सरसों किसानों के लिए जरूरी रिपोर्ट | सरसों के बाजार की हर खबर
सरसों किसानों के लिए जरूरी रिपोर्ट | सरसों के बाजार की हर खबर
किसान साथियो सरसों धान और ग्वार ये ऐसी फसलें हैं जिनका भाव पूरे साल उपर नीचे होता रहता है। मंडी भाव टुडे पर हमारी कोशिश है कि ईन फसलों को लेकर चल रही खबरों और बाजार भाव की आपको सही समय पर सही जानकारी दी जाए जिससे आपको आपकी फ़सल का टॉप भाव मिल सके। सरसों को लेकर हम अपनी लगभग हर रिपोर्ट में बता रहे हैं कि सरसों में यहां से आगे बड़ी तेजी की उम्मीद कम है। इसकी बड़ी वज़ह यही है कि खाद्य तेलों के बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है जिसके कारण तेल मिलें केवल जरूरत के हिसाब से ही सरसों खरीद रही हैं। स्टॉक के लिए माल नहीं खरीदा जा रहा है। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार की सभी खबरों को जानेंगे। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
ताजा मार्केट अपडेट
तेल मिलों की खरीद में कुछ उतार चढाव ना होने के कारण बाजार में शनिवार को जयपुर में कंडीशन सरसों की कीमतें 6600-6650 के रेट पर स्थिर रही । दिल्ली में सरसों के भाव 6650 जबकि भरतपुर में अंतिम भाव 6300 रुपये प्रति क्विंटल रिपोर्ट किए गए हैं। इसके अलावा सिरसा और हिसार में 6130, श्योपुर में 6000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव रहे। ब्रांडेड कंपनियों में सलोनी प्लान्ट पर सरसों के रेट 7225, BP मिल पर 7050 और गोयल कोटा पर 6600 के भाव रिपोर्ट किए गए हैं।
हाजिर मंडियों के रेट
हाजिर मंडियों के सरसों के भाव पर नजर डालें तो राजस्थान की श्री विजयनगर मंडी में नान कंडीशन सरसों का भाव 5908, नोहर मंडी में सरसों का प्राइस 6250, श्री गंगानगर अनाज मंडी में सरसों का टॉप भाव 6295, गोलूवाला मंडी में सरसों का प्राइस 6039, संगरिया मंडी में सरसों का रेट 6046, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 6115, पीलीबंगा मंडी में सरसों का रेट 5930, सादुलशहर मंडी में सरसों का रेट 6056, श्री करणपुर मंडी में सरसों का भाव 6170, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का रेट 6161, रावला मंडी में सरसों का रेट 5965, देवली अनाज मंडी में 42% सरसों का रेट ₹6350 प्रति क्विंटल तक रहा। ये भी पढे :- देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 17 Dec 2022
हरियाणा की मंडियों की बात करें तो बरवाला मंडी में सरसों का रेट 6200, सिरसा मंडी में सरसों का रेट 6130, रेवाड़ी मंडी में सरसों का भाव 5900 से 6400, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6200, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 6180 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शनिवार को एक. एक रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1344 रुपये और 1334 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर आ गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 2650 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही। शनिवार होने के कारण सरसों की दैनिक आवक घटकर 2.50 लाख बोरियों की ही हुई। व्यापारियों के अनुसार घरेलू बाजार में खपत का सीजन होने के बावजूद भी सरसों तेल में मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है, जिस कारण तेल मिलें भी केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही हैं। आज के धान के ताजा मंडी भाव | मंडी भाव टुडे | बासमती धान के ताजा भाव
सरसो की बुवाई पर अपडेट
किसान साथियो सरसों के बाजार के माहौल को देखें तो इस समय दो चीजों का बाजार पर असर पड़ता दिख रहा है पहला तो सरसों की बुवाई के आंकड़ों का और दूसरा सरसों के उत्पादन के अनुमान पर मौसम के असर का। जहां तक बुवाई की बात है हम यह मानते हैं कि चालू सीजन में सरसों की बुआई पिछले साल की तुलना में राजस्थान और मध्य प्रदेश में बढ़ी है, लेकिन हरियाणा, गुजरात, असम एवं बिहार में इसकी बुआई पिछले साल की तुलना में पिछड़ी है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार राजस्थान में चालू रबी में सरसों की बुआई बढ़कर 37.79 लाख हेक्टेयर और मध्य प्रदेश में 13.62 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। जबकि पिछले साल इस समय तक इन राज्यों में सरसों की बुआई क्रमशः 33.77 लाख हेक्टेयर और 10.80 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। उधर हरियाणा में चालू रबी में सरसों की बुआई केवल 7.32 लाख हेक्टेयर, गुजरात में 2.98 लाख हेक्टयेर, असम में 2.69 लाख हेक्टेयर एवं बिहार में 1.07 लाख हेक्टेयर में ही हुई है। जो कि पिछले साल इस समय तक क्रमशः 7.56 लाख हेक्टेयर में, 3.20 लाख हेक्टेयर में, 2.79 लाख हेक्टेयर और 1.28 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी । देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 17 Dec 2022
किसान साथियो सरसों की बुवाई का रकबा जरूर बढ़ा है लेकिन अभी तक का मौसम सरसों और गेहूं के लिए अनुकूल नहीं है। 15 दिसंबर के बाद तापमान में आमतौर पर जितनी गिरावट होनी चाहिए उतनी नहीं हुई है। इसके अलावा औस और कोहरा भी नदारद है। ऐसे में अगर जल्दी ही ठंड नहीं बढ़ती है तो गेहूं और सरसों की फ़सल को नुकसान भी हो सकता है। लेकिन अभी से उत्पादन का कुछ भी अंदाजा लगाया जाना जल्दबाजी होगी।
रोके या बेचें
किसान साथियो यहां तक आते आते सरसों के भाव को उपर या नीचे खींचने वाली सभी संभावनाओं का हमने अध्ययन कर लिया है। अब सरसों को रोकने या बेचने का निर्णय आपको खुद लेना है। जैसा कि आप सबको पता है कि फ़िलहाल नयी सरसों आने में डेढ़ महीने का समय बाकी है। घरेलू मंडियों में नई सरसों की आवक फरवरी में शुरू हो जायेगी तथा मार्च में नई फसल की आवकों का दबाव बनेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाजिर मंडियों में सरसों का बकाया स्टॉक भी इस साल ज्यादा है। लेकिन तेजी-मंदी काफी हद तक मलेशिया के पाम तेल और शिकागो के सोया तेल की कीमतों पर निर्भर करेगी । फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी खाद्य तेलों में कोई बड़ी मजबूती नहीं दिख रही है। इसलिए ऐसे माहौल में सरसों को निकालने के बारे में सोचा जा सकता है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।