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बुलेट की रफ्तार से बढ़ रहे गेहूं के भाव | जाने आगे कैसा रह सकता है गेहूं का बजार

बुलेट की रफ्तार से बढ़ रहे गेहूं के भाव | जाने आगे कैसा रह सकता है गेहूं का बजार
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किसान साथियो भारत में गेहूं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और इसने किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को चिंतित कर दिया है। मध्य प्रदेश के इंदौर जैसे प्रमुख बाजारों में गेहूं की कीमतें 30,000 रुपए प्रति टन तक पहुंच गई हैं, जो कि अब तक का उच्चतम स्तर है। यह कीमत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से भी काफी अधिक है। कुछ महीने पहले अप्रैल में, गेहूं की कीमतें लगभग 24,500 रुपये प्रति टन की थीं, लेकिन अब ये तेजी से बढ़कर किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गई हैं। हालांकि, बढ़ती कीमतों का असर आम उपभोक्ताओं पर भी पड़ेगा क्योंकि इससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

बाजार में सप्लाई की हो सकती है कमी
गेहूं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के पीछे प्रमुख कारण मांग में वृद्धि और आपूर्ति में कमी है। गेहूं के स्टॉकिस्ट अपनी मौजूदा इन्वेंट्री को कम कीमत पर बेचने से हिचक रहे हैं, जिससे बाजार में आपूर्ति का संकट और गहरा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरकार जल्द ही अपने गेहूं के भंडार को बाजार में नहीं उतारेगी तो आने वाले समय में स्थिति और बिगड़ सकती है, खासकर जब मार्च में नई गेहूं की फसल आएगी। पिछले साल की तरह इस बार भी सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वह बाजार में स्थिरता लाने के लिए समय पर अपने भंडार को रिलीज करे। फ्लोर मिलर्स का कहना है कि सरकार के पास वर्तमान में लगभग 22.3 मिलियन टन गेहूं का भंडार है, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा ज्यादा है, लेकिन पांच साल के औसत भंडार से काफी कम है। उन्होंने कहा कि समय पर भंडार रिलीज करने से कीमतों पर नियंत्रण पाया जा सकता है, जैसा कि पिछले साल किया गया था।

मंडियों में क्या भाव बिक रहा है गेहूं
दिल्ली मंडी में गेहूं का भाव 3155 रहा, बात करे नोहर मंडी की तो नोहर मंडी में गेहूं का रेट 2958 का रहा, ऐलानाबाद मंडी में गेहूं का रेट 2828 का रहा, प्रयागराज मंडी में गेहूं का नेट भाव ₹ 2950/2960 रहा। बरेली मंडी में गेहूं का नेट भाव ₹ 2900 रहा। रोहतक मंडी में गेहूं का नेट भाव ₹ 3000 में 30 की तेजी रही। गोंडा मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2830/2915 में 5 की तेजी रही, और आवक 5000 बोरी रही। करनाल मंडी में गेहूं का भाव ₹ 3030/3040 रहा। जबलपुर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2600/2860 में 20 की मंदी रही, और आवक 4000 बोरी रही। जहांगीराबाद मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2840 में 20 की तेजी रही, और आवक 200-300 बोरी रही। अमृतसर मंडी में गेहूं का नेट भाव ₹ 3100 रहा। खैर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2800 रहा, और आवक 300 बोरी रही। छर्रा मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2820 रहा, और आवक 500 बोरी रही। मैनपुरी मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2801 में 10 की तेजी रही, और आवक 1000 बोरी रही। पिपरीया मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2800/2925 रहा, और आवक 1500 बोरी रही। बहराइच मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2825 रहा, और आवक 2000 बोरी रही। लखीमपुर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2775 रहा, और आवक 400/500 बोरी रही। सिवानी मंडी में गेहूं का भाव ₹ 2910 रहा। अलवर मंडी में गेहूं का भाव ₹ 3100 रहा। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

सरकार ने घटाई ट्रेडर्स की स्टॉक सीमा
इस साल गेहूं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। सरकार ने कीमतों को काबू में रखने के लिए ट्रेडर्स के लिए स्टॉक की सीमा को कम कर दिया है, लेकिन इसका अभी तक कोई खास असर नहीं हुआ है। नए सीजन की गेहूं की फसल आने तक बाजार में गेहूं की आपूर्ति सीमित रहेगी, जिससे कीमतें और बढ़ सकती हैं। इस स्थिति से फ्लोर मिल्स और बिस्किट बनाने वाली कंपनियों जैसी बड़ी इकाइयां सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। उन्हें गेहूं के बढ़े हुए दामों पर खरीद करना पड़ रहा है, जिसका बोझ अंततः आम उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। भारत में गेहूं की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। सरकार के गोदामों में गेहूं की कमी और सरकार द्वारा गेहूं जारी करने में देरी से यह स्थिति और गंभीर हो सकती है। ऐसे में बाजार को स्थिर करने और महंगाई को रोकने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।

आगे कैसा रह सकता है गेहू का बजार
सरकार की अस्थिर बिक्री नीतियों के कारण देश में गेहूं की आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बिगड़ गया है। सरकार ने खुले बाजार में गेहूं की बिक्री पर रोक लगा दी है, जिससे बड़ी कंपनियां इसका जखीरा जमा कर रही हैं। किसानों ने अपना सारा माल बेच दिया है और नई फसल की बुवाई का समय भी आ गया है। इन सब कारणों से गेहूं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और अब 3160 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। मंडियों में गेहूं की कमी के कारण आने वाले समय में भी दामों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। खासकर, जब नई फसल की बुवाई शुरू होगी तो लाखों टन गेहूं की खपत होगी जिससे मांग और बढ़ जाएगी। इन परिस्थितियों को देखते हुए गेहूं के दामों में और तेजी आने की उम्मीद है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।