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सोयाबीन की सरकारी बिकवाली हो रही रद्द | जाने क्या है इसकी वज़ह | देखें सोयाबीन की तेजी मंदी रिपोर्ट | 07 मार्च 25

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किसान साथियों और व्यापारी भाइयों भारत में सोयाबीन खरीद और बिक्री पर मौजूदा मंदी ने किसानों और व्यापारियों के सामने कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) ने 2023-24 खरीफ विपणन सत्र के दौरान खरीदी गई सोयाबीन की बिक्री शुरू कर दी है, लेकिन कमजोर मांग के कारण अधिकांश राज्यों में नीलामी की प्रक्रिया सफल नहीं हो पाई। इस समय केवल कर्नाटक में ही सफल बोली लग पाई है, जहां सोमवार को सोयाबीन की कीमत 4,151-4,161 रुपये प्रति 100 किलोग्राम दर्ज की गई। वहीं, अन्य राज्यों में नीलामी को रद्द करना पड़ा क्योंकि निविदाएं अपेक्षा से कम दरों पर आईं। कमजोर मांग के कारण राज्य सरकारों द्वारा तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के मुकाबले बाजार में सोयाबीन की दरें काफी नीचे बनी हुई हैं। यदि यह प्रवृत्ति जारी रही, तो किसानों को अपनी उपज बेचने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, जिससे वे अगले फसल चक्र में निवेश करने से हिचक सकते हैं।

कितनी हुई अब तक सरकारी खरीद

सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गुजरात में MSP पर सोयाबीन खरीद की अनुमति दी है। सरकार द्वारा स्वीकृत कुल 3.38 मिलियन टन में से अब तक 3 मार्च तक NAFED द्वारा केवल 1.47 मिलियन टन (43.5%) की खरीद हो सकी है। इसका मतलब यह है कि अभी भी सरकार के अनुमोदित लक्ष्य से काफी कम मात्रा की खरीद हुई है।

राज्यवार आंकड़ों की बात करें तो महाराष्ट्र में अब तक 836,741.3 टन सोयाबीन की खरीद की जा चुकी है, जो स्वीकृत मात्रा का 59% है। मध्य प्रदेश में 388,796.24 टन (28%), गुजरात में 48,054.81 टन (42%), कर्नाटक में 18,199.85 टन (16.3%), राजस्थान में 98,866.54 टन, तेलंगाना में 81,122 टन की खरीद हुई है। छत्तीसगढ़ में अब तक खरीद प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि कुछ राज्यों में खरीद की गति बेहतर है, लेकिन समग्र रूप से यह अभी भी लक्षित मात्रा से काफी कम है।

सोया प्रोडक्ट की मांग में गिरावट

सोयाबीन बाजार में मौजूदा मंदी का एक मुख्य कारण इसकी प्रोसेसिंग से जुड़ी उद्योगों की ओर से कमजोर मांग है। I Grain India के निदेशक राहुल चौहान के अनुसार, सोयामील और सोयातेल की मांग में गिरावट आई है, जिससे कई प्रसंस्करण संयंत्रों ने खरीद को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इस कारण किसानों को अपनी उपज के लिए खरीदार नहीं मिल रहे हैं और हाजिर मंडियों में अनिश्चितता बनी हुई है।

सोयाबीन की मांग घटने से किसानों को उपज के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं और MSP के मुकाबले उनकी उपज काफी कम कीमत पर बिक रही है। बाजार में लगातार गिरते दामों की वजह से आने वाले खरीफ सीजन की बुवाई पर भी असर पड़ सकता है क्योंकि किसान कम कीमतों की वजह से सोयाबीन उत्पादन से हटकर अन्य फसलों की ओर रुख कर सकते हैं।

सोयाबीन और सोया तेल वायदा बाजार (06 मार्च 2025)

दोस्तों सोया और तिलहन बाजार में आज मजबूती देखने को मिली। मलेशियाई केएलसी (KLC) फ्यूचर्स में हल्की बढ़त दर्ज की गई, जहां अप्रैल कॉन्ट्रैक्ट ₹4592 पर (+10), मई ₹4495 पर (+15), जून ₹4391 पर (+8) और जुलाई ₹4287 पर (+1) बंद हुआ। यह दर्शाता है कि सोया तेल और पाम तेल बाजार में स्थिरता बनी हुई है और निवेशकों में सकारात्मकता है।

शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (CBOT) फ्यूचर्स में भी मजबूती देखी गई। सोया तेल (मई) 43.02 (+0.01) पर हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि सोयाबीन (मई) ₹1023 (+11.25) पर तेजी के साथ कारोबार करता दिखा। सोया मील (मई) ₹304.40 (+4.60) पर रहा, जिससे संकेत मिलता है कि फीड मार्केट में मांग मजबूत बनी हुई है। हालांकि, क्रूड ऑयल की कीमत ₹66.15 (-0.21) पर थोड़ी नरमी के साथ बंद हुई, जो खाद्य तेल बाजार पर हल्का दबाव डाल सकता है।

