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सोयाबीन में 6000 का भाव मिलने के कितने चांस | जाने सोयाबीन तेजी मंदी रिपोर्ट में

सोयाबीन में 6000 का भाव मिलने के कितने चांस | जाने सोयाबीन तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयों पिछले कुछ दिनों से मिल रहे भारी बारिश के समाचारों, बारिश के कारण सोयाबीन को हो रहे नुकसान, किसान आंदोलन के जोर पकड़ने, सरकार द्वारा खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने, सोया तेल और DOC में उठाव से सोयाबीन के भाव में 200-250 रुपये की तेजी जरूर आयी थी लेकिन एक दिन के कीर्ति प्लान्ट के 5050 के भाव को छोड़ दें तो सोयाबीन के भाव 5000 का आंकड़ा छूने की कोशिश तो बहुत की है लेकिन छू नहीं पाए है। किसान संगठन सोयाबीन के भाव को 6000 रुपये प्रति क्विंटल करने के लिए जगह जगह आदोलन और प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान साथियो सोयाबीन को लेकर चल रही इस गहमा गहमी के बीच मंडी भाव टुडे ने यह पता लगाने की कोशिश की कि सोयाबीन के भाव जिसे 5000 का लेवल छूने में इतनी तकलीफ हो रही है क्या 6000 का भाव इस सीज़न में बन सकता है? अगर आप सोयाबीन के व्यापारी या किसान हैं तो आप यह रिपोर्ट अंत तक पढ़ें उसमें आपको काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

ताजा मार्केट अपडेट 
किसान साथियों सबसे पहले यह जान लेते हैं कि इस समय बाजार में सोयबीन की भाव किस तरह से चल रहे हैं। शनिवार के बाजार को देखें तो मंडियों से लेकर प्लान्टों तक 20-30 रू ही तेज हुए। कीर्ति प्लान्ट पर सोयाबीन का रेट 4910 रुपये के पार हो गया है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते सोयाबीन की फसल पर कटाई से पहले नुकसान का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार मानसूनी सीज़न लंबा होने वाला है। जानकारों का कहना है कि अगर अगले कुछ दिनों में भारी बारिश जारी रही तो अंतिम समय में सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित हो सकता है जिससे कुल उत्पादन पर असर पड़ सकता है। सोयाबीन में तेजी तो बनी है लेकिन मंडियों में भाव अभी भी MSP से नीचे चल रहे हैं। 

इसी वज़ह से मध्य प्रदेश में किसान सोयाबीन की 6000 के भाव में खरीदारी का आग्रह कर रहे हैं किसान धीरे-धीरे आंदोलन तेजी पकड़ रहा है । साल 2021-22 के बाद से किसान और व्यापारी को उचित भाव ना मिलने से निराशा बनी हुई है। मंडी भाव टुडे पर हमने पिछले सप्ताह की रिपोर्ट में बता दिया था कि सोयाबीन के भाव एमएसपी तक बढ़ सकते है। रिपोर्ट के मुताबिक फ़िलहाल 100-150 रुपये की तेजी मंदी के बीच के मंडियों में नयी सोयाबीन का भाव 4000 से 4500 और पुरानी सोयाबीन के भाव 4750 के आसपास क्वालिटी के हिसाब बोले जा रहे हैं जबकि प्लांट डीलीवरी भाव 4900 के पार हो गया है।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

बाजार में आयात ड्यूटी को लेकर खुसर पुशर 
सोशल मीडिया और WhatsApp ग्रुपों में सरकार द्वारा विदेशी तेलों पर ड्यूटी को कम करने की चर्चा चल रही है। हालांकि, अभी तक सरकार ने इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। इस चर्चा के कारण तेल की कीमतों पर हल्का दबाव बन सकता है। इस समय सोयाबीन की कीमतों में स्थिरता से लेकर हल्की तेजी का रुझान है, लेकिन अगर यह अफवाह ज्यादा बढ़ती है तो सोयाबीन के भाव में निकट भविष्य में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट भी आ सकती है।

