आरबीआई के इस एलान के बाद घर खरीदना होगा सस्ता | जानें कितनी घटी ब्याज दर
Feb 17, 2025, 11:07 IST
आरबीआई के इस एलान के बाद घर खरीदना होगा सस्ता | जानें कितनी घटी ब्याज दर
साथियों, अगर आप भी घर खरीदने या होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अब आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है! क्योंकि अब आप घर खरीदने के लिए कम ब्याज दरों पर होम लोन ले सकते हैं। जी हां, आप सही सुन रहे हैं! स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने होम लोन और अन्य लोन की ब्याज दरों में कमी करने का फैसला किया है। इससे न केवल EMI (मासिक किस्त) कम होगी, बल्कि आपका लोन चुकाने का बोझ भी हल्का होगा। ये बदलाव खासकर उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं जिनका लोन फ्लोटिंग रेट (floating rate) पर है। साथ ही, इस निर्णय के बाद नए होम लोन लेने वालों को भी आकर्षक ब्याज दरें मिलेंगी। यह कदम तब उठाया गया है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट (repo rate) में 0.25% की कमी की घोषणा की थी। इसके बाद, SBI ने भी अपनी External Benchmark Lending Rate (EBLR) और Repo Linked Lending Rate (RLLR) में कटौती का ऐलान किया है। 15 फरवरी 2025 से लागू होने वाली इस नई ब्याज दर से ग्राहकों को राहत मिलेगी और वे कम EMI के साथ अपने लोन की किस्त चुकता कर पाएंगे। तो चलिए जानते हैं SBI की नई ब्याज दरें क्या हैं और उन्होंने अपनी ब्याज दरों में कितनी कटौती की है, और होम लोन पर आपको कितना फायदा होने वाला है, इन सब बातों को विस्तार से जानते हैं इस रिपोर्ट में।
SBI के ब्याज दर में कटौती का असर
दोस्तों, जब कोई बड़ा बैंक जैसे SBI ब्याज दरों में कटौती करता है, तो इसका सीधा असर ग्राहकों की EMI और लोन की कुल लागत पर पड़ता है। 15 फरवरी 2025 से लागू होने वाली नई ब्याज दरों के बाद, SBI के EBLR और RLLR दोनों में 0.25% की कमी की गई है। इसका मतलब है कि अगर आपका लोन इन दोनों दरों से जुड़ा हुआ है, तो आपको कम ब्याज का भुगतान करना होगा। नई EBLR दर अब 9.15% से घटकर 8.90% हो गई है। वहीं, RLLR दर 8.75% से घटकर 8.50% हो गई है। इसका सबसे बड़ा फायदा उन ग्राहकों को होगा जिनके लोन इन दरों पर आधारित हैं। इसका मतलब यह है कि आपको मासिक किस्त में राहत मिल सकती है।
EMI में क्या होगा बदलाव
दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं, EMI लोन की राशि ब्याज दर पर आधारित होती है। ब्याज दर में कमी होने से मासिक किस्त में भी कमी आ सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आपने 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है और आपकी ब्याज दर 9.15% थी, तो अब वही लोन 8.90% की दर पर मिलेगा। इससे आपकी EMI कम हो सकती है, और इस तरह से आपको हर महीने कम राशि चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा, अगर आप चाहें तो अपने लोन की अवधि (loan tenure) को भी कम कर सकते हैं। इससे आप जल्दी अपना लोन चुकता कर पाएंगे और कुल ब्याज की लागत भी कम हो जाएगी। इसलिए यह फैसला खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके पास फ्लोटिंग रेट होम लोन है।
क्या पुरानी ब्याज दरें खत्म
दोस्तों, यहां यह जानना जरूरी है कि बैंक ने केवल EBLR और RLLR दरों में ही कटौती की है। इसका मतलब यह है कि जो लोग MCLR (Marginal Cost of Lending Rate), Base Rate, या BPLR पर आधारित लोन ले रहे हैं, उन्हें इस कटौती का कोई लाभ नहीं मिलेगा। हालांकि, अगर आपका लोन इन दरों से जुड़ा हुआ है, तो आप बैंक से संपर्क कर सकते हैं और इसे EBLR या RLLR से लिंक करवाने का विकल्प चुन सकते हैं।
नए ग्राहकों को क्या फायदा होगा
