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सरसों का टॉप रेट लेना है तो बस ये 5 मिनट का रिपोर्ट देख लो | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

सरसों का टॉप रेट लेना है तो बस ये 5 मिनट का रिपोर्ट देख लो | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयों इस साल गेहूं सरसों का बाजार अपनी स्वाभाविक चाल नहीं चल रहे हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आमतौर पर यह देखा जाता है कि फ़रवरी का महीना आते ही नई फसल आने का डर बाजार पर दबाव बनने लगता है और भाव नीचे की तरफ चलने लगते हैं । अगर साल 2023 की बात करें तो जयपुर में सरसों के भाव ने साल 2023 में 5050 का न्यूनतम भाव दिखाया था । लेकिन साल 2024 में ऐसा नहीं हुआ और सरसों के भाव ने 5350 का न्यूनतम स्तर दिखाया। यह दोनों न्यूनतम स्तर फरवरी से लेकर मई तक की अवधि के दौरान ही दिखे थे। बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या इतिहास अपने आप को साल 2025 में फिर से दोहराएगा और सरसों के भाव नीचे की तरफ चलेंगे या नहीं। आज की रिपोर्ट में हम तेल तिलहन के बाजार के सभी पहलुओं को समझने की कोशिश करेंगे और यह अंदाजा लगाने की कोशिश करेंगे कि बाजार की दिशा दशा क्या रह सकती है। अगर आप जानना चाहते है की सरसो का भाव डाउन होगा या गिरावट आएगी और सरकार की क्या नीतिया है तो ये जानकारी और रोजाना भाव पाने के लिए ले हमारी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक की है अगर आपको सर्विस लेनी है तो ही मैसेज करे लेने के लिए 9518288171 पर व्हाट्सप्प मैसेज या कॉल करे

सरसों के बाजार ने बदली चाल
दोस्तों जैसा कि हमने ऊपर बताया की सरसों के बाजार की बदली हुई सी नजर आ रही है । मंडी भाव टुडे ने इस बदलाव के मुख्य कारण को समझने की कोशिश की । हमें यह पता चला है कि सीजन के समय भाव के तेज होने का सबसे बड़ा कारण आवक का कमजोर रहना है। इसके अलावा खाद्य तेलों पर ड्यूटी बढ़ाने की समाचार ने भी तेल तिलहन के बाजार को तेज किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल 2024 में आज यानी की 23 फरवरी के आसपास सरसों की आवक बढ़कर 690000 की हो गई थी। लेकिन इस साल सरसों की आवक ने 375000 बोरी की आंकड़े को पार नहीं किया है। सरसों की आवक के इस कदर कमजोर रहने के कारण मार्च महीने की डिमांड के लिए सरसों नहीं मिल रही है । दूसरी तरफ कुंभ मेले में करोड़ों श्रद्धालुओं के आने के कारण उत्तर प्रदेश में खाने-पीने की चीजों की डिमांड बढ़ गई है। इसमें सरसों तेल भी शामिल है। इस बढ़ी हुई डिमांड के कारण ही गेहूं और सरसों तेल के भाव बढ़ गए है। डिमांड की पूर्ति करने के लिए प्लांट भाव बढ़ाकर खरीद कर रहे हैं। इसीलिए सरसों के भाव में यह अप्रत्याशित तेजी नजर आ रही है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

नयी फसल को लेकर क्या है अपडेट
दोस्तों मंदिरों में नई सरसों की आवश्यकता अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगी है शुक्रवार को नई सरसों की आवक लगभग दो लाख बोरी के आसपास रिपोर्ट की गई है। हालांकि सरसों की कटाई थोड़ी सी लेट हुई है जिसके कारण सरसों की आवक जोर-जोर से शुरू होने में थोड़ा समय लग रहा है। मौसम सरसों की फसल के अनुकूल चल रहा है और उम्मीद है कि किसानों को इस साल एक अच्छी फसल मिलेगी।

ताजा मार्केट अपडेट
दोस्तों अगर ताजा बाजार की बात करें तो इस हफ्ते सरसों के भाव में लगभग ₹100 की तेजी देखने को मिली है जयपुर में सरसों के भाव 6275 के चल रहे थे जो की शनिवार को बढ़ाकर 6375 के हो गए । इसी तरह से भरतपुर मंडी में भी सरसों का भाव ₹5885 से बढ़कर 6015 का हो गया है। बात दिल्ली की करें तो यहां पर भी सरसों के भाव में तेजी बनी है और सरसों के भाव 6225 के हो गए हैं। अन्य बाजारों की बात करें तो चरखी दादरी में सरसों का भाव 6200 बरवाला में 5750 हिसार में 5900 मुरैना में 5750 ग्वालियर में 5850 खैरथल में 5950, टोंक में 6030, अलवर में 6000 अलीगढ़ में 5650, श्योपुर में 5800, कोटा में 6000 जोधपुर में 6270 सुमेरपुर में 6270 निवाई में 6050 कोलकाता में 6350 और गंगापुर में 6030 रुपये प्रति क्विंटल तक कंडीशन सरसों के रेट रहे हैं।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो गजसिंहपुर मंडी में सरसों का रेट 5350 से 5445 रुपए, नोहर अनाज मंडी में सरसों का रेट 5400 से 5705 रुपए, रावतसर मंडी में सरसों का रेट 5500 से 5890 रुपए, संगरिया मंडी में सरसों का रेट 5405/5616 रुपए, देवली टोंक मंडी में सरसों का रेट 5300/6060 रुपए, घड़साना अनाज मंडी में सरसों का रेट 5560 रुपए, सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5300-5790 रुपए, जैतसर मंडी में सरसों का रेट 5185 रुपए और श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5450 से 5700 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