सोया तेल पर क्या है अपडेट 
विदेशी बाज़ारों की मजबूती और ड्यूटी बढ़ने के कारण सोया तेल में बढ़त देखने को मिल रही है। पिछले दिनों पाम में आयी तेजी के बाद पाम तेल के ऊँचे भाव होने और सप्लाई के कम रहने से तेलों की डिमांड सोया तेल की तरफ शिफ़्ट हुई है। इसके अलावा बंदरगाहों पर जहाजों की आवाजाही और डिस्चार्ज में देरी से सप्लाई टाइट रहने से भी सोया तेल को सहारा मिला है। इस समय MP में सोया तेल के थोक भाव 1230 से 1285 रुपये प्रति 10 किलो के आसपास चल रहे हैं। देश बाजार में सोया तेल की कीमतें इस प्रकार हैं: अमरावती में 1260 (स्थिर), मुंबई में 1280 (स्थिर), लातूर में 1270 (-5), नांदेड़ में 1270 (-5), अकोला में 1260 (स्थिर), नागपुर में 1265 (स्थिर), धुलिया में 1280 (+5), और जालना में 1285 (स्थिर) हैं। सोया रिफाइंड एमपी की कीमतें इस प्रकार हैं: धानुका 1230, लक्ष्मी 1250, विप्पी 1266, महेश 1250, अंबिका 0000, एवीआई 1265, प्रकाश 0000, खंडवा 0000, अमृत 1233, और एमएस नीमच 1235. 

मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट 
शुक्रवार को विभिन्न मंडियों में सोयाबीन के टॉप भाव इस प्रकार रहे: अमरावती में ₹4400/4550 (आवक 1500 बोरी), हिंगणघाट में ₹4000/4780 (तेजी 75, आवक 1200 बोरी), हरदा में ₹4500/4675 (आवक 500 बोरी), जालना में ₹4600/4650, बार्शी में ₹4000/4550 (आवक 4000 बोरी), लातूर में ₹4650/4750 (आवक 25,000 बोरी), अकोला में ₹4300/4700 (तेजी 25, आवक 2500 बोरी), खामगाँव में ₹4000/4675 (आवक 6000 बोरी), और नागपुर में ₹4000/4450 (मंदी 100, आवक 200 बोरी) दर्ज किए गए। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

विदेशी बाजारों की अपडेट 
विदेशी बाजारों में शुक्रवार को खाद्य तेलों में गिरावट देखने को मिली। मलेशिया के वायदा बाजार KLC पर पाम तेल का दिसंबर डिलीवरी का वायदा भाव 100 रिंगिट यानी की 2.41% कमजोर होकर 4052 रिंगिट प्रति टन  रह गया। हालांकि चीन के डलियान बाजार में तेजी देखने को मिली। यहां पर सोया तेल वायदा अनुबंध 0.22% तेज हुआ जबकि पाम तेल वायदा 1.27% उछला। बात अमेरिकी बाजारों की करें तो शिकागो बोर्ड आफ़ ट्रेड एक्सचेंज में सोया तेल के भाव 0.84% तक गिर गए। 

सरकारी खरीद का क्या है स्टेटस 
MP के किसान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी (MSP) पर सोयाबीन की फसल बेचने के लिए पंजीयन का विंडों खोल दिया गया है। किसान 25 सितंबर से 15 अक्टूबर 2024 तक करा सकते हैं। सरकार ने किसानों को हिदायत दी है कि किसान अपनी सोयाबीन की फसल को एमएसपी पर बेचने के लिए 15 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन अवश्य करवा ले ताकि फसल बेचने में परेशानी नहीं हो। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने सोयाबीन का MSP 4892 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया हुआ है ।

