राज्य के इन जिलों में खुल सकती है पहली IIT | जाने किन लोगों को होगा फायदा
दोस्तों हरियाणा सरकार प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को एक नए स्तर पर ले जाने की योजना बना रही है। इस क्रम में, राज्य सरकार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की स्थापना की दिशा में गंभीरता से प्रयास कर रही है। यह संस्थान प्रदेश में उच्च तकनीकी शिक्षा का केंद्र बनेगा और इससे छात्रों को बेहतरीन अवसर मिलेंगे। सरकार ने इस परियोजना को गति देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) और संस्थान निदेशालय से निर्देश प्राप्त किए हैं। अब तकनीकी शिक्षा विभाग इस योजना को मूर्त रूप देने में जुट गया है। अधिकारियों द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों (DC) को पत्र लिखकर आवश्यक भूमि की मांग की गई है। हालांकि, इस प्रक्रिया में कुछ बाधाएं भी आ रही हैं, जिनमें सबसे बड़ी समस्या भूमि अधिग्रहण से जुड़ी हुई है। सरकार ने IIT की स्थापना के लिए न्यूनतम 300 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने की शर्त रखी है।
IIT के लिए स्थान चयन की प्रक्रिया
IIT स्थापित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू उपयुक्त भूमि का चयन है। इसके लिए राज्य के अलग-अलग जिलों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। सरकार चाहती है कि यह संस्थान ऐसी जगह पर बने जहाँ बुनियादी सुविधाएँ पहले से उपलब्ध हों और भविष्य में इसे और विकसित किया जा सके। हालांकि, भूमि अधिग्रहण की चुनौती सरकार के सामने बड़ी समस्या बनी हुई है। हरियाणा में तेजी से बढ़ते शहरीकरण के कारण बड़ी मात्रा में सरकारी भूमि सीमित हो गई है, जिससे उपयुक्त स्थान खोजना कठिन हो गया है। जिन जिलों में इस परियोजना के लिए भूमि उपलब्ध करवाई जा सकती है, वहाँ स्थानीय लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। कुछ क्षेत्रों में किसान अपनी भूमि देने के लिए सहमत नहीं हैं, वहीं कुछ स्थानों पर सरकार को पर्याप्त भूखंड एकत्र करने में मुश्किल हो रही है। इसके चलते राज्य सरकार को कुछ वैकल्पिक स्थानों पर विचार करना पड़ रहा है, ताकि बिना किसी विवाद के इस संस्थान की स्थापना हो सके।
सांसदों के बीच बढ़ती लॉबिंग और प्रतिस्पर्धा
हरियाणा में IIT की स्थापना को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर निर्णय लेंगी, लेकिन इससे पहले राजनीतिक गलियारों में जोरदार लॉबिंग शुरू हो गई है। प्रदेश के कई सांसद इस प्रतिष्ठित संस्थान को अपने संसदीय क्षेत्र में स्थापित कराने के लिए प्रयासरत हैं। सभी का तर्क है कि IIT उनके क्षेत्र में बनने से स्थानीय युवाओं को शिक्षा और रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। वर्तमान में हरियाणा से तीन केंद्रीय मंत्री हैं—करनाल से मनोहर लाल, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से कृष्ण पाल गुर्जर। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि IIT इन्हीं तीनों जिलों में से किसी एक में स्थापित हो सकता है। हालांकि, अन्य जिलों के जनप्रतिनिधि भी इस दौड़ में शामिल हो गए हैं और अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। यह प्रतिस्पर्धा यह दर्शाती है कि इस संस्थान की स्थापना से संबंधित निर्णय लेना सरकार के लिए आसान नहीं होगा।
किन स्थानों पर बनेगा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT)
IIT की स्थापना के लिए जिन स्थानों पर विचार किया जा रहा है, उनमें भिवानी और हिसार के नाम भी प्रमुखता से सामने आ रहे हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह इस संस्थान को अपने क्षेत्र में स्थापित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने सरकार के समक्ष कई प्रस्ताव भी रखे हैं, ताकि इस परियोजना को अपने इलाके में लाया जा सके। इसके अलावा, हिसार से पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा भी इसे अपने क्षेत्र में स्थापित करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
हिसार एक प्रमुख शैक्षणिक और औद्योगिक केंद्र माना जाता है। वहाँ पहले से कई तकनीकी शिक्षण संस्थान हैं, जिससे IIT स्थापित होने पर इसका तेजी से विस्तार संभव है। हाल ही में गुरु दक्ष राजकीय पॉलिटेक्निक के स्टाफ ने भी IIT को अपने क्षेत्र में स्थापित करवाने के लिए कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा से मुलाकात की है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि विभिन्न जिलों के नेता और संस्थान इस परियोजना को अपने क्षेत्र में स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इस संस्थान के बनने से स्थानीय युवाओं को बेहतरीन करियर अवसर मिलेंगे। साथ ही, इससे हरियाणा के औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा। आईटी और तकनीकी कंपनियाँ यहाँ पर अपने केंद्र स्थापित करने में रुचि दिखा सकती हैं, जिससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे। इसके अलावा, IIT की स्थापना से आसपास के क्षेत्रों में बुनियादी ढाँचे का भी तेजी से विकास होगा। नए शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊँचाई तक पहुँचेगा।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।