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क्या इस सीजन बढ़ेंगे कपास के भाव | जाने कपास की तेजी मंदी रिपोर्ट में

क्या इस सीजन बढ़ेंगे कपास के भाव | जाने कपास की तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियो पिछले साल कपास की कीमतों में भारी गिरावट आई थी, जिससे किसानों ने कपास की खेती से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। लेकिन इस साल कपास के दाम बढ़ने की संभावना है। इसका कारण यह है कि इस साल खरीफ सीजन में किसान कपास की फसल की बजाय मूंगफली और तिलहन फसलों की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं। 'दी इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात में मूंगफली की बुवाई का ग्राफ पिछले दो वर्षों में काफी तेजी से बढ़ा है। राज्य में खरीफ की बुवाई के रुझान से यह स्पष्ट हो रहा है कि किसान तिलहन फसलों की बुवाई में रुचि दिखा रहे हैं, जबकि कपास की बुवाई का क्षेत्रफल कम हो रहा है।

मूंगफली के रकबे में हुई बढ़ोतरी
गुजरात कृषि निदेशालय द्वारा जारी नवीनतम बुवाई आंकड़ों के अनुसार, 22 जुलाई तक किसानों ने 18.28 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की बुवाई पूरी कर ली है। यह आंकड़ा 2023 के खरीफ बुवाई सीजन के अंत में दर्ज किए गए 16.35 लाख हेक्टेयर मूंगफली बुवाई क्षेत्र की तुलना में लगभग दो लाख हेक्टेयर अधिक है, जबकि बुवाई सीजन में अभी कुछ और सप्ताह बाकी हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि गुजरात में खरीफ मूंगफली की खेती जून-जुलाई में होती है और अक्टूबर-नवंबर में इसे काटा जाता है।

कपास की बुआई में आ रही है गिरावट
हालांकि इस वर्ष कपास 22.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोई गई है, जो इसे सबसे बड़ी फसल बनाती है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ किसानों की रुचि इसमें कम हो रही है। इसके कुल क्षेत्रफल में थोड़ी गिरावट आई है। 2023 खरीफ सीजन की इसी अवधि के दौरान किसानों ने 26.24 लाख हेक्टेयर में कपास की बुवाई की थी। वर्तमान बुवाई का आंकड़ा 22.34 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले तीन वर्षों के औसत कपास बुवाई क्षेत्र 24.95 लाख हेक्टेयर का 89.54 प्रतिशत है।

क्या बढ़ सकते है कपास के भाव
कपास और मूंगफली गुजरात की मुख्य खरीफ फसलें हैं, और यह राज्य भारत में इन दोनों फसलों का सबसे बड़ा उत्पादक है। गुजरात के सौराष्ट्र के 11 जिलों में इन दोनों फसलों की बुआई का बड़ा हिस्सा है। इस साल मूंगफली की बुआई में बढ़ोतरी और कपास के रकबे में कमी दर्ज की गई है। ऐसी स्थिति में, मूंगफली की बढ़ती खेती और कपास की घटती बुवाई को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल कपास के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।