चने की तेजी को कौन रोक रहा है - इस रिपोर्ट में जाने
दोस्तो काफी लंबा समय निकल गया है और चना बाज़ार में फिलहाल कोई तेजी मंदी देखने को नहीं मिल रही है। पीली मटर की भरमार होने और अक्टूबर नवंबर की विदेशी शिपमेंट का डर होने के कारण दाल मिलों की सीमित मांग चल रही है लेकिन सप्लाई और उत्पादन कमजोर होने से गिरावट भी नहीं हो रही और चना के भाव स्थिर बने हुए हैं। कल शाम को बाजार बंद होने पर चने की कीमतों में 10 से ₹15 की हल्की गिरावट देखी गई थी। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि त्योहारी सीजन के चलते इस महीने और अगस्त में बेसन व चना दाल की मांग में इज़ाफा हो सकता है, जिससे चना के दामों में सुधार की उम्मीद है। उत्पादक मंडियों से चना की आवक सीमित है और स्टॉकिस्ट भी घटे हुए भाव पर बिकवाली को तैयार नहीं हैं, क्योंकि मौजूदा रेट पर उन्हें नुकसान हो रहा है।
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हालांकि स्टॉकिस्टों के पास पुराना स्टॉक अभी भी बचा है, लेकिन MSP से उपर भाव रहने के कारण केंद्रीय पूल में बढ़िया माल का स्टॉक कम है। आवक के रुझान से साफ़ है कि इस बार रबी सीजन में चना का उत्पादन भी अनुमान से कम रहा है, इसलिए भारी मंदी की संभावना नहीं है। वहीं नेफेड ने 2 जुलाई को एमपी में 2022 सीजन का चना 5059-5067 ₹/क्विंटल के भाव पर बेचा, जो संकेत देता है कि सरकारी हस्तक्षेप से भी कीमतों पर असर पड़ सकता है। वहीं ऑस्ट्रेलियाई चना महंगा होने के चलते खरीदार नहीं मिल रहे हैं और उसका स्टॉक भी बचा हुआ है। मई में ऑस्ट्रेलिया का चना निर्यात अप्रैल के 11,195 मीट्रिक टन से बढ़कर 13,674 मीट्रिक टन हो गया। इस साल कुल निर्यात 1.85 मिलियन मीट्रिक टन रहा, जो पिछले साल से 471% अधिक है। पाकिस्तान सबसे बड़ा खरीदार (9,420 मीट्रिक टन) रहा, उसके बाद यूएई (1,417 मीट्रिक टन) और कनाडा (1,171 मीट्रिक टन) रहे।
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भाव की बात करें तो 4 जुलाई को दिल्ली में लारेंस रोड मंडी में एमपी लाइन चना ₹5775-5780 और राजस्थान बेस्ट क्वालिटी चना ₹5825-5830 पर 20 रुपये की हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ, लेकिन इसे मंदी का रुझान नहीं माना जा रहा है क्योंकि बाजार में मूलभूत मांग और सप्लाई संतुलन बना हुआ है। कुल मिलाकर बाजार में चना की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं, व्यापारियों को आगे जाकर हल्की तेजी की उम्मीद है इसलिए मंदे में सौदा करने से फिलहाल परहेज़ कर रहे हैं। बाजार में चने की मौजूदा स्थिति को देखकर अनुमान यही है कि अगस्त तक चने के भाव में 100 से 150 रुपए प्रति क्विंटल तक तेजी देखने को मिल सकती है। लेकिन फिलहाल पीली मटर ने भी चने पर दबाव बनाया हुआ है। इसलिए चने के बाजार को उभरने में थोड़ा सा समय लगेगा। व्यापारियों को इस समय थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है क्योंकि बाजार किसी भी समय पलट सकता है। चने की डेली रिपोर्ट whatsapp पर पाने के लिए 9729757540 पर मैसेज करें। व्यापार अपने विवेक से करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।