साथियों, अगर आप नए होम लोन के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो SBI का यह नया ब्याज दर ऑफर आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है। नई दरों के तहत, आपको पहले से बेहतर ब्याज दर मिल सकती है, जिससे आपका लोन अधिक किफायती हो जाएगा। SBI द्वारा की गई इस कटौती के बाद, बैंक का होम लोन कई अन्य बैंकों के मुकाबले ज्यादा आकर्षक हो सकता है। इसके अलावा, नए ग्राहकों के लिए SBI ने लोन की अवधि (tenure), EMI और लोन की कुल लागत को कम करने के कई विकल्प भी प्रदान किए हैं। इससे आपको लोन चुकाने में आसानी हो सकती है, और आपकी financial planning भी मजबूत हो सकती है।
ग्राहकों को कैसे फायदा मिलेगा
दोस्तों, जो ग्राहक पहले से SBI से होम लोन ले चुके हैं, उन्हें भी इस नई दरों का फायदा मिल सकता है। इन ग्राहकों के लिए EMI का पुनर्मूल्यांकन (revaluation) किया जा सकता है। इसका मतलब है कि अगर आपके लोन की ब्याज दर कम हुई है, तो आपकी EMI भी घट सकती है। आप इस कटौती को तुरंत अपने लोन खाते में लागू कराने के लिए बैंक से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपके पास लंबी अवधि का लोन है, तो आपको loan refinancing का विकल्प भी मिल सकता है। यानी आप अपने पुराने लोन को फिर से SBI से re-finance करवा सकते हैं, ताकि नई ब्याज दरों के तहत आपको कम भुगतान करना पड़े।
क्या अन्य बैंकों के ऑफर
साथियों, अगर आप घर खरीदने के लिए लोन लेने का सोच रहे हैं, तो SBI के नए ब्याज दरों से पहले, अन्य बैंकों के लोन ऑफर को भी देखें। कई बार, विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों में मामूली फर्क होता है, जो कि आपकी total loan cost पर असर डाल सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी लोन को लेने से पहले विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के ब्याज दरों और शर्तों की तुलना करें। इसके अलावा, SBI का ब्याज दर में कटौती का यह फैसला निश्चित रूप से उन ग्राहकों के लिए एक राहत की बात है जिनके पास floating rate home loans हैं। नई दरें लागू होने के बाद, न केवल मासिक किस्तें कम होंगी, बल्कि लोन की कुल लागत भी घटेगी।
साथियों, अगर आप भी घर खरीदने या होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अब आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है! क्योंकि अब आप घर खरीदने के लिए कम ब्याज दरों पर होम लोन ले सकते हैं। जी हां, आप सही सुन रहे हैं! स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने होम लोन और अन्य लोन की ब्याज दरों में कमी करने का फैसला किया है। इससे न केवल EMI (मासिक किस्त) कम होगी, बल्कि आपका लोन चुकाने का बोझ भी हल्का होगा। ये बदलाव खासकर उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं जिनका लोन फ्लोटिंग रेट (floating rate) पर है। साथ ही, इस निर्णय के बाद नए होम लोन लेने वालों को भी आकर्षक ब्याज दरें मिलेंगी। यह कदम तब उठाया गया है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट (repo rate) में 0.25% की कमी की घोषणा की थी। इसके बाद, SBI ने भी अपनी External Benchmark Lending Rate (EBLR) और Repo Linked Lending Rate (RLLR) में कटौती का ऐलान किया है। 15 फरवरी 2025 से लागू होने वाली इस नई ब्याज दर से ग्राहकों को राहत मिलेगी और वे कम EMI के साथ अपने लोन की किस्त चुकता कर पाएंगे। तो चलिए जानते हैं SBI की नई ब्याज दरें क्या हैं और उन्होंने अपनी ब्याज दरों में कितनी कटौती की है, और होम लोन पर आपको कितना फायदा होने वाला है, इन सब बातों को विस्तार से जानते हैं इस रिपोर्ट में।
SBI के ब्याज दर में कटौती का असर
दोस्तों, जब कोई बड़ा बैंक जैसे SBI ब्याज दरों में कटौती करता है, तो इसका सीधा असर ग्राहकों की EMI और लोन की कुल लागत पर पड़ता है। 15 फरवरी 2025 से लागू होने वाली नई ब्याज दरों के बाद, SBI के EBLR और RLLR दोनों में 0.25% की कमी की गई है। इसका मतलब है कि अगर आपका लोन इन दोनों दरों से जुड़ा हुआ है, तो आपको कम ब्याज का भुगतान करना होगा। नई EBLR दर अब 9.15% से घटकर 8.90% हो गई है। वहीं, RLLR दर 8.75% से घटकर 8.50% हो गई है। इसका सबसे बड़ा फायदा उन ग्राहकों को होगा जिनके लोन इन दरों पर आधारित हैं। इसका मतलब यह है कि आपको मासिक किस्त में राहत मिल सकती है।
