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खपत वाले उद्योगों की मांग बढ़ने से बाजरे की कीमतों में आ सकता है उछाल | देखे पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में

खपत वाले उद्योगों की मांग बढ़ने से बाजरे की कीमतों में आ सकता है उछाल | देखे पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
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बाजरे का उत्पादन पूर्व अनुमान से कम होने तथा 27 प्रतिशत खाद्यान्न एवं डिस्टलरी प्लांटों में अतिरिक्त खपत बढ़ने से पिछले 10 दिनों में 50/60 रुपए की तेजी आ चुकी है तथा अगले महीने के अंतराल 200 रुपए की और तेजी लग रही है। बाजरे की बिजाई इस बार यूपी हरियाणा राजस्थान तीनों ही राज्यों में बहुत अधिक हुई थी, जिसके चलते उत्पादन अधिक रहा है, लेकिन फसल में दाना लगने के समय में मध्य एवं पूर्वी यूपी में बरसात होने से बाजरे की बाली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था, जिसके चलते पूर्व उत्पादन अनुमान की तुलना में थोड़ी कमी आ गई है, लेकिन गत वर्ष की अपेक्षा उत्पादन अधिक ही रहा है। इस बार पुराना स्टॉक मंडियों में नहीं बचा था, जिससे कुल मिलाकर खपत के अनुरूप माल इस बार भी नहीं है। दूसरी ओर 27 प्रतिशत के करीब खाद्यान्न में बाजरे की खपत बढ़ गई है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

उधर डिस्टलरी प्लांट वाले भी लगातार बाजरे की खरीद कर रहे हैं, क्योंकि चावल किनकी बहुत महंगी बिक रही है। यही कारण है कि बाजार 50/60 रुपए बढ़कर मौली बरवाला पहुंच में 2400/2425 रुपए प्रति कुंतल हो गया है तथा यूपी हरियाणा की मंडियों में 2140/2150 रुपए का व्यापार लूज में होने लगा है। गौरतलब है कि इस बार एलनीनो के प्रभाव से बरसात कम हुई है। यही कारण है कि बाजरे की खड़ी फसल खेतों में बढ़िया थी, लेकिन बाद में मौसम प्रतिकूल होने से पूर्व अनुमान 160-165 लाख टन से घटकर 158-160 लाख टन के करीब रह गया है, जबकि गत वर्ष 138-140 लाख मीट्रिक टन के करीब हुआ था।

बाजरे की पोल्ट्री एवं कैटल फीड की खपत लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा खाद्यान्न में भी अतिरिक्त खपत जारी है। अतिरिक्त खपत का कारण यह है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय में बाजरे की खाद्यान्न में खपत से पौष्टिक आहार की पूर्ति होती है। इसके अलावा सीरिल्स में भी खपने लगा है। उत्पादक मंडियों में आवक का दबाव पूरी तरह समाप्त हो चुका है तथा फरवरी के महीने में बाजरे की खपत और बढ़ जाएगी, क्योंकि पशु आहार काफी महंगे हैं। इस समय हरियाणा पंजाब के अलावा राजस्थान की मंडियों में भी मांग बनी हुई है तथा पंजाब में लगातार मांग चल रही है। अतः वर्तमान भाव में अगले एक डेढ़ माह के अंतराल दो सौ रुपए की तेजी लग रही है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।