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आखिर कब आएंगे सरसों के अच्छे दिन | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

sarso me teji kab ayegi
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किसान साथियो सरसों का बुरा समय चलते चलते अरसा बीत चुका है। तेल तिलहन के भाव अब 2020 के स्तर के आसपास पहुँच चुके हैं। आने वाले दिनों में मानसून केरल में प्रवेश के बाद पूरे भारत में अपना असर दिखाना शुरू कर देगा। बारिश के सीजन में सरसों तेल की मांग निकलना आम बात है। विदेशी बाजार भी गिर गिर कर अब स्थिर होने लगे हैं। धीरे धीरे तेल तिलहन में अब गिरावट थमने लगी है। अब यहां से आगे बाजार के तेजी की और मुड़ने की क्या क्या संभावनाएं बन रही हैं आज की रिपोर्ट में हम यही विश्लेषण करने वाले हैं। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
विदेशी बाजारों में सुधार को देखते हुए कल उम्मीद बनी थी कि मार्केट में कुछ सुधार देखने को मिलेगा। लेकिन ज्यादातर बाजार स्थिर ही रहे। सुबह के सत्र में भाव में कमजोरी जरूर देखने को मिली थी लेकिन शाम के सत्र में बाजार फिर से उन्हीं स्तरों पर आ गए। मंडी भाव टुडे पर हमने पहले भी बताया था कि यहां से आगे अब सरसों के भाव में बड़ी मंदी नहीं बनेगी। तेल मिलों की सीमित मांग होने के कारण घरेलू बाजार में बुधवार को सरसों की कीमतें स्थिर ही रही। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 5,125 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बने रहे। जबकि भरतपुर में सरसों का रेट 4810 का रहा। सुबह की गिरावट के बाद दिल्ली में शाम को बाजार सम्भला और भाव 4900 के उपर ही बंद हुए। आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 4600 का रहा जबकि जींद में सरसों उपर में 4755 में बिकी। MP की श्योपुर मंडी में सरसों का रेट 50 रुपये तेज होकर 4700 का रहा। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 7.50 लाख बोरियों की हुई ।

प्लांटों की बात करें तो मलेशिया में सुबह के सत्र में पाम तेल के दाम तेज खुले थे, जिस कारण घरेलू बाजार में प्लांटों ने सरसों की खरीद कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विटल की बढ़ोतरी की थी। हालांकि शाम को पाम तेल के दाम लगभग स्थिर से होकर बंद हुए। सलोनी प्लान्ट पर सरसों का अंतिम भाव 5550 रुपये प्रति क्विंटल रहा जबकि आगरा BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों का खरीद भाव 5350 का रहा।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का भाव 4780, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 4695 पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 4400 श्री विजयनगर मंडी में सरसों का भाव 4531 रायसिंहनगर मंडी में सरसों का भाव 4664 केसरीसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 4652 घड़साना मंडी में सरसों का भाव 4565 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का भाव 4602 श्रीकरणपुर मंडी में सरसों का भाव 4652 रावतसर मंडी में सरसों का भाव 4690 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 4565 जैतसर मंडी में सरसों का भाव 4470 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया हरियाणा की मंडियों की बात करें तो आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 4570 ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 4600 बरवाला मंडी में सरसों का भाव 4829, चरखी दादरी मंडी में सरसों का भाव 4650 भिवानी मंडी में सरसों का भाव 4600 और सिरसा मंडी में सरसों का भाव 4680 और ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 4674 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। बाकी मंडियों के ताजा भाव देखने के लिए यहाँ क्लिक करें


मलेशिया में उत्पादन बढ़ा
लेबर की समस्या कम होने के कारण मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन बढ़ा है, जबकि इसके निर्यात में कमी आने की आशंका से कुल इन्वैट्री बढ़ी है। जिस कारण मलेशियाई पाम तेल की कीमतों पर दबाव है। मई अंत में इन्वेंट्री पिछले महीने की तुलना में 6.8 % बढ़कर 1.6 मिलियन टन की बढ़ोतरी के आसार है क्योंकि उत्पादन इस साल अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

विदेशी बाजारों की अपडेट
बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (BMD) पर अगस्त डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध स्थिर रहा और इसमें मात्र 2 रिंगिट की तेजी आकर भाव 3,318 रिंगिट प्रति टन हो गया। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.3 % तेज हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 0.3 % घट गया। शिकागो में सोया तेल की कीमतों में 0.3 % की तेजी दर्ज की गई।

घरेलू बाजार अपडेट
घरेलू बाजार में सोया पाम तेल सहित सभी तेल मामूली कमजोर हुए। महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट में सोया पाम तेल में 5-10 रु प्रति दस किलो की गिरावट आई। वहीँ सोयाबीन भाव में  20 रु सुधार हुआ । जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें बुधवार को लगातार तीसरे दिन 3-3 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमश - 932 रुपये और 922 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल के दाम पांच रुपये कमजोर होकर 2570 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

कब आयेंगे सरसों के अच्छे दिन
किसान साथियो सरसों के अच्छे दिन तो अब से पहले ही आ जाने चाहियें थे लेकिन सरकार चुनाव के चलते घरेलू बाजार में खाद्य तेलों में बड़ी तेजी नहीं आने दे रही है। काफी अर्से से सरकार ने खाद्य तेलों के आयात को शुल्क मुक्त रखा हुआ है जिसके कारण सरसों तेल को भारी कॉम्पिटिशन झेलना पड़ रहा है। अनुमान है कि बाजार विदेशी बाजारों की तेजी मंदी के हिसाब से घरेलू बाजार भाव में थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव दिखाते रहेंगे । अल नीनो से आधी दुनिया प्रभावित हो सकती है जिनमें भारत के साथ साथ मलेशिया इंडोनेशिया अमेरिका आस्ट्रेलिया कनाडा दुबई सहित कई देशों में चिंता बनी हुई है। इसलिए संभावना है कि लगभग दो माह बाद खाद्य तेलों की वैश्विक आपूर्ति तंग हो सकती है और वैश्विक स्तर पर बाजार तेजी दिखा सकते हैं। भले ही सरकार खाद्य तेलों को शुल्क मुक्त रखे लेकिन अगर विदेशी बाजारों में तेल की कीमत बढ़ती है तो भारत में इसका असर तो दिखेगा लेकिन  कितना असर दिखेगा ये कहना मुश्किल है। पूरे विश्लेषण को देखा जाए तो जुलाई महीने में सरसों के भाव में सुधार बनना शुरू हो सकता है लेकिन बड़ी तेजी के लिया लंबा इंतजार करना होगा। निकट भविष्य में बाजार 200 रुपये के उतार चढाव के बीच बने रहने की संभावना है। व्यापार अपने विवेक से ही करें

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।