सरसों खल के निर्यात के आंकड़े हुए जारी | जाने भाव पर क्या पड़ेगा असर
मस्टर्ड डीओसी निर्यात रिपोर्ट (मार्च 2024 vs मार्च 2025)
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों हमारे बहुत सारे किसान साथी और व्यापारी भाई हैं जो यह जानना चाहते हैं कि भारतीय खल के बाजार में क्या चल रहा है। रेट तो हम आपको डेली बात ही रहे हैं आज की रिपोर्ट में हम आपको भारत से किए गए निर्यात का डेटा दे रहे हैं
चीन:
साथियों निर्यात के इस डाटा से साफ़ पता चलता है कि चीन जहां पर भारत की उपस्थिति जीरो थी अब वहां पर अच्छा खासा निर्यात होने लगा है। चीन में मस्टर्ड डीओसी का निर्यात मार्च 2024 में शून्य था, जबकि मार्च 2025 में यह 36,703 टन तक पहुंच गया है। इसका मतलब है कि भारत ने चीन को मस्टर्ड डीओसी का निर्यात शुरू किया है, जिससे भारत के निर्यात में वृद्धि हो रही है। चीन से निकल रही इस डिमांड ने सरसों कल के बाजार को पंख लगा दिए हैं।
दक्षिण कोरिया:
दक्षिण कोरिया को मस्टर्ड डीओसी का निर्यात मार्च 2024 में 22,862 टन था, जो मार्च 2025 में 67,478 टन तक पहुंच गया है। इस प्रकार, दक्षिण कोरिया में निर्यात में 195% की वृद्धि देखी गई है, जो बहुत बड़ी सफलता है। इसे सरसों के किसानो और व्यापारियों के मन में उम्मीद जगाने वाली सफ़लता कहा जा सकता है।
थाईलैंड:
थाईलैंड से उतने उत्साह बढ़ाने वाले संकेत नहीं मिले हैं। थाइलैंड को निर्यात मार्च 2024 में 26,797 टन था, जबकि मार्च 2025 में यह घटकर 16,835 टन हो गया है। इस प्रकार थाईलैंड को निर्यात में 37% की गिरावट आई है।
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फिलीपीन्स:
फिलीपीन्स को निर्यात मार्च 2024 में 1,802 टन था, जो मार्च 2025 में 3,162 टन हो गया है। इस प्रकार फिलीपीन्स में निर्यात में 75% की वृद्धि देखी गई है।
वियतनाम:
वियतनाम को निर्यात मार्च 2024 में 25,790 टन था, जो मार्च 2025 में घटकर 19,608 टन हो गया है। यहां निर्यात में 24% की गिरावट आई है।
जापान:
जापान को निर्यात मार्च 2024 में 206 टन था, जो मार्च 2025 में बढ़कर 312 टन हो गया है। जापान में निर्यात में 51% की वृद्धि हुई है।
इंडोनेशिया:
इंडोनेशिया को निर्यात मार्च 2024 में 4,182 टन था, जो मार्च 2025 में बढ़कर 5,157 टन हो गया है। यहां निर्यात में 23% की वृद्धि देखी गई है।
मलेशिया:
मलेशिया को निर्यात मार्च 2024 में 1,921 टन था, जो मार्च 2025 में घटकर 713 टन हो गया है। मलेशिया में निर्यात में 63% की गिरावट आई है।
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ताइवान:
ताइवान को निर्यात मार्च 2024 में 2,140 टन था, जो मार्च 2025 में घटकर 1,077 टन हो गया है। इस प्रकार ताइवान में निर्यात में 50% की गिरावट आई है।
म्यांमार:
म्यांमार को निर्यात मार्च 2024 में 905 टन था, जो मार्च 2025 में 1,015 टन तक पहुंच गया है। यहां निर्यात में 12% की वृद्धि हुई है।
कंबोडिया:
कंबोडिया को निर्यात मार्च 2024 में 6,959 टन था, जो मार्च 2025 में घटकर 3,402 टन हो गया है। कंबोडिया में निर्यात में 51% की गिरावट आई है।
बांगलादेश:
बांगलादेश को निर्यात मार्च 2024 में 80,025 टन था, जो मार्च 2025 में घटकर 36,900 टन हो गया है। बांगलादेश में निर्यात में 54% की गिरावट आई है।
नेपाल:
नेपाल को मार्च 2024 में मस्टर्ड डीओसी का निर्यात शून्य था, लेकिन मार्च 2025 में 84 टन का निर्यात हुआ है।
कुल निर्यात:
मार्च 2024 में कुल निर्यात 1,73,589 टन था, जो मार्च 2025 में बढ़कर 1,92,446 टन हो गया है। यह 11% की कुल वृद्धि को दर्शाता है।
ओवर ऑल रूझान
भारत के मस्टर्ड डीओसी निर्यात में कुल मिलाकर 11% की वृद्धि हुई है, हालांकि कुछ देशों में निर्यात में गिरावट भी आई है, जैसे मलेशिया, थाईलैंड, ताइवान, और बांगलादेश। लेकिन दक्षिण कोरिया, फिलीपीन्स, जापान और इंडोनेशिया जैसे देशों में निर्यात में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। टेरिफ वार के इस दौर में चीन के साथ निर्यात की शुरुआत एक सकारात्मक कदम है। भारत को खल निर्यात का एक नया बाजार मिला है। अगर इस बाजार को ठीक से एक्सप्लोर किया जाए तो यह बाजार में बड़ी मजबूती ला सकता है
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।