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गेहूं की बुवाई के कितने दिन बाद करें यूरिया का छिड़काव | अधिक पैदावार पाने के लिए जाने सही समय

गेहूं की बुवाई के कितने दिन बाद करें यूरिया का छिड़काव | अधिक पैदावार पाने के लिए जाने सही समय
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किसान साथियो रबी की फसलें लगभग बोई जा चुकी हैं और अब किसान अपनी फसलों को बेहतर बनाने के लिए उर्वरकों का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन उर्वरकों का छिड़काव कब करना चाहिए, यह सवाल हर किसान के मन में आता है। सागर के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक के अनुसार, फसलों पर उर्वरकों का छिड़काव करने का समय बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर यूरिया का छिड़काव। अगर सही समय पर यूरिया का छिड़काव किया जाए तो फसल की पैदावार बढ़ सकती है। इसलिए, किसानों को यह जानना ज़रूरी है कि अपनी फसलों पर यूरिया का छिड़काव कब करना चाहिए ताकि उनकी फसलें स्वस्थ रहें और अच्छी उपज दें।

बुआई के कितने दिन बाद उर्वरक का छिड़काव करे
सागर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. के एस यादव के अनुसार, गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए यूरिया या नैनो यूरिया का छिड़काव बेहद जरूरी है। सिंचित गेहूं की फसल में पहली सिंचाई के 20 से 22 दिन बाद पहली बार यूरिया का छिड़काव करना चाहिए। इसके बाद, हर 40 दिन के अंतराल पर यूरिया का छिड़काव करते रहना चाहिए। यानी, दूसरी सिंचाई के 40 दिन बाद और तीसरी सिंचाई के 60 दिन बाद यूरिया का छिड़काव किया जा सकता है। यह प्रक्रिया गेहूं की फसल को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है और उत्पादन को बढ़ाने में मदद करती है।

नैनो यूरिया का ऐसे करें इस्तेमाल
यूरिया की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने किसानों के लिए नैनो यूरिया का विकल्प पेश किया है। नैनो यूरिया को फसलों पर स्प्रे के माध्यम से छिड़का जाता है। गेहूं की फसल के लिए, बुवाई के लगभग 35 से 40 दिन बाद पहला छिड़काव करना चाहिए और फिर लगभग 60 दिन बाद दूसरा छिड़काव। इस तरह से नैनो यूरिया का इस्तेमाल करने से गेहूं की फसल अच्छी होती है और उत्पादन में वृद्धि होती है। नैनो यूरिया को स्प्रे पंप या ड्रोन के माध्यम से छिड़का जा सकता है।

नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।