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आज से 1 लाख तक बढ़ जाएंगे ट्रैक्टर के दाम, जानिए क्या है वज़ह

Tractor Rate

जनवरी 2023 से 50 HP और उससे अधिक क्षमता के ट्रैक्टरों की लागत में वृद्धि

किसान साथियो नए साल मे किसान के लिए एक बुरी ख़बर है। देश में नए ट्रैक्टर अब महंगे होने वाले हैं। दरअसल सरकार ट्रैक्टर इंडस्ट्री के लिए जनवरी 2023 से BS TREM 4 मानक उत्सर्जन लागू कर रही है। जिसके कारण ट्रैक्टर महंगे हो सकते हैं। ICRA की एक रिपोर्ट के अनुसार 50 एच.पी से अधिक क्षमता वाले  ट्रैक्टरों के लिए नए मानक, भारत स्टेज TREM IV के लागू होने के बाद ट्रैक्टर की कीमत प्रभावित होगी। जिसमें किसानों को नए साल 2023 में ट्रैक्टरों की कीमत में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है। संशोधित उत्सर्जन मानदंडों में परिवर्तन से 50 हॉर्सपावर और उससे अधिक श्रेणी के ट्रैक्टरों की लागत में 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है। हालांकि, ट्रैक्टर निर्माताओं से उम्मीद की जा रही है कि धीरे-धीरे वृद्धि लागत का भार ग्राहकों पर डाला जाएगा। इस रिपोर्ट में हम हम आपकों बीएस टर्म-4 एमिशन स्टैंडर्ड (BS TREM 4 emission standard) लागू होने से ट्रैक्टर इंडस्टी पर पड़ेने वाले प्रभाव के बारे में  जानकारी देने जा रहे हैं।

कोरोना के चलते  कई बार टल चुका है उत्सर्जन मानक
आईसीआरए (ICRA) के कॉर्पोरेट रेटिंग्स विभाग के उपाध्यक्ष, रोहन कंवर गुप्ता ने कहा कि अक्टूबर 2020 में 50 HP से अधिक क्षमता वाले ट्रैक्टर के लिए ईन मानकों को प्रभावी रूप से लागू किया जाना था, लेकिन कोरोना के कारण सरकार द्वारा जारी रुकावटों के बीच इस तिथि में बार-बार देरी हुई। भारतीय किसानों के लिए BS टर्म 4 एमिशन स्टैंडर्ड वाले ट्रैक्टर की बिक्री पहले अक्टूबर 2020 से ही शुरू होनी थी। अब जनवरी 2023 से 50 HP या उससे अधिक के ट्रैक्टरों पर बीएस 4 लागू होगा। अब सभी ट्रैक्टर कंपनियां BS 4 वाले ट्रैक्टर बाजार में बेचेंगी। धान 1401 ने बनाया न्यू रिकार्ड आज 5000 का भाव देखे आज के धान के ताजा मंडी भाव 31 December 2022

क्या है BS रेंज?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में बीएस मानकों का प्रयोग होता है। बीएस का पूरा नाम भारत स्टेज उत्सर्जन मानक (BS TREM 4 emission standard) है। ये मानक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत निर्धारित किए जाते हैं। भारत स्टेज उत्सर्जन मानक (बीएस) को देश में साल 2000 में लागू किया गया था। बीएस के तहत से वाहनों (दुपहिया, चौपहिया, टै्रक्टर व अन्य भारी वाहनों) में कार्बन उत्सर्जन (वाहन प्रदूषण) के मानक तय होते हैं। भारत में बीएस को यूरोपियन कार्बन उत्सर्जन मानक यूरो की तर्ज पर भारत में लागू किया गया था। देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 31 Dec 2022

कितने बढ़ेंगे ट्रैक्टर के दाम
एक अनुमान के अनुसार नए मानक लागू होने पर संशोधित उत्सर्जन मानदंडों में परिवर्तन से 50 एच पी और उससे अधिक केटेगरी के ट्रैक्टरों की लागत में 10-15 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। ICRA का अनुमान है कि 50 HP  के ट्रैक्टर की उत्पादन लागत में 1 लाख से 1.3 लाख रुपये तक की वृद्धि होगी। हालांकि, आईसीआरए ICRA) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रैक्टर कंपनियां लागत में वृद्धि का बोझ एक साथ किसान पर नहीं डालेंगी। धीरे-धीरे लागत में बढ़ोतरी की उम्मीद है। देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 31 Dec 2022

सबसे ज्यादा बिकते हैं 30 से 50 HP के ट्रैक्टर
ICRA का अनुमान है कि ट्रैक्टर इंडस्ट्री लगातार ग्रोथ कर रही है। 50 hp क्षमता के ट्रैक्टरों का कुल उद्योग की मात्रा का केवल 7 से 8 प्रतिशत हिस्सा  है, अधिकांश ट्रैक्टर 30 से 50 HP रेंज में बेचे जाते हैं। इसलिए बीएस 4 के नियम उद्योग के एक महत्वपूर्ण वर्ग पर ही लागू होंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 50 HP से कम क्षमता वाले ट्रैक्टर का वर्ष 21-22 में बिक्री का लगभग 92 प्रतिशत हिस्सा था। लेकिन अब कम हॉर्सपावर और उच्च टॉर्क मॉडल से उम्मीद की जाती है कि ट्रैक्टरों के इस सेगमेंट की हिस्सेदारी को और बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान वित्त वर्ष में भारत में करीब 10 लाख ट्रैक्टर बिकने का अनुमान है। इसमें 20 एचपी से 120 एचपी रेंज के ट्रैक्टर शामिल है। ये भी पढे :- सरसों में आज बन सकती है तेजी, जानिए क्या है खबर