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आलू की आवक हुई कमजोर | जाने कितने बढ़े आलू के भाव

आलू की आवक हुई कमजोर | जाने कितने बढ़े आलू के भाव
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नमस्कार किसान साथियों ! आज 22 अगस्त 2024, गुरुवार के दिन हम बात करेंगे दिल्ली की आजादपुर मंडी में आज के आलू के बाजार की। कल की तुलना में आज मंडी का माहौल काफी बदल गया है। आज आलू के गाड़ीयो की भीड़ गायब हो गई है। अब आलू से लदी गाड़ियों की बजाय खाली गाड़ियाँ खड़ी नजर आ रही हैं। मंडी में एक खालीपन है, जैसे पहले की तरह ट्रको की भीड़ नहीं दिखाई दे रही है।

इसका कारण यह है कि आपने आलू की अराइवल को कम कर दिया है। दोस्तों, अगर आप अराइवल को नियंत्रित रखते हैं, तो बाजार में रेट स्थिर रहेंगे। जो किसान अपना माल बेचने के लिए लाए हैं, उन्हें भी अच्छे रेट मिलेंगे। आज मंडी में जो आलू आया है, वह ज़्यादातर थर्ड क्लास माल है, जिसे स्टोरों में भी कोई नहीं खरीदता। इसलिए, हमारी यही सलाह है कि अगर आपके पास अच्छा माल है और आपकी मंडी में उसे बेहतर रेट मिलते हैं, तो उसे वहीं बेच दें।

अब बात करते हैं आज के बाजार की। दोस्तों, मंडी का माहौल अब स्थिर हो गया है। जो डर और घबराहट फैल गई थी, वह अब दूर हो रही है। अब बाजार में नई ऊर्जा आ गई है, और जिन किसानों के पास हल्का आलू भी है, वे भी उसे अच्छे दामों पर बेच सकते हैं। जब रेट बढ़ते हैं, तो हल्का माल भी सम्मानपूर्वक बिक जाता है।

आज मंडी में जो आलू की गाड़ियाँ आई हैं, वे भी बड़ी संख्या में नहीं आईं। इस कारण से बाजार में स्थिरता आई है। जिन किसानों को पहले घबराहट हो रही थी, वे अब शांति से अपने माल को बेच सकते हैं। अगला सीजन भी अच्छा रहेगा, और हमारा मानना है कि एक बेहतर सिस्टम बनाने से आलू की मार्केट में स्थिरता बनी रहेगी।

दोस्तों आजादपुर मंडी में 50 किलो की बोरी के हिसाब से रेट चलते हैं।

आलू की कीमतों में तेजी: मंडियों में बढ़ती मांग और आपूर्ति का विश्लेषण

आलू की कीमतों में इन दिनों प्रति किलो एक रुपये की वृद्धि देखी जा रही है। मंडियों में आलू की विभिन्न किस्में जैसे चिप सोना, सूर्या, और एलआर भरपूर मात्रा में आ रही हैं। इस समय मंडी में कुल 95 गाड़ियां आलू की पहुंच चुकी हैं।  जिनमें से 13 गाड़ियाँ कल की बैलेंस हैं। बारिश के कारण कल बिक्री अच्छी रही और मंडी में कम गाड़ियाँ आईं इसलिए कल सब माल बिक गया । कल चिप सोना की 60-65 गाड़ियाँ आई, जबकि चंदोसी बेल्ट से 40 गाड़ियाँ थी । वही आज मंडी में 23 गाड़ियां चिप

सोना की हैं, 17 गाड़ियां सूर्या की हैं, और 15 गाड़ियां एलआर की हैं। खास बात यह है कि एलआर आलू की मांग बढ़ती जा रही है और यह अब पहले की तुलना में तेजी से बिक रहा है।

यूपी, पंजाब और गुजरात से मंडियों में आलू की आपूर्ति

इस बार मंडियों में यूपी, पंजाब, और गुजरात से भी अच्छी मात्रा में आलू आ रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, पंजाब से आने वाली आलू की गाड़ियों की संख्या पांच से छह के बीच है, जिसमें से दो गाड़ियां अब भी मंडी में हैं। इसके अलावा, यूपी के संभल से चार गाड़ियां और गुजरात से कुछ गाड़ियां भी मंडी में पहुंची हैं।

