दिवाली के बाद सोयाबीन और सोया तेल के भाव में बन सकती है तेजी | जानिए क्या कहते हैं बाजार के जानकार
किसान साथियों, देश में सोया तेल के बाजार में पिछले सप्ताह उतार-चढ़ाव का माहौल बना रहा। सोयाबीन का उत्पादन सोया तेल के भावों को अत्यधिक प्रभावित कर रहा है। इस समय सोयाबीन की आवक स्थिर बनी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बड़े किसान अपनी सोयाबीन की फसल को स्टॉक करके आगे आने वाली तेजी के अनुमान से गोदाम में जमा कर रहे हैं। इस बात से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बाजार में सोयाबीन के दामों में संभावित तेजी बन सकती है, जिससे किसानों को लाभ में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, अगर दूसरी तरफ सोया तेल की बात करें तो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोया तेल के दामों में उतार-चढ़ाव की स्थिति में हल्की-फुल्की तेजी देखी जा रही है। इस तेजी का कारण पाम तेल की कमी और अमेरिका में सोया तेल की बायोफ्यूल मांग बढ़ाने को बताया जा रहा है। पिछले सप्ताह में सोयाबीन के दामों में 75 से ₹100 प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई है, जो आयातित तेलों के ऊँचे दामों और सोया तेल के आयात में 5 से 6 रुपये प्रति किलो की डिस्पैरिटी के चलते हुआ है। साप्ताहिक आंकड़ों का विश्लेषण करने पर संभावना यही दिखाई दे रही है कि आगामी महीने में सोया तेल के बाजार में कुछ और तेजी बन सकती है। फिलहाल सोया तेल के दामों में स्थिरता बनी हुई है, जिसका कारण सरकारी नीतियाँ, अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति और बायोफ्यूल की बढ़ती मांग है। अगर आप निवेश के नजरिए से देखें तो सोयाबीन और सोया तेल की मौजूदा स्थिति की संभावनाओं में काफी उम्मीद नजर आ रही है। मौजूदा हालातों को देखते हुए बाजार की स्थिरता और आने वाली अनुमानित हल्की तेजी की संभावनाओं के बीच आने वाला समय किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आज की रिपोर्ट में हमें सोयाबीन और सोया तेल के भावों, सोयाबीन की आवक और उत्पादन, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतार-चढ़ाव, तथा आने वाले समय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। तो लिए यह सब जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ने की हिदायत है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
घरेलू बाजारों में सोयाबीन
किसान साथियों, विश्वसनीय आंकड़ों के अनुसार, साप्ताहिक रिपोर्ट में पिछले सप्ताह सोयाबीन की आवक 6 से 8 लाख बोरी बताई जा रही है। सोयाबीन की आवक में स्थिरता के कारण हल्की सी बढ़त दिखाई दे रही है। अगर हम मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश से सोयाबीन की कुल आवक 375000 बोरी की हुई है और मंडियों में सोयाबीन के भाव 3800 से 4600 रुपये प्रति क्विंटल के देखे जा रहे हैं। अगर प्लांट की बात करें तो प्लांट में सोयाबीन के भाव 4050 से 4725 रुपये के रहे। महाराष्ट्र में सोयाबीन की आवक तीन लाख बोरी की है और मंडियों में सोयाबीन के भाव 3800 से 4450 प्रति क्विंटल हैं, जिसमें 50 रुपये की तेजी दर्ज की गई है। अगर प्लांट की बात करें तो 4550 से 4650 प्रति क्विंटल महाराष्ट्र में प्लांट में सोयाबीन के भाव रहे, जिसमें 25 रुपये की मंदी दर्ज की गई। राजस्थान में सोयाबीन की आवक 100000 बोरी की हुई और राजस्थान की मंडियों में सोयाबीन के भाव 3800 से 4500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहे और प्लांट के मूल्य 4600 से 4650 के बिक रहे, जिसमें 25 रुपये की तेजी देखने को मिली। अन्य राज्यों में सोयाबीन की आवक लगभग एक लाख बोरी की रही। प्लांट में पिछले सप्ताह लगभग 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तक तेजी देखने को मिली, जो कि आयातित तेलों के ऊँचे दामों और सोया तेल के आयात में 5-6 रुपये प्रति किलो की डिस्पैरिटी के चलते हुआ। इस डिस्पैरिटी के कारण स्थानीय स्तर पर सोयाबीन की क्रशिंग मांग में वृद्धि हो रही है, जो बाजार को और मजबूती प्रदान करती है।
