चने की आवक में 33% की जोरदार बढ़ोतरी | क्या बदलेगी बाजार की दिशा
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों चने का बाजार लंबे समय से एक सीमित रेंज में घूम रहा है। एक तरफ जहां घरेलू बाजारों में आवक बढ़िया हो रही है वहीँ दूसरी तरफ विदेशी चने का भी थोड़ा बहुत दबाव बना हुआ है। रबी सीजन 2025 में देशभर की मंडियों में चना की आवक पिछले साल की तुलना में काफी अधिक रही है। आंकड़ों को देखें तो जनवरी से अप्रैल 2025 तक कुल 13.82 लाख टन रबी चने की आवक दर्ज की गई, जो कि 2024 की इसी अवधि के मुकाबले लगभग 33 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल 2025 में ही चना की आवक मार्च के मुकाबले 13 प्रतिशत ज्यादा रही है, जो कि बाजार में लगातार सप्लाई बढ़ने का संकेत देती है।
महीने वार आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में 71,669.46 टन चना मंडियों में आया जबकि फरवरी में यह मात्रा बढ़कर 2.37 लाख टन हो गई। मार्च में आवक 5.04 लाख टन रही और अप्रैल में यह आंकड़ा और भी बढ़कर 5.68 लाख टन पहुंच गया। पिछले वर्ष की तुलना में सभी महीनों में आवक में बढ़ोतरी देखी गई है। विशेष रूप से जनवरी में 57 प्रतिशत, फरवरी में 33 प्रतिशत और अप्रैल में 55 प्रतिशत की तेजी दर्ज हुई है।
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राज्यवार आंकड़ों पर नजर डालें तो अप्रैल में सबसे ज्यादा आवक मध्य प्रदेश से हुई जहां से 1.90 लाख टन चना मंडियों में आया। इसके बाद राजस्थान से रही, जहां 1.79 लाख टन और महाराष्ट्र से 84 हजार टन चना आया। उत्तर प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से भी अच्छी मात्रा में आवक दर्ज की गई। वहीं आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्यों से चने की आवक सीमित रही है।
मार्च की तुलना में अप्रैल में राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में आवक बढ़ी है जबकि महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। ऐसा कहा जा सकता है कि मुख्य उत्पादन क्षेत्र अब राजस्थान और मध्यप्रदेश की ओर शिफ्ट हो चुके हैं।
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कुल मिलाकर, इस बार रबी चना की आवक ऐतिहासिक रूप से मजबूत रही है और इसका सीधा असर बाजार पर पड़ा है। बाजारों में जो तेजी की उम्मीद बन रही थी वह बढ़ती आवक के कारण नहीं बन पाई है। हालांकि सरकारी एजेंसियों के लिए खरीद लक्ष्य पूरा करना भी चुनौती बना हुआ है क्योंकि किसानों को थोक मंडियों में एमएसपी से बेहतर भाव मिल रहे हैं। पिछला स्टॉक ना होने से के कारण ज्यादा बढ़ती आवक के बावजूद बाजार में मजबूती से टिका हुआ है, डिमांड और सप्लाई को देखकर यह उम्मीद की जा सकती है कि निकट भविष्य में चना का भाव सपोर्ट स्तर के आस-पास बना रह सकता है। हालांकि लंबे समय में तेजी का अनुमान है।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।