EMI में क्या होगा बदलाव
दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं, EMI लोन की राशि ब्याज दर पर आधारित होती है। ब्याज दर में कमी होने से मासिक किस्त में भी कमी आ सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आपने 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है और आपकी ब्याज दर 9.15% थी, तो अब वही लोन 8.90% की दर पर मिलेगा। इससे आपकी EMI कम हो सकती है, और इस तरह से आपको हर महीने कम राशि चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा, अगर आप चाहें तो अपने लोन की अवधि (loan tenure) को भी कम कर सकते हैं। इससे आप जल्दी अपना लोन चुकता कर पाएंगे और कुल ब्याज की लागत भी कम हो जाएगी। इसलिए यह फैसला खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके पास फ्लोटिंग रेट होम लोन है।
क्या पुरानी ब्याज दरें खत्म
दोस्तों, यहां यह जानना जरूरी है कि बैंक ने केवल EBLR और RLLR दरों में ही कटौती की है। इसका मतलब यह है कि जो लोग MCLR (Marginal Cost of Lending Rate), Base Rate, या BPLR पर आधारित लोन ले रहे हैं, उन्हें इस कटौती का कोई लाभ नहीं मिलेगा। हालांकि, अगर आपका लोन इन दरों से जुड़ा हुआ है, तो आप बैंक से संपर्क कर सकते हैं और इसे EBLR या RLLR से लिंक करवाने का विकल्प चुन सकते हैं।
नए ग्राहकों को क्या फायदा होगा
साथियों, अगर आप नए होम लोन के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो SBI का यह नया ब्याज दर ऑफर आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है। नई दरों के तहत, आपको पहले से बेहतर ब्याज दर मिल सकती है, जिससे आपका लोन अधिक किफायती हो जाएगा। SBI द्वारा की गई इस कटौती के बाद, बैंक का होम लोन कई अन्य बैंकों के मुकाबले ज्यादा आकर्षक हो सकता है। इसके अलावा, नए ग्राहकों के लिए SBI ने लोन की अवधि (tenure), EMI और लोन की कुल लागत को कम करने के कई विकल्प भी प्रदान किए हैं। इससे आपको लोन चुकाने में आसानी हो सकती है, और आपकी financial planning भी मजबूत हो सकती है।
ग्राहकों को कैसे फायदा मिलेगा
दोस्तों, जो ग्राहक पहले से SBI से होम लोन ले चुके हैं, उन्हें भी इस नई दरों का फायदा मिल सकता है। इन ग्राहकों के लिए EMI का पुनर्मूल्यांकन (revaluation) किया जा सकता है। इसका मतलब है कि अगर आपके लोन की ब्याज दर कम हुई है, तो आपकी EMI भी घट सकती है। आप इस कटौती को तुरंत अपने लोन खाते में लागू कराने के लिए बैंक से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपके पास लंबी अवधि का लोन है, तो आपको loan refinancing का विकल्प भी मिल सकता है। यानी आप अपने पुराने लोन को फिर से SBI से re-finance करवा सकते हैं, ताकि नई ब्याज दरों के तहत आपको कम भुगतान करना पड़े।
क्या अन्य बैंकों के ऑफर
साथियों, अगर आप घर खरीदने के लिए लोन लेने का सोच रहे हैं, तो SBI के नए ब्याज दरों से पहले, अन्य बैंकों के लोन ऑफर को भी देखें। कई बार, विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों में मामूली फर्क होता है, जो कि आपकी total loan cost पर असर डाल सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी लोन को लेने से पहले विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के ब्याज दरों और शर्तों की तुलना करें। इसके अलावा, SBI का ब्याज दर में कटौती का यह फैसला निश्चित रूप से उन ग्राहकों के लिए एक राहत की बात है जिनके पास floating rate home loans हैं। नई दरें लागू होने के बाद, न केवल मासिक किस्तें कम होंगी, बल्कि लोन की कुल लागत भी घटेगी।