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नरमा कपास उत्पादन में भारी गिरावट | क्या बढ़ जाएंगे कॉटन के रेट | देखें रिपोर्ट

नरमा कपास उत्पादन में भारी गिरावट |  क्या बढ़ जाएंगे कॉटन के रेट | देखें रिपोर्ट
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किसान साथियों और व्यापारी भाइयों नरमा कपास का बाजार अब गहराता जा रहा है। सीज़न की शुरुआत से ही उत्पादन कमजोर रहने की बातें हो रही थी लेकिन अब इस बात की पुष्टि हो गई है की उत्पादन कम है। खबर मिली है कि हरियाणा में कॉटन का उत्पादन पिछले वर्षों की तुलना में बड़ी गिरावट के साथ रिकॉर्ड किया गया है। इस गिरावट से किसानों और कपास इंडस्ट्री पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। किसानों को तो नुकसान हुआ ही है साथ ही आम को भी कपड़ों की महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।

आंकड़ों के अनुसार, इस साल कॉटन उत्पादन में 25.96 लाख गांठ की कमी आ सकती है। यह कमी खासतौर पर टेक्सटाइल उद्योग के लिए बड़ी चिंता का एक मुद्दा बन गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक गांठ में 170 किलोग्राम कॉटन होता है।

क्या है कॉटन उत्पादन में गिरावट की वजह
विशेषज्ञों के अनुसार, कॉटन उत्पादन में कमी का मुख्य कारण गुलाबी सुंडी नामक कीट माना जा रहा है, जो अधिकांश कॉटन उत्पादक क्षेत्रों में कहर बरसा रही है। साउथ एशिया बायो टेक्नोलॉजी सेंटर के संस्थापक निदेशक ने बताते हैं कि कीटनाशकों के लगातार प्रयोग के बावजूद इस कीट को नियंत्रित करना कठिन होता जा रहा  है। यह कीट कॉटन के बॉल में घुसकर उसे क्षतिग्रस्त कर देता है, इस समस्या के चलते कई किसान अब कॉटन की खेती करने से पीछे हट रहे हैं।

मार्केट मे कॉटन के भाव कम
कॉटन उत्पादन में कमी का एक और कारण है कि पिछले कुछ सीज़न से किसानों को कॉटन के बाजार में ठीक कीमत नहीं मिल पा रहे थे । इसलिए किसानों ने नरमा कपास को छोड़ कर अन्य फसलों की तरफ अपना रूझान बढ़ा दिया है।  पिछले 2 साल से सरसों और चने के भाव ठीक-ठाक मिल रहे हैं इसलिए किसानों ने नरमा कपास को छोड़कर चना और सरसों की खेती को अपना लिया है। पिछले साल बढ़िया नरमा के भाव 6000 के आसपास थे। कम उत्पादन होने की खबरों के चलते इस साल बाजार में नरमा कपास के भाव ठीक ठाक मिल रहे हैं। मंडियों में इस समय भाव MSP के उपर बने हुए हैं। सरकार ने खरीफ मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए मीडियम स्टेपल कॉटन का एमएसपी 7121 रुपये और लॉन्ग स्टेपल का 7521 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है,  

कॉटन की खेती का घटा रकबा
वर्तमान वर्ष में केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार, भारत में कॉटन का रकबा घटकर 112.75 लाख हेक्टेयर पर आ गया है। यह गिरावट महाराष्ट्र, पंजाब, और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में देखी गई है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में पिछले साल के मुकाबले कॉटन का रकबा 42.2 लाख हेक्टेयर से घटकर 40.8 लाख हेक्टेयर रह गया है। इसी प्रकार पंजाब और राजस्थान में भी कॉटन की खेती के क्षेत्र में कमी दर्ज की गई है,  
 
आयात पर बढ़ती निर्भरता की चिंता
कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री (CITI) के अनुसार, कॉटन उत्पादन में गिरावट से आयात पर निर्भरता बढ़ने की संभावना है। इस समय कॉटन आयात पर 11% ड्यूटी लगाई गई है, जो कपड़ों की कीमतों को प्रतिस्पर्धी बनाए रखने में चुनौती पैदा कर सकती है। उन्होंने कहा कि यदि यह ड्यूटी हटाई जाती है तो कपड़ों की बढ़ती कीमतों को काबू पाया जा सकता है। गौरतलब है कि भारत का कॉटन एरिया दुनियाभर में सबसे अधिक है, लेकिन उत्पादन में यह चीन के बाद दूसरे स्थान पर आता है। भारत में प्रति हेक्टेयर कॉटन की उत्पादकता केवल 436 किलोग्राम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इसे बढ़ाने के लिए किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की आपूर्ति आवश्यक है। साथ ही, गुलाबी सुंडी के नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

मंडियों में क्या मिल रहे हैं भाव

मंडियों में नरमा कपास के ताजे भाव को देखें तो इस समय 08 नवंबर 2024 को विभिन्न मंडियों में नरमा और कपास के रेट में उतार-चढ़ाव देखा गया है। आदमपुर मंडी में नरमा के रेट ₹7700 से ₹7989 तक था , जबकि बरवाला मंडी में यह ₹8100 था । भट्टू मंडी में नरमा की बोली ₹7820 और कपास की बोली ₹8205 रही थी । संगरिया मंडी में नरमा ₹7400 से ₹8012 तक बिक रहा था , जबकि जैतसर मंडी में नरमा का रेट ₹7900+ थी  गोलूवाला मंडी में नरमा ₹6300 से ₹7850 और कपास ₹7900 तक बिक रहा था , वहीं डबवाली मंडी में नरमा ₹7900 था । सिरसा मंडी में नरमा ₹7700 से ₹8019 तक और कपास ₹8000 से ₹8200 तक बिक रहा था । ऐलनाबाद मंडी में नरमा ₹7650 से ₹7885 और कपास ₹7800 से ₹8000 तक बिक रहे था ।  
मध्य प्रदेश की विभिन्न मंडियों में नरमा कपास के भाव इस प्रकार थे: धार जिले की मनावर मंडी में कपास ₹6571 प्रति क्विंटल, खंडवा मंडी में ₹7486 प्रति क्विंटल, खरगोन मंडी में ₹7601 प्रति क्विंटल, खरगोन जिले की बडवाह मंडी में ₹7220 प्रति क्विंटल, करही मंडी में ₹7034 प्रति क्विंटल, और सेगांव मंडी में ₹6750 प्रति क्विंटल था। रतलाम की सैलान मंडी में कपास ₹9700 से ₹10300 प्रति क्विंटल, अलीराजपुर मंडी में ₹7000 प्रति क्विंटल, धार जिले की धामनोद मंडी में ₹7260 प्रति क्विंटल, अलीराजपुर जिले की जोबाट मंडी में ₹6500 प्रति क्विंटल, बडवानी जिले की अनजड़ मंडी में ₹6725 प्रति क्विंटल और खेतिया मंडी में ₹7275 प्रति क्विंटल था।

और आज 09 नवंबर 2024 को मंडियों में नरमा कपास का भाव ऐलनाबाद मंडी में नरमा का भाव 7690 से 7940 रुपये और कपास का भाव 8100 से 8300 रुपये के बीच रहा। सिरसा मंडी में नरमा का रेट 5100 से 8008 रुपये और कपास का भाव 8000 से 8150 रुपये तक देखा गया। आदमपुर मंडी में नरमा का भाव 7966 रुपये बोली में और 7925 रुपये में रहा। वहीं, कालांवाली मंडी में नरमा का भाव 7925 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।