प्लांटों पर क्या रहे भाव
दोस्तों शनिवार के दिन ब्रांडेड तेल मिलों ने दिन में कई बार सरसों के रेट में उतार-चढ़ाव किया सलोनी प्लांट पर सुबह के समय सरसों के भाव 6975 के खुले थे जो की दिन के कारोबार के दौरान कई बार घट-बढ़ होकर अंत में 6900 पर बंद हुए। गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव 6100 पर स्थिर रहे। आगरा में बीपी और शारदा प्लांट की करें तो यहां पर  सरसों के भाव 6500 पर खुले थे लेकिन शाम तक BP प्लान्ट पर भाव 100 रुपये तेजी हो गए और 6600 पर बंद हुए। अदानी बूंदी और अलवर प्लांट पर सरसों के भाव ₹25 तेज होकर 6325 के हो गए।

विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजारों की बात करें तो मलेशिया में पाम तेल के भाव में लगातार तेजी चल रही है। शुक्रवार को पाम तेल का वॉइस रिंगिट यानी कि 0.48% तेज होकर 4664 रिंगिट प्रतिदिन पर बंद हुआ। हालांकि सोया तेल की कीमतों में कमजोरी दर्ज की गई और अमेरिका के शिकागो बाजार में सोया तेल का वायदा 0.53% तक कमजोर हुआ। इसी तरह से चीन के डालियान बाजार में भी शुक्रवार को पाम तेल में 90 युआन और सोया तेल में 68 युआन की कमजोरी दर्ज की गई। साथियों आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि पाम तेल में  तेजी इंडोनेशिया के B40 प्रोग्राम के चलते बनी हुई है और इसमें किसी तरह की भी और देरी होती है तो यह तेजी रुक सकती है।

ड्यूटी बढ़ाने का समाचार
दोस्तों हम यह बड़ी जिम्मेदारी के साथ कहना चाहते हैं कि वनस्पति तेलों के आयात पर ड्यूटी बढ़ाने का समाचार बहुत सारे मीडिया ग्रुप में चल रहा है। नेशनल स्तर की समाचार एजेन्सी राइटर्स ने इस बात को छापा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस आधार पर बाजार में तेजी तो चल रही है लेकिन इस पर अभी तक कोई भी आधिकारिक नोटिफिकेशन नहीं आया है।

तेल और खल पर क्या है अपडेट
दोस्तों शनिवार को जयपुर में सरसों खल का रेट 2105 रुपए प्रति क्विंटल का रहा। अन्य बाजारों को देखें तो अलवर में सरसों खल का रेट 2100 भरतपुर में 2200 कोटा में 2050 सुमेरपुर में 2175 चरखी दादरी में 2080 टोंक में 2045 और निवाई में 2055 रुपए प्रति कुंतल दर्ज किया गया। सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की रेट में कोई तेजी देखने को नहीं मिली और भाव क्रमश 1352 और 1342 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर रहे।

सरसों में आगे कैसा रह सकता है बाजार
दोस्तों आने वाले समय में सरसों का बाजार दो-तीन फैक्टर पर निर्भर करेगा। सबसे बड़ा फैक्टर सरसों की आवक का रहने वाला है। देखने वाली बात यह होगी कि सरसों की आवक जोर शोर से कब बढ़नी शुरू होती है। आवक में कितना उछाल आता है यह भी भाव को प्रभावित करेगा। पिछले साल 26 फ़रवरी तक सरसों की आवक ने 8 लाख बोरी का आंकड़ा छू लिया था । इसे देखते हुए ऐसा कहा जा सकता है कि जल्दी ही सरसों की आवक में तगड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। सरसों की आवक के बढ़ने में अगर और देरी होती है तो बाजार में जल्दी कोई बड़ी गिरावट नहीं होगी। दूसरा सबसे बड़ा फैक्टर आयात ड्यूटी बढ़ाने का हो सकता है। सोयाबीन के रेट में जबरदस्त गिरावट होने के कारण सरकार पर आयात ड्यूटी बढ़ाने का दबाव है। इस पर सरकार जल्दी ही कोई फैसला ले सकती है। और अगर खाद्य तेलों पर आयात ड्यूटी बढ़ती है तो यह सरसों के बाजार के लिए एक पॉजिटिव ट्रिगर होगा। अगर आप जानना चाहते है की सरसो का भाव डाउन होगा या गिरावट आएगी और सरकार की क्या नीतिया है तो ये जानकारी और रोजाना भाव पाने के लिए ले हमारी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक की है अगर आपको सर्विस लेनी है तो ही मैसेज करे लेने के लिए 9518288171 पर व्हाट्सप्प मैसेज या कॉल करे | विदेशी बाजारों से कोई खास रुझान निकलकर सामने आ नहीं रहा है और ऐसा नहीं लगता कि इसका घरेलू बाजार पर निकट भविष्य में कोई बहुत बड़ा फर्क पड़ने वाला है। ओवर ऑल जो पिक्चर निकालकर यह सामने आ रही है उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि सरसों का बाजार इस समय काफी रिस्की स्तर पर चल रहा है और इस समय व्यापारियों को खरीद करने से बचना चाहिए। किसान साथियों के लिए सलाह है कि जैसे ही सरसों की कटाई होती है माल को जल्दी से जल्दी बेचने का प्रयास करना चाहिए। व्यापार अपने विवेक से करें

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।