त्यौहारी सीज़न का असर 
भारत में त्यौहारी सीज़न की शुरुआत हो चुकी है और आगे और बड़े त्योहारों का समय आ रहा है। सीज़न को देखते हए आयातक सोया तेल की खरीदारी बढा रहे हैं । मंडी भाव टुडे का अंदाजा है कि सोया तेल में दिवाली तक और तेजी बनेगी लेकिन नयी फसल की आवक पर यह निर्भर रहेगा। हम मानते हैं कि नयी फसल को देखते हुए अन्य तेलों की तुलना में सोया तेल में ज्यादा तेजी नहीं आयी लेकिन उम्मीद है आगे गिरावट नहीं है। सोया तेल में इन स्तरों से 2 से 2.5 रुपये/किलो तक और तेज होने की जगह है। ध्यान देने वाली बात यह है कि चूंकि तेजी उम्मीद से पहले आ चुकी है इसलिए उपरी स्तर पर थोड़ी बहुत मुनाफा वसूली देखने को मिल सकती है जिसके बाद फिर से सोयाबीन और सोया तेल में तेजी का अंदाजा है।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

सरसों में तेजी का सोयाबीन पर असर 
किसान साथियों, जब से सरकर ने खाद्य तेलों पर आया ड्यूटी को बढ़ाया है तब से सरसों के भाव 6000 से उठकर 7000 तक पहुंच गए हैं यानी कि यहां पर बाजार 16% तक बढ़ गया है लेकिन सोयाबीन में अभी तक आईएस तरह की तेजी नजर नहीं आई है सोयबीन के भाव अभी भी मंडियों में MSP के ऊपर नहीं है। जबकि सरसों के भाव MSP से काफी उपर चल रहे हैं। सरसों तेल और सोया तेल में अभी भी काफी बड़ा अंतर है अगर सरसों के भाव और बढ़ते हैं तो सरसों तेल की डिमांड सोयबीन की तरफ शिफ्ट हो सकती है जिसका फायदा सोयबीन को मिल सकता है इसलिए सोयबीन का फंडामेंटल मजबूत है, ऐसा कहा जा सकता है। 

नयी फसल का क्या होगा असर 
किसान साथियो गौर करने वाली बात यह है कि अक्टूबर महीने में नयी फसल की आवक का प्रेशर आना है जिसे व्यापारी देख रहे हैं। इसके अलावा हाल फिलहाल में आयी तेजी के बाद खाद्य तेलों में ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली के चलते कुछ करेक्शन आने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। इसलिए पुराने स्टॉक वाले किसान अगर रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो एक बार थोड़ा बहुत माल हल्का कर लेना चाहिए।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

क्या 6000 के उपर जाएंगे सोयाबीन के भाव 
तेजी मंदी के सभी कारकों को देखें तो ओवर ऑल पिक्चर यह बनती है कि सोयाबीन के भाव में सितम्बर से नवंबर तक बाजार में बड़ी मंदी नहीं दिख रही कुल मिलाकर तेजी का माहौल ही रह सकता है। अगर मौसम साफ़ रहता है तो सोयाबीन में कुछ करेक्शन भी देखने को मिल सकता है जहाँ पर व्यापारी चाहे तो कुछ खरीद भी कर सकते हैं। आगे के मौसम और विदेशी बाजारों की चाल को देखें तो ऐसा लगता है कि यहाँ से आगे सोयाबीन में अभी और 250-300 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ने की जगह है। यानि कि 5000 का स्तर ज्यादा दूर नहीं है। दिवाली की डिमांड सोयाबीन के भाव को 5500 के आसपास भी खींच सकती है कुछ व्यापरियों ने ऐसा अंदाजा भी लगाया है। लेकिन किसान साथियो हमें यह भूलना नहीं चाहिए कि आगे की तेजी मौसम की चाल पर पूरी तरह निर्भर रहेगी। साथियो हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में भी बताया था कि अगर किसान आंदोलन के दबाव में अगर सरकार किसानों के हित में बोनस देने जैसा कोई निर्णय लेती है तो तुरंत प्रभाव से सोयाबीन के भाव 5000 के उपर निकल जाएंगे। हालांकि 6000 का भाव फ़िलहाल सम्भव नहीं दिखता। व्यापार अपने विवेक से करें

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।