दिल्ली NCR के इस इलाके में बनेगा बाईपास | जाम की समस्या होगी खत्म
दिल्ली NCR के इस इलाके में बनेगा बाईपास | जाम की समस्या होगी खत्म
दोस्तों, दिल्ली से सटे हुए बहादुरगढ़ शहर में एक अहम प्रोजेक्ट का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इस प्रोजेक्ट का नाम है उत्तरी बाईपास, जिसे लेकर शहरवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। क्योंकि शहर की बढ़ती हुई ट्रैफिक समस्या और जाम की वजह से लोगों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर उन लोगों के लिए जो शहर के बीच से होकर यात्रा करते हैं। अब इस उत्तरी बाईपास के निर्माण से शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रियों को राहत मिलेगी। बाईपास का निर्माण इस तरह से किया जाएगा कि इससे न सिर्फ ट्रैफिक कम होगा, बल्कि आसपास के कई गांवों के लोगों को भी इसका फायदा होगा। इस परियोजना के लिए लगभग 77 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आया है और लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इसे मंजूरी के लिए भेज दिया है। आगामी मार्च महीने में इस परियोजना के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे और अप्रैल तक इस सड़क निर्माण का काम शुरू हो सकता है। यहां पर सड़क निर्माण की यह परियोजना न सिर्फ शहर के लोगों के लिए वरदान साबित होगी, बल्कि इसका असर पूरे इलाके पर होगा। उत्तरी बाईपास का निर्माण बहादुरगढ़ शहर और इसके आसपास के इलाकों के लिए एक बहुत ही जरूरी और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम की समस्या हल होगी, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल शहरवासियों को राहत मिलेगी, बल्कि यह ग्रामीण इलाकों के विकास में भी मदद करेगा। उम्मीद की जाती है कि इस बाईपास के निर्माण से बहादुरगढ़ एक नई दिशा में आगे बढ़ेगा और यह परियोजना शहरवासियों के लिए एक उपहार साबित होगी। तो चलिए इस बाईपास के बारे में और अधिक जानने के लिए पढ़ते हैं यह रिपोर्ट।
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उत्तरी बाईपास निर्माण कार्य
दोस्तों, इस उत्तरी बाईपास के निर्माण में कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। सबसे पहले, इस परियोजना में इस्कॉन मंदिर के पास स्थित एक ड्रेन के हिस्से को पूरी तरह से बदलने की योजना है। ड्रेन के चारों ओर बॉक्स सिस्टम डाला जाएगा, जिससे सड़क के ऊपर से इस ड्रेन को कवर किया जा सके। इसके अलावा, इस मार्ग पर पुलों का निर्माण भी किया जाएगा, जो ट्रैफिक की गति को बढ़ाने और वाहनों को आसान तरीके से आवागमन की सुविधा प्रदान करेंगे। क्योंकि इस बाईपास का मुख्य उद्देश्य यह है कि शहर की मुख्य सड़कों से ट्रैफिक को हटाकर एक वैकल्पिक मार्ग दिया जाए, जिससे शहर के भीतर जाम की समस्या कम हो सके।
सड़क और पुल निर्माण कार्य
साथियों, उत्तरी बाईपास में प्रमुख कार्यों में से एक होगा, सड़क और पुलों का निर्माण। इस परियोजना में 11 पुलों का निर्माण किया जाएगा, जो मार्ग को सुगम और सुरक्षित बनाएंगे। इसके अलावा, जहां पर ड्रेन से जुड़ी समस्याएं हैं, वहां सीमेंट और कंक्रीट की रिटेनिंग दीवारें (CC Walls) बनायी जाएंगी। खासकर बराही गांव के पास इस तरह की दीवारें पहले ही तैयार की जा चुकी हैं, ताकि वहां की भूमि सुरक्षित और स्थिर रहे। यह दीवारें न केवल सुरक्षा प्रदान करेंगी, बल्कि पानी की निकासी को भी सुनिश्चित करेंगी, जिससे मार्ग पर किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी। इसके अलावा, इस बाईपास की खासियत यह है कि इसे बनाने के दौरान, इस्कॉन मंदिर को बचाया जाएगा। मंदिर के हिस्से को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित रखा जाएगा और बाईपास का निर्माण उसके आसपास किया जाएगा। इसके लिए विशेष तकनीकी उपायों का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि मंदिर का अस्तित्व बना रहे और साथ ही सड़क का निर्माण भी सुचारू रूप से हो सके।
गांवों को मिलेगा फायदा
दोस्तों, उत्तरी बाईपास का निर्माण न सिर्फ बहादुरगढ़ शहर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके आसपास के कई गांवों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा। यह बाईपास उन गांवों के लोगों को एक बेहतर और सुरक्षित मार्ग प्रदान करेगा, जो शहर से बाहर जाने के लिए अक्सर जाम में फंसते हैं। विशेषकर लाइनपार के लोग इस बाईपास से लाभान्वित होंगे, क्योंकि अब उन्हें शहर के भीतर से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। इस परियोजना से कई गांवों के लोगों को यह फायदा होगा कि उनका समय बचेगा और उन्हें ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही, बाईपास के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि अब व्यापारियों और कारोबारियों के लिए भी इस मार्ग से जाना आसान हो जाएगा। इसके अलावा, परनाला गांव के पास एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा, जो लोगों के लिए एक और सुविधा का कारण बनेगा।
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समय सीमा और बजट
साथियों, सरकार द्वारा इस उत्तरी बाईपास के निर्माण के लिए अनुमानित 77 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। यह प्रोजेक्ट अगले कुछ महीनों में शुरू होने की संभावना है, और 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही मंजूरी मिलती है, टेंडर जारी किए जाएंगे और काम की शुरुआत की जाएगी। विभागीय अधिकारी अनिल रोहिल्ला के मुताबिक, इस परियोजना का कार्य अप्रैल में शुरू हो सकता है और इसे पूरी तरह से इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा, इस परियोजना के तहत 11 पुलों का निर्माण, सड़क निर्माण, और अन्य बुनियादी ढांचे के काम किए जाएंगे, जो क्षेत्रीय विकास को एक नया दिशा देंगे।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।