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गेहूं के बाजार में कब तक जारी रहेगी तेजी | जाने गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट में

गेहूं के बाजार में कब तक जारी रहेगी तेजी | जाने गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियों और व्यापारी भाइयों पिछले हफ्ते गेहूं के बाजार के जानकार है अंदाजा लगा रहे थे कि जल्दी ही गेहूं के भाव में गिरावट देखने को मिलेगी । लेकिन सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद पिछले हफ्ते ऐसा कुछ भी दिखा नहीं। मंडी मार्केट मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में पहले ही बता दिया था कि महाकुंभ मेले के कारण उत्तर भारत में लगातार गेहूं की डिमांड बनी हुई है और डिमांड बनी रहने के कारण इतनी जल्दी भाव नीचे नहीं आयेंगे। पिछले एक हफ्ते के ट्रेंड को देखें तो पता चलता है कि गेहूं का भाव जैसे ही 50-60 रुपए नीचे जाता है तुरंत लेवाल आने लगते हैं और भाव फिर से बढ़ जाते हैं। दोस्तों इस समय गेहूं का बाजार ऐसी नाजुक स्थिति में पहुंच गया है कि यहां पर कोई भी गलत डिसीजन आपको भारी नुकसान करवा सकता है। इसलिए आपको पल पल गेहूं के बाजार को मॉनिटर करने की जरूरत है। मंडी भाव टुडे की सर्विस आपको गेहूं के बाजार की पल-पल की अपडेट देने के लिए प्रतिबद्ध है । अगर आप हमारी सर्विस लेना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए नंबर पर कॉल कर सकते हैं। दोस्तों मंडी भाव टुडे ने एक बाजार का विश्लेषण किया है जिसके आधार पर आपको गेहूं के बाजार की ताजा तस्वीर को आपके सामने रखने की कोशिश की गई है नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |

क्या है गेहूं में तेजी का कारण
दोस्तो जैसा कि हमने उपर बताया वर्तमान में कुम्भ मेले की डिमांड के कारण गेहूँ की आपूर्ति टाइट बनी हुई है। किसानों और स्टॉकिस्टों के पास माल की कमी है, वहीं सरकार की पाइपलाइन भी गेहूं की कमी है। ऐसी स्थिति में मिलर्स को अपने उत्पादन बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा जारी साप्ताहिक टेंडर पर निर्भर रहना पड़ रहा है। इसके साथ ही, महाकुंभ के कारण आटा, रवा और मैदा की अच्छी मांग बनी हुई है। टाइट सप्लाई और बढ़ती मांग के चलते गेहूँ की कीमतों में तेजी का दौर जारी है।

महाकुंभ के लिए आखिरी खरीदी
व्यापारियों के अनुसार, 26 फरवरी महाकुंभ का अंतिम दिन है और इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मिलर्स 20-21 फरवरी तक अंतिम खरीदी करेंगे। 26 फरवरी के बाद महाकुंभ की समाप्ति के साथ आटा, रवा और मैदा की मांग में कमी आ सकती है। इस स्थिति में सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले साप्ताहिक टेंडर मिलर्स के लिए पर्याप्त साबित हो सकते हैं।

नयी आवक से कीमतों में दबाव संभावित
वर्तमान तेजी के बाद बाजार में मार्च के पहले सप्ताह से गुजरात और मध्य प्रदेश में नई गेहूँ की आवक शुरू हो जाएगी। इस आवक के समय से बाजार अनजान नहीं है इसलिए आवक शुरू होने से पहले ही बाजार अपनी प्रतिक्रिया दिखा सकता है। और किसी भी समय करेक्शन की तरफ जा सकता है। 15 मार्च से बाजार में आवक का दबाव और बढ़ने की संभावना है। इसलिए 15 मार्च के बाद निश्चित रूप से गेहूं की तेजी पर रोक लग जाएगी और बाजार में दबाव देखने को मिल सकता है। बहरहाल , कुछ व्यापारियों का कहना है कि नई आवक शुरू होने से पहले तक कीमतों में तेजी बनी रहेगी। हालांकि मंडी भाव टुडे को ऐसा नहीं लगता। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

बढ़ते तापमान के बावजूद फसल सुरक्षित
विशेषज्ञों के अनुसार, किसानों द्वारा अपनाई गई गेहूँ की किस्में जलवायु के अनुकूल हैं। जब तक न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के भीतर है, तब तक फसल सुरक्षित मानी जा रही है। गेहूँ की फसल दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक सहन कर सकती है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 3-4 दिनों में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री, राजस्थान में 1-3 डिग्री और पूर्वी भारत में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे हल्की सिंचाई जारी रखें ताकि फसल सूखने से बची रहे।

मौजूदा मार्केट अपडेट
पिछले सप्ताह में दिल्ली में गेहूँ के भाव 100-150 रुपये बढ़कर 3275 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए।
दिल्ली के आज (18 फरवरी) के गेहूँ भाव
एमपी लाइन भाव ₹ 3250/60 तेजी 35
यूपी लाइन भाव ₹ 3250/60 तेजी 35
राजस्थान लाइन भाव ₹ 3250/60 तेजी 35
आवक 2000 बोरी

आगे का अनुमान
व्यापारियों के अनुसार, मौजूदा स्थिति को देखते हुए अगले दो तीन दिन तक कुम्भ मेले के लिए खरीदी चलने तक गेहूं का बाजार मजबूत रह सकता है। हालांकि, यह मौजूदा तेजी का अंतिम चरण होगा, और फ़रवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह से बाजार में कीमतों में करेक्शन देखने को मिल सकता है। मौजूदा स्तरों पर भी गेहूं के भाव में रिस्क को नकारा नहीं जा सकता। जरूरत के हिसाब से ही खऱीद करने की सलाह दी जाती है। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।