2 दिन में 150 रू बढ़े चने के भाव हमारी रिपोर्ट सटीक
साथियों चने का बाजार बीते हफ्ते भी दबाव में चल रहा था लेकिन शुक्रवार को निचले स्तर पर खऱीद निकलने के कारण शनिवार से ही इसमें सुधार शुरू हो गया है। पिछले दो दिन में चने के भाव 150 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ चुके हैं। दिल्ली में चना राजस्थानी 6200 तक पहुँच गया है। मंडी मार्केट मीडिया की चने की रिपोर्ट बिल्कुल सटीक साबित हुई है। मुख्य बाजारों के भाव को देखें तो जालना में 5800, अमरावती में 5600, लातूर में 6000,हरदा में 5700, बीकानेर में 5750, पिपरिया में 5750, जयपुर में 6150, इंदौर में बिल्टी चना 6100, जबलपुर में 5730 और कोलकाता में ऑस्ट्रेलियाई चना 6100 का भाव रुपए प्रति क्विंटल रहा। ऑस्ट्रेलिया से आने वाले फॉरवर्ड शिपमेंट की कीमतें भारतीय मंडियों से सस्ती पड़ने से इम्पोर्ट पैरिटी बाजार पर भारी पड़ रही है। पीली मटर पर 50% ड्यूटी लगाने की खबरों ने बाजार को थोड़ा सहारा दिया था लेकिन ड्यूटी ना लगने के कारण ने बाजार को दबाने में मदद की । चना दाल के भाव भी कल 50 रुपये चढ़े हैं, वहीं बेसन का बाजार मुंबई में लगभग स्थिर रहा और 4330 रुपये/50 किलो पर टिका रहा।
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऑस्ट्रेलिया का चना 10 डॉलर महंगा होकर 570 डॉलर प्रति टन पर पहुंचा, जबकि तंजानिया का चना भी इसी हद तक मजबूत हुआ, लेकिन मासिक और सालाना आधार पर कीमतें अब भी काफी नीचे हैं। ऑस्ट्रेलिया के नए अनुमान बताते हैं कि 2025-26 में वहां का चना उत्पादन करीब 7% घटकर 21 लाख टन रह सकता है, हालांकि ज्यादा रकबे की वजह से कुल सप्लाई ठीक-ठाक रहेगी। जुलाई में ऑस्ट्रेलिया से चने का निर्यात 41% गिरा और 24,951 टन रहा, लेकिन सीजन की कुल शिपमेंट पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा रही, जिसमें पाकिस्तान सबसे बड़ा खरीदार बना। भारतीय बंदरगाहों पर भी स्टॉक्स में कमी दर्ज हुई। कांडला और मुंद्रा दोनों जगह चना और पीली मटर का स्टॉक घटा है, जिससे निकट भविष्य में सप्लाई थोड़ा टाइट हो सकती है। बाजार इस समय पोर्ट पर चल. रही हलचल से प्रभावित हो रहा है। एक तरफ जहां त्यौहारी डिमांड बाजार को उपर खिंच रही है वहीं पीली मटर की सस्ती आवक और रूस-कनाडा से संभावित शिपमेंट बाजार पर दबाव बनाए रख सकते हैं। त्योहारी सीजन की खपत और रुपए की कमजोरी से इम्पोर्ट लागत बढ़ने पर कीमतों को सहारा मिलने की उम्मीद है, लेकिन कुल मिलाकर चना अभी रेंज बॉउंड ही दिख रहा है और इसकी दिशा सरकार की पीली मटर आयात नीति पर निर्भर करेगी। पितृपक्ष के बाद चने के बाजार में उछाल आने की उम्मीद है। अगर दिल्ली में 6400 का स्तर टूटता है तो अगला टार्गेट 6800 हो सकता है। नीचे में 6000 पर मजबूत सपोर्ट है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।
