MSP पर सोयाबीन खरीद की खबर का भाव पर कितना हुआ असर | जाने सोयाबीन की तेजी मंदी रिपोर्ट में
किसान साथियो देश के प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों में फसल पककर तैयार हो चुकी है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किसान अपनी फसल की कटाई का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, लगातार बारिश के कारण फसल लेट हो गई है और खराब मौसम के चलते फसल को नुकसान पहुंचने का खतरा भी मंडरा रहा है। सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले सोयाबीन की मात्रा में कमी किए जाने के निर्णय से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इन परिस्थितियों के बावजूद, सोयाबीन के भावों में बढ़ोतरी होने की संभावना है और आने वाले समय में भावों में 500 से 700 रुपये तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
मध्य प्रदेश में सोयाबीन की कीमतों में आया उछाल
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए अक्टूबर महीने से सोयाबीन की खरीद का लक्ष्य 27-28 लाख मीट्रिक टन रखा है। यह कुल उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत है। सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य 4892 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है। इस खबर से सोयाबीन बीज की मांग में तेजी आई है, जिसके परिणामस्वरूप बीज की कीमतें बढ़ रही हैं। दूसरी ओर, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोया, सूरजमुखी और ताड़ के तेल की कीमतें बढ़ने से घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। नागपुर-इंदौर मार्केट में सोया रिफाइंड तेल की कीमत एक पखवाड़े में 9 रुपये प्रति किलो बढ़कर 102-103 रुपये प्रति किलो हो गई है। इसी तरह, पुराने सोयाबीन बीज की कीमतें भी बढ़कर 4650-4700 रुपये प्रति कुंतल हो गई हैं। सरकार द्वारा सोयाबीन की खरीद का लक्ष्य रखने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मध्य प्रदेश में सोयाबीन और सोया तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है।
सोयाबीन के उत्पादन में आई कमी
सरकार द्वारा सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 4892 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। इस न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद के कारण सोयाबीन की कीमतों में और वृद्धि होने की संभावना है। आने वाले समय में सोयाबीन के साथ-साथ सोयाबीन तेल के दामों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हाल के वर्षों में नीमच, मंदसौर, दाहोद, धार, रतलाम, शिवपुरी, कटनी, मंदसौर, राजस्थान के कोटा, महाराष्ट्र के अकोला, जलगांव और परभणी जैसे प्रमुख सोयाबीन उत्पादक क्षेत्रों में किसानों ने सोयाबीन की बुवाई कम की है। इसके विपरीत, मक्का की बुवाई में वृद्धि हुई है। पिछले साल सोयाबीन का उत्पादन 126 लाख मीट्रिक टन के आसपास रहा था, लेकिन इस बार कम बुवाई के कारण उत्पादन में 110 लाख मीट्रिक टन से अधिक की वृद्धि होने की संभावना नहीं है। वर्तमान में मंडियों में पुरानी सोयाबीन 4650 से 4700 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रही है। कम उत्पादन और बढ़ती मांग के कारण आने वाले समय में सोयाबीन की कीमतों में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।