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ट्रैक्टर चलाते हैं तो जान लें ये नियम | नहीं तो लग सकता है एक लाख तक जुर्माना

ट्रैक्टर चलाते हैं तो जान लें ये नियम | नहीं तो लग सकता है एक लाख तक जुर्माना
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नमस्कार किसान भाइयों, हमारे देश में खेती के कार्यों के लिए ट्रैक्टर को किसान का सबसे भरोसमंद और सच्चा हमसफर कहा जाता है। ट्रैक्टर के द्वारा किसान न केवल अपनी फसल की जुताई-बिजाई का कार्य करते हैं, बल्कि फसल को निकालने के बाद घर लाना या मंडी में ले जाने का कार्य भी ट्रैक्टर के द्वारा ही किया जाता है। इसके अतिरिक्त, किसान ट्रैक्टर का उपयोग सिंचाई, फसल की कटाई और कढ़ाई में भी करते हैं। कृषि क्षेत्र से जुड़ी किसानों की अधिकतर समस्याओं का समाधान किसान ट्रैक्टर के द्वारा ही करते हैं। ट्रैक्टर किसान के लिए एक पुत्र की तरह कार्य करता है, इसलिए इसे किसान का पुत्र भी कहा जाता है क्योंकि यह खेती के कामों के लिए सबसे उत्तम और जरूरी मशीनरी है। भारत सरकार ने भी कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ट्रैक्टर के नियमों में कुछ विशेष छूट प्रदान की हैं, लेकिन कुछ किसानों ने ट्रैक्टर को कृषि कार्यों के अलावा भी प्रयोग करना शुरू कर दिया है।

कई किसानों को ट्रैक्टर का उपयोग करने और उसे चलाने के सही नियमों के बारे में जानकारी नहीं है, जिसके कारण वे अपने ट्रैक्टर का चालान भी कटवा सकते हैं। यदि आपने सही नियमों का पालन नहीं किया, तो आपको जुर्माने के तौर पर भारी रकम अदा करनी पड़ सकती है। ट्रैक्टर हमारे किसानों के लिए खेती के कामों का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन इसे चलाने के लिए कुछ नियम और शर्तों का पालन करना भी आवश्यक है। सरकार ने ट्रैक्टर के लिए कुछ विशेष कानून बनाए हैं। अगर किसान इन नियमों की अनदेखी करते हैं, तो उन्हें जुर्माने के तौर पर मोटी रकम अदा करनी पड़ सकती है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि किसान अपने ट्रैक्टर का पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य नियमों का सावधानी से पालन करें। इसके अतिरिक्त, किसान ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग सिर्फ खेती के कामों तक ही सीमित रखें। आज की रिपोर्ट में हम ट्रैक्टर चलाने के नियम और नियमों का उल्लंघन करने पर लगने वाले भारी-भरकम जुर्माने के बारे में चर्चा करेंगे। तो, ट्रैक्टर के नियमों के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ते हैं आज की यह रिपोर्ट।

ट्रैक्टर का पंजीकरण
किसान भाइयों, आपके लिए यह जानना बहुत ही जरूरी है कि अधिकतर ट्रैक्टर खेती के कामों के लिए ही पंजीकृत होते हैं। खेती के कामों के लिए पंजीकृत ट्रैक्टर को आप सिर्फ कृषि से जुड़े कामों के लिए ही उपयोग कर सकते हैं। सरकारी नियमों के अनुसार, यदि आप अपने ट्रैक्टर का प्रयोग व्यावसायिक कार्यों, जैसे माल ढोने या अन्य गैर-कृषि कामों के लिए करते हैं, तो इसके लिए आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। अगर आप नियमों से बाहर ट्रैक्टर का प्रयोग करते हैं, तो आपको भारी रकम जुर्माने के तौर पर अदा करनी पड़ सकती है। ट्रैक्टर का उपयोग खेती के कार्यों के अलावा किसी अन्य कार्य, विशेषकर व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए करने पर कई तरह के नियम लागू होते हैं। यदि आप ट्रैक्टर ट्रॉली का इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए करते हैं, तो ओवरलोडिंग, फिटनेस और परमिट होना बहुत ही जरूरी है। यदि इनमें से किसी भी दस्तावेज़ में कमी पाई जाती है, तो ट्रैक्टर मालिक का चालान काट दिया जाता है। इस जुर्माने की रकम अलग-अलग परिस्थितियों में ₹1,00,000 तक हो सकती है। आप खेती के कामों के लिए भी ट्रॉली का उपयोग ओवरलोडिंग के रूप में नहीं कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो उसका भी आपको जुर्माना देना पड़ सकता है।

