इस हफ्ते सरसों के बाजार की क्या रहेगी चाल | जाने सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट में
किसान साथियो अगर आप पिछले कुछ दिनों के सरसों की आवक के ट्रेंड को देखें तो आप पाएंगे कि सरसों की आवक 3 लाख से घटकर 2 लाख के नीचे भी फिसल गई थी लेकिन सरसों के भाव में कुछ खास तेजी नहीं बनी। जो भाव नीचे चले गए थे वे मात्र 100-150 रुपये ही बढ़ पाए। अब सरसों की आवक फिर से 2 लाख 75 हज़ारों बोरी के आसपास चल रही है और कंडीशन सरसों के भाव 6100 के इर्द गिर्द घूम रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पिछले साल के मुकाबले यह आवक 1.5 लाख बोरी तक कम है। सरसों की टाइट सप्लाई और बडी मीलों की मांग ठीक ठाक बनी रहने से सरसों के भाव लगभग लगभग स्थिर चल रहे हैं । बाजार त्यौहारी सीज़न की तरफ बढ़ रहा है और नाफेड के पास लगभग 27 लाख टन सरसों का स्टॉक रखा हुआ है। ऐसे में यहां से सरसों के भाव किस तरफ चलेंगे इसका अंदाजा लगाना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। मंडी भाव टुडे ने आज की रिपोर्ट में बाजार को प्रभावित करने वाले घटकों का अध्ययन किया है जिसके आधार पर हम आने वाले समय में सरसों के ट्रेंड को जानने की कोशिश करेंगे। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
दोस्तों सरसों का भाव सरसों तेल और सरसों खल के भाव के हिसाब से चलता है। इन दिनों मंडियों में सरसों की सप्लाई टाइट होने के चलते सरसों की क्रशिंग धीमी हो रही है। यानी कि सरसों का तेल कम उत्पादन हो रहा है जिससे सरसों तेल की उपलब्धता सिमित बनी हुई है। लेकिन अन्य तेलों के सस्ता होने के कारण मांग भी कुछ खास नहीं है। ऐसे में ना तो सरसों तेल घट रहा है और ना ही उसमें तेजी बन रही है। सरसों का स्टॉक अब बडे हाथों में है और ये लोग फिलहाल सरसों को बेचने के मूड में नहीं दिख रहे। दूसरी तरफ नाफेड की बिकवाली भी उम्मीद से धीमी हो रही है। इसलिए बाजार रुका हुआ है।
ताजा आंकड़ों के अनुसार सरकारी एजेंसियां के पास 27.25 लाख टन स्टॉक उपलब्ध थी जिसमें से अब तक मात्र 63000 टन सरसों की बिकवाली हो पायी है। हाजिर मंडियों में आवक सिमित होने से मीलों को अपनी जरूरत पूरी करने के लिए नाफेड की बिकवाली पर निर्भर होना पड़ रहा है। बाजार में सरसों तेल और खल की उपलब्धता कम ही है लेकिन बड़ी बात यह है कि सामने डिमांड भी कुछ खास नहीं है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
डिमांड और सप्लाई के समीकरण को देखें तो इन स्तरों पर सरसों तेल में बडी तेजी मानकर लम्बा स्टॉक करना जोखिम भरा हो सकता है। मंडी भाव टुडे पर हम कई दिनों से बता रहे हैं कि दीवाली से पहले सरसों में बड़ी तेजी के आसार नहीं है। जिस तरह से नाफेड सरसों की स्लो बिकवाली कर रही है उसे देखते हुए लगता है कि एजेन्सी सरसों में तेजी को रोकने के लिए आगे बिकवाली बढ़ाएगी। नाफेड के पास बडा स्टॉक उपलब्ध होने और अन्य तेलों के भाव में चल रही कमजोरी को देखते हुए सरसों में भी बडी तेजी की उम्मीद करना वाजिब नहीं लगता। सोयाबीन की नयी फ़सल की आवक अक्टूबर में शुरू हो जाएगी जिसके बाद सोयाबीन और सोया तेल पर दबाव बनेगा। इसका असर सरसों के भाव पर भी दिख सकता है। जयपुर में कंडीशन सरसों का रेट फिलहाल 6000 के सपोर्ट को होल्ड कर रहा है, जिसके नीचे फिसलने पर गिरावट बढेगी। चालू हफ्ते में अगर सरसों की आवक नहीं बढ़ती और विदेशी बाजारों में सोया और पाम के भाव में बड़ी गिरावट नहीं होती है तो इन स्तरों से सरसों में अधिकतम 100 से 175 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों तेल में 2 से 3 रुपये किलो बढने की गुंजाइश दिखती है। जिन किसान साथियों को माल निकालना है वे हर छोटे मोटे उछाल पर माल निकालते रहे।
क्या चल रहे हैं सरसों के भाव
भाव की बात करें तो शनिवार को लगातार तीसरे दिन सरसों के भाव स्थिर बने रहे। जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव 6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे। हालांकि भरतपुर के बाजार ने तेजी जरूर पकड़ी जहां अंतिम समाचार मिलने तक भाव 5711 से बढ़कर 5750 के स्तर पर पहुंच गए। च दादरी मंडी में सरसों 25 रुपये बढ़कर 6025 पर आ गई और दिल्ली में भाव 6000 के स्तर पर स्थिर बने रहे। प्लांटों की बात करें तो यहाँ पर भी बाजार 25 रुपये तेज हुआ। सलोनी प्लान्ट पर सरसों के भाव 6525 रुपये प्रति क्विंटल के हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक भी 2.65 लाख बोरियों की रही। विदेशी बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में सप्ताह के अंत में गिरावट आई थी। व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में अभी एकतरफा बड़ी तेजी के आसार नहीं है, चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
तेल और खल के भाव
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में शनिवार को हल्का सुधार बना । कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 1 रुपया बढ़कर 1,173 रुपये प्रति 10 किलो हो गए इसी तरह से सरसों एक्सपेलर तेल के भाव भी 1 रुपये बढ़कर 1,163 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। सरसों खल के भाव 5 रुपये तेज होकर दाम 2,565 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। व्यापार अपने विवेक से करे
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।