एलआर आलू की बढ़ती मांग और कोल्ड स्टोरेज का प्रभाव

पिछले दिनों में देखा गया है कि एलआर आलू की मांग में काफी बढ़ोतरी हुई है। जहां पहले इस आलू की कुछ ही गाड़ियां बिकती थीं, अब इसकी बिकरी की संख्या बढ़कर 10 गाड़ियां तक पहुंच गई है। वहीं, कोल्ड स्टोरेज से आलू की आपूर्ति में भी गिरावट आई है। आगरा, अलीगढ़, और सासनी से आने वाली कोल्ड स्टोरेज की गाड़ियों की संख्या 50 से घटकर अब 33 रह गई है।

आज के आजादपुर मंडी में आलू के भाव

एलआर रेट्स:
एलआर के रेट 1000 से लेकर 1100  रुपये प्रति 50 किलो बिक रहा है

चिप सोना: 1200 से 1350  रुपये प्रति 50 किलो बिक रहा है

सूर्या: 1400 से 1550  रुपये प्रति 50 किलो बिक रहा है

3797 बड़ी आलू (सूखे आलू): 1200 से 1250 से रुपये प्रति 50 किलो बिक रहा है

3797 गुल्ले का भाव: 900 से 1050  रुपये प्रति 50 किलो बिक रहा है

सूर्या के गुल्ले: 1300 से 1350  रुपये प्रति 50 किलो बिक रहा है

कुल मिलकर आज मंडी में 800 रुपये से लेकर 1600 रुपये तक के आलू के गाग (खरीदार) मौजूद हैं।

दिल्ली की मंडी में हल्के से हल्के आलू भी बिक जाते हैं, जबकि बढ़िया आलू के लिए यहां अच्छे रेट मिलते हैं। हमारी सलाह है कि किसान भाइयों को अपनी जरूरत के हिसाब से आलू का स्टॉक धीरे-धीरे निकालना चाहिए। अगर बाजार में तेजी आ रही है, तो थोड़ा-थोड़ा माल बेचना ही सही रहेगा।

मंडी में आलू की गुणवत्ता और बाजार की स्थिति
मंडी में आलू की बढ़ती आपूर्ति के बावजूद, गुणवत्ता का मुद्दा भी सामने आ रहा है। आलू की असली गुणवत्ता को परखने के लिए, इसे अच्छी तरह से साफ करके और पाउडर या क्रीम लगाकर देखा जाता है। लेकिन इसके बावजूद, दिल्ली की मंडी में इन आलुओं की मांग बनी रहती है। यहां तक कि अगर किसी ने मिट्टी का ट्रक भी लाकर खड़ा कर दिया, तो भी उसे बिकने में समय नहीं लगेगा।

बढ़ती कीमतों का विश्लेषण
मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए, आलू की कीमतों में प्रति किलो एक रुपये की वृद्धि होना लाजमी है। चाहे वो आगरा, अलीगढ़, चोसी, चिप्सोना या सूर्या आलू हो, अच्छे और सूखे आलू के लिए बाजार में अच्छी कीमत मिलनी चाहिए। दिल्ली की मंडी में आलू की मांग हमेशा बनी रहती है, और यहां पर आलू के अलावा मिट्टी तक की बिक्री हो जाती है।

मौसम और बिक्री:
सितंबर और अक्टूबर में बंपर बिक्री की संभावना है।पंजाब और यूपी में बीज निकालने का समय मौसम की स्थिति पर निर्भर करेगा। बारिश की संभावना के कारण, बीज निकालने में देरी हो सकती है, जिससे फसल प्रभावित हो सकती है।

सुझाव: अपने माल को धीरे-धीरे निकालने की सलाह दी जा रही है। तेजी से लाभ की उम्मीद न करें, बल्कि बाजार की स्थिति को देखते हुए धीरे-धीरे बिक्री करें।15 नवंबर तक दिल्ली में आलू बिकने की संभावना है। अभी भी बाजार में अच्छे दाम मिल सकते हैं। स्टोर मालिकों और किसानों से अनुरोध है कि वे अपने हिसाब से माल निकालें और किसी भी प्रकार की घबराहट से बचें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।