सवारियों को ढोने पर भारी जुर्माना
किसान भाइयों, नियमों के अनुसार ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग सिर्फ खेती के कामों तक सीमित होना चाहिए। अगर आप ट्रॉली का उपयोग सवारी ढोने या किसी अन्य काम भाड़े पर करने के लिए करते हैं, तो यह भी नियमों के खिलाफ माना जाएगा और इस अवस्था में आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई हो सकती है। यदि किसी ट्रैक्टर ट्रॉली में सवारियां ढोई जा रही हैं, तो नियमों के अनुसार आपको ₹2,000 प्रति सवारी के हिसाब से जुर्माना देना पड़ सकता है। सरकार ने ट्रैक्टर पर छूट सिर्फ किसानों को उनके कृषि कार्यों के लिए दी है, लेकिन अगर आप इसका उपयोग किसी अन्य कामों के लिए करते हैं, तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है।

ट्रॉली का पंजीकरण
किसान साथियों, आपको ट्रैक्टर के साथ ट्रॉली का भी पंजीकरण अवश्य करवाना चाहिए। ट्रॉली का पंजीकरण करवाना अत्यंत आवश्यक है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं और आप ट्रॉली का उपयोग कर रहे हैं, तो परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा आपकी ट्रॉली को जब्त किया जा सकता है और चालान के तौर पर आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है। ट्रॉली का पंजीकरण करवाने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि आप इसका प्रयोग सही नियमों और तरीके के अनुसार कर रहे हैं। साथ ही, यदि आपकी ट्रॉली विपरीत परिस्थितियों में गुम हो जाती है या चोरी हो जाती है, तो एफआईआर के माध्यम से उसे ढूंढने में आसानी रहती है। इसके लिए आपकी ट्रॉली का पंजीकरण होना अनिवार्य है।

ट्रैक्टर की मूल संरचना में परिवर्तन पर सख्ती
किसान साथियों, नियमों के अनुसार आप ट्रैक्टर की मूल संरचना में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं कर सकते हैं। ऐसा करने पर सख्त कानून बनाए गए हैं। यदि कोई किसान अपने ट्रैक्टर की मूल संरचना में बदलाव करता है, तो उसे भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है। ट्रैक्टर की मूल संरचना में बदलाव करने पर ₹1,00,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसलिए किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपने ट्रैक्टर की संरचना में बिना किसी तकनीकी सलाह या अनुमति के कोई बदलाव न करें।

ड्राइविंग लाइसेंस
दोस्तों, किसी भी वाहन को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत होती है, और यह नियम ट्रैक्टर चलाने पर भी लागू होता है। ट्रैक्टर चलाने के लिए लाइट मोटर व्हीकल (LMV) ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है। LMV लाइसेंस धारक 7,500 किलोग्राम तक के वाहन चला सकते हैं। इसका मतलब है कि ट्रैक्टर चलाने के लिए भी किसानों को लाइसेंस की आवश्यकता होती है। बिना लाइसेंस के ट्रैक्टर चलाना न केवल गैर-कानूनी है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसीलिए, यदि आपके पास ट्रैक्टर है और आपके पास लाइसेंस नहीं है, तो आप लाइसेंस अवश्य बनवा लें और सरकारी नियमों का अच्छे से पालन करें।

इंश्योरेंस
किसान भाइयों, अगर आप खुद को और अपने परिवार को एक सुरक्षित जीवन प्रदान करना चाहते हैं, तो आपको अपने ट्रैक्टर का बीमा अवश्य करवाना चाहिए। ट्रैक्टर का बीमा होने से किसी भी दुर्घटना की अवस्था में आप होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। बीमा न होने की अवस्था में, आपका तो नुकसान होगा ही, साथ ही परिवहन नियमों के अनुसार आपको जुर्माने के तौर पर भी भारी भुगतान करना पड़ सकता है। अगर आपने अपने ट्रैक्टर का बीमा करवा रखा है, तो आप अपने नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी से क्लेम करके वसूल कर सकते हैं। इसीलिए, आपको ट्रैक्टर का बीमा करवाना भी अत्यंत आवश्यक है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

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