सोया तेल की अंतरराष्ट्रीय स्थिति
किसान भाइयों, सीबीओटी (शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड) पर सोया तेल की कीमतों में पिछले सप्ताह 4.50 रुपये प्रति किलो की वृद्धि दर्ज की गई, जिसका कारण अमेरिका में सोया तेल का सीमित स्टॉक और बायो-फ्यूल की बढ़ती मांग है। दूसरी तरफ, अगर देखा जाए तो इसराइल और ईरान के बीच लगातार चल रहे तनाव का असर भी कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का कारण बन रहा है, जिससे सोया तेल की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है। भारत में, सोया तेल की कीमतें 1200 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर स्थिर हैं और इसमें मामूली सुधार देखा गया। एमपी लाइन और कांडला सोया तेल में भी 5-7 रुपये प्रति 10 किलो की बढ़त दर्ज की गई, जिससे स्थानीय रेडी माल का भाव 1270-1275 रुपये प्रति 10 किलो के बीच पहुँच गया। अर्जेंटीना में सोया तेल के मूल्य में लगातार वृद्धि होने से भारत में पोर्ट पर इसकी लैंडिंग कॉस्ट 1310 रुपये प्रति 10 किलो तक पहुँच गई है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
सोयामील की घरेलू मांग
किसान साथियों, मौजूदा समय में सोयामील का भाव 13 हजार रुपये प्रति टन के आसपास बना हुआ है। भारतीय सोयाबीन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभी 30 से 40 डॉलर प्रति टन अधिक मूल्य पर है। मक्का और अन्य फसलों के दामों में उछाल की वजह से सोयामील की घरेलू बाजारों की मांग में सुधार की उम्मीद दिखाई दे रही है। जानकारी के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में व्यापारियों को कुछ राहत मिल सकती है क्योंकि सोयाबीन के दामों में कुछ खास गिरावट की उम्मीद कम ही नजर आ रही है, जिसके कारण कीमतों में स्थिरता या फिर हल्की तेजी दिखने की संभावना है।
भविष्य की समीक्षा और बाजार रुझान
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, ऊपर दी गयी जानकारी और विश्वसनीय आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, आने वाले समय में सोयाबीन के बाजार में गिरावट की कम और तेजी की संभावना ज्यादा है । विपरीत परिस्थितियो में सोयाबीन के भाव ज्यादा से ज्यादा 100-150 रुपये प्रति क्विंटल तक नीचे जा सकते हैं । और फेवरेबल कंडीशन में सोयाबीन के भाव मे 300-400 रुपये प्रति क्विंटल तक की वृद्धि होने की उम्मीद है। इस संभावित वृद्धि की संभावना मुख्य रूप से सरकारी खरीदारी पर निर्भर करती है। यदि सरकारी खरीद बढ़ती है, तो सोयाबीन का भाव 5000 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर भी पहुँच सकता है। सरसों सोया तेल में सोया तेल के मुकाबले ज्यादा गिरावट आयी है। सरसो तेल में गिरावट और सोया तेल में पिछले सप्ताह आई हल्की तेजी ने यह पुष्टि की है कि इसकी मांग निकट भविष्य में मजबूत बनी रह सकती है। कांडला सोया तेल में 1300 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर के ऊपर जाने पर, दिसंबर और जनवरी तक 1400 रुपये प्रति 10 किलो की संभावित वृद्धि देखी जा सकती है। शॉर्ट टर्म में सोया तेल की ट्रेडिंग रेंज 1250-1310 रुपये प्रति 10 किलो, मध्यम अवधि में 1220-1350 रुपये प्रति 10 किलो, और लंबी अवधि में 1200-1400 रुपये प्रति 10 किलो के बीच रहने की संभावना है। दिवाली के बाद संभावित तेजी को ध्यान में रखते हुए किसान भाइयों और व्यापारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने रिस्क पर करें, क्योंकि प्रतिकूल परिस्थितियों में बाजार की स्थिति में कभी भी बदलाव संभव है। इसलिए व्यापार अपने विवेक और संयम से करें।
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।