अगर गेहूं में 55 मण से कम पैदावार ले रहे हैं तो ये रिपोर्ट देखना जरूरी है
दोस्तो हमारे किसान साथी गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए दिन रात एक कर देते हैं। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि गेहूं का प्रति एकड़ उत्पादन 50 मण से भी कम रह जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो यह रिपोर्ट सिर्फ आपके लिए है । इस रिपोर्ट में हम कुछ ऐसी खादों और सिंचाई की जानकारी आपको देने वाले हैं जो आपके गेहूं के उत्पादन को डेढ़ से दोगुना तक बढ़ा सकते हैं। सही जानकारी लेने के लिए यह रिपोर्ट आपको अंत तक पढ़नी है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
किसान साथियो गेहूं की खेती की खास बात यह है कि आप एक ही तरह की खाद सभी प्रकार की मिट्टी में नहीं डाल सकते। सिंचाई के लिए प्रयोग किया गया पानी भी आपकी खाद के मिक्स को प्रभावित करता है। नहर के पानी और ट्यूबवेल के पानी में बहुत फर्क़ होता है। इनमें अलग अलग पोषक तत्वों की कमी एवं अधिकता होती है जो आपके काड देने के पैटर्न को प्रभावित करती है तो दोस्तो जानते है कि किस मिट्टी के हिसाब से क्या खाद डालनी और पानी के हिसाब से खाद में क्या बदलाव करना है।
उत्पादन बढ़ाने के लिए क्या है जरूरी
किसान साथियों गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी यह है कि आप गेहूं की अगेती की बिजाई कर दें। चूंकि 10 नवंबर तक ही अगेती बुवाई का समय माना जाता है। हम मानते हैं कि अब यह समय जा चुका है लेकिन यहां से आप जितना लेट करेंगे आपका उत्पादन हर दिन 5-10 किलो घटता रहेगा। इसलिए विलंब ना करते हुए जल्दी से जल्दी गेहूं की बुवाई कर दें।
मिट्टी के अनुसार खाद
दोस्तो भारत में गेहूं को अलग अलग प्रकार की मिट्टी में पैदा किया जाता है। हर मिट्टी को अलग अलग पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है लेकिन कुछ ऐसे पोषक तत्व हैं जो सभी किसानों को सभी प्रकार की मिट्टी में डालने चाहिए। मिट्टी चाहे कोई भी हो आप बेसल डोज यानि कि बुवाई के समय DAP एक बैग, पोटाश 25 किलो , यूरिया 15-20 किलो ये सब मिट्टी में डाला जाना चाहिए। यह भी पढ़े :- दिवाली के बाद कैसा रहेगा बासमती धान का बाजार, जानें इस रिपोर्ट में
रेतीली मिट्टी
किसान साथियो जिन किसानों को रेतीली मिट्टी में गेहूं की बुवाई करनी है उनको ध्यान रखना चाहिए कि रेतीली मिट्टी में जिंक की कमी खास तौर पर पाई जाती है इसलिए इस मिट्टी में जिंक की पूर्ति कर देनी चाहिए। जिंक की कमी से आपकी गेहूं रोगग्रस्त हो सकती है। उसमें पीलापन भी आ सकता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि बेसल में जिंक को DAP के साथ कैसे दें? चूंकि ये दोनों आपस में फिक्स हो जाते हैं। इसलिए DAP और जिंक एक साथ ना दें। इसके लिए आप चिलेटिड जिंक का प्रयोग कर सकते हैं।
नमकीन मिट्टी
दोस्तो अगर आपकी मिट्टी नमकीन है या फिर रेह की मिट्टी है। कुछ इलाकों में पानी भी नमकीन रहता है। तो आपको ऐसे खेत के लिए DAP पोटाश और यूरिया के अलावा और सल्फर जरूर डालना चाहिए। सल्फर जमीन के सख्तपने को कम करता है। अगर आप 90% वाला ले रहे हैं तो 5 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से डाल सकते हैं।
काली मिट्टी, दोमट मिट्टी और अन्य चिकनी मिट्टी
साथियो अगर आप गेहूं की खेती काली मिट्टी, दोमट मिट्टी और अन्य भारी मिट्टी में कर रहे हैं तो आप बेसल डोज में DAP एक बैग, या फिर 20-30 किलो DAP मशीन में डाल दें तथा बाकी DAP पहली सिंचाई में दे दें। इसके अलावा पोटाश और सल्फर जरूर डालना चाहिए।
ट्यूबवेल/नहर का पानी और पोषक तत्व
किसान साथियों अगर आप अपने खेत में ट्यूबवेल का पानी कई दिनों से लगा रहे हैं तो आपके खेत में निश्चित रूप से पोटाश की कमी मिलेगी। इस कमी को पूरा करने के लिए आपको पोटाश जरूर से जरुर डालना चाहिए। दूसरी तरफ अगर आप नहर के पानी से सिंचाई करते हैं तो इसमें पोटाश की मात्रा थोड़ी सी कम कर सकते हैं।
उत्पादन बढ़ाने के लिए अन्य सुझाव
किसान साथियों गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए कुछ ऐसी अन्य बातें हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए । सबसे पहले आपको अपनी पुरानी फसल के बच्चे अवशेषों का सही तरीके से प्रबंध करना चाहिए गेहूं की जुताई अच्छे से करनी चाहिए और आप चाहे तो अवशेषों में उड़िया डालकर सिंचाई कर दें इससे फसल के पुराने अवशेष ठीक से डीकंपोज हो जाएंगे । बी का चुनाव करते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए हमेशा हाई यील्ड बी का चुनाव करना चाहिए इसके लिए आप कृषि विशेषज्ञों से मिट्टी के सैंपल के साथ में ले जाकर सलाह ले सकते हैं। बुवाई से पहले बीजों को उपचारित जरूर से जरूर कर लेना चाहिए।
किसान साथियों ऊपर दी गई जानकारी को अगर आप ठीक ढंग से उपयोग में लाते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि आपका उत्पादन डेढ़ गुना तक हो सकता है। इस आर्टिकल में केवल गेहूं बुवाई के समय किए जाने वाले उपायों को बताया गया है। पहली सिंचाई के समय और आने वाले समय में क्या-क्या उपाय किए जाने चाहिए उनकी जानकारी हम आने वाले समय में अपनी रिपोर्ट के माध्यम से देते रहेंगे। अगर आप चाहे तो हमारे यूट्यूब चैनल और फेसबुक ग्रुप के साथ जुड़ सकते हैं
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।