप 50 लीटर ड्रम का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो एक किलोग्राम गुड़ डालें। अब इस मिश्रण को अच्छी तरह से घोल लें। फिर इसमें बायो डीकंपोजर की बोतल डालें, जिसमें अपघटन के लिए बैक्टीरिया और फंगस होते हैं। इस मिश्रण को छायादार स्थान पर रखें और हर दिन इसे अच्छी तरह से मिला लें। सात दिन बाद, जब घोल तैयार हो जाए, तो इसे आप गोबर या अन्य कृषि अवशेषों पर डाल सकते हैं। इससे वे अवशेष जल्दी से अपघटित हो जाएंगे और मिट्टी में पोषक तत्व मिल जाएंगे। आप इस घोल को खेतों में सिंचाई के माध्यम से भी डाल सकते हैं, जिससे भूमि में कार्बनिक अवशेषों का अपघटन होगा और दीमक जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा।

बायो डीकंपोजर के फायदे

किसान भाइयों, बायो डीकंपोजर का नियमित रूप से उपयोग करने से आपको कई फायदे हो सकते हैं। इसे अपनाने से आपके खेतों में कीटों और रोगों का प्रभाव कम होगा। इसका उपयोग करने से मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ेगी। इसके उपयोग से आपको उच्च गुणवत्ता वाली खाद प्राप्त होगी, जिससे आपकी फसलों की गुणवत्ता बेहतर होगी। अगर आप डीकंपोजर का उपयोग करते हैं तो आपकी फसल पर आने वाली लागत में कमी आएगी क्योंकि आपको महंगे रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।