चीन के डेरिवेटिव मार्केट (DCE) में भी मजबूती रही, जहां पाम ऑयल ₹8976 (+126) और सोया ऑयल ₹7926 (+62) के साथ बढ़त बनाए रहा। चीन में सोया तेल की बढ़ती मांग से वैश्विक बाजार में सपोर्ट मिल रहा है, जिससे कीमतों को मजबूती मिल सकती है।

हाजिर मंडियों मे क्या रहे सोयाबीन के भाव मंडी

गुरुवार को इंदौर (मध्य प्रदेश) की मंडी में सोयाबीन के दामों में 50 रुपये की गिरावट देखी गई, जिससे इसकी कीमतें 3,600-4,100 रुपये प्रति 100 किलोग्राम के बीच आ गईं। इस दौरान आवक में भी 200 बैग की वृद्धि हुई, जिससे कुल आवक 4,200 बैग तक पहुंच गई। उज्जैन मंडी में सोयाबीन की कीमत ₹3900 से ₹4050 रही, जहां ₹30 की तेजी देखी गई और कुल 4500 बोरी की आवक हुई। विदिशा मंडी में सोयाबीन ₹3400 से ₹4000 के बीच बिका, और कुल 1500 बोरी की आवक रही। गदरवाड़ा मंडी में भाव ₹3500 से ₹4000 के बीच दर्ज हुए, जबकि कुल आवक 400 बोरी रही। सागर मंडी में सोयाबीन ₹3400 से ₹3900 पर स्थिर रहा, और 2000 बोरी की आवक दर्ज हुई।

खुरई मंडी में सोयाबीन ₹3600 से ₹3900 के बीच बिका, जिसमें कुल 200 बोरी की आवक हुई। बीना मंडी में भाव ₹3700 से ₹3900 के बीच रहे और कुल 10,000 बोरी की आवक हुई। अशोकनगर मंडी में सोयाबीन की कीमत ₹3800 से ₹4000 के बीच रही, और 20,000 बोरी की बड़ी आवक हुई। मंदसौर मंडी में भाव ₹3700 से ₹4100 के बीच दर्ज हुए, जहां कुल 3000 बोरी की आवक रही। गंजबसौदा मंडी में सोयाबीन के दाम ₹3900 से ₹4100 के बीच रहे और कुल 1000 बोरी की आवक हुई। हरदा मंडी में भाव ₹3850 से ₹3940 के बीच रहे, जिसमें ₹80 की तेजी देखी गई और कुल 2000 बोरी की आवक दर्ज हुई।

महाराष्ट्र की जालना मंडी में सोयाबीन ₹3900 से ₹3950 के बीच बिका। वाशिम मंडी में सोयाबीन की कीमत ₹3800 से ₹4000 रही, और कुल 2500 बोरी की आवक दर्ज हुई। लातूर मंडी में सोयाबीन ₹3800 से ₹4150 पर स्थिर बना रहा, जहां सबसे ज्यादा 30,000 बोरी की आवक दर्ज हुई। अकोला मंडी में भाव ₹3600 से ₹3950 के बीच स्थिर रहे, और कुल 3000 बोरी की आवक हुई। खामगांव मंडी में सोयाबीन की कीमत ₹3000 से ₹3900 रही और 4000 बोरी की आवक देखी गई।

नागपुर मंडी में सोयाबीन ₹3400 से ₹3950 के बीच बिका, जिसमें ₹50 की तेजी दर्ज की गई और कुल 500 बोरी की आवक हुई। अमरावती मंडी में सोयाबीन के भाव ₹3500 से ₹3900 के बीच स्थिर रहे और कुल 4000 बोरी की आवक दर्ज हुई। हिंगणघाट मंडी में सोयाबीन की कीमत ₹3600 से ₹3960 रही, लेकिन मंदी ₹20 दर्ज की गई और कुल 2100 बोरी की आवक रही। उदगीर मंडी में भाव ₹3900 से ₹3950 के बीच स्थिर रहे और कुल 5000 बोरी की आवक हुई। नांदेड़ मंडी में सोयाबीन के दाम ₹3700 से ₹3925 के बीच रहे, जिसमें ₹25 की तेजी देखी गई और कुल 100 बोरी की आवक दर्ज हुई। हिंगोली मंडी में सोयाबीन ₹3200 से ₹3950 के बीच बिका, लेकिन ₹50 की मंदी दर्ज की गई और कुल 600 बोरी की आवक हुई।

स्थानीय व्यापारी का कहना है कि घरेलू बाजार में सोयाबीन की अधिकता और कमजोर मांग के कारण दाम लगातार दबाव में हैं। यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो इसका प्रतिकूल प्रभाव किसानों की आमदनी और उत्पादन पर पड़ेगा। निचले भाव के कारण किसान इस फसल में रुचि कम कर सकते हैं, जिससे आगामी फसल वर्ष में उत्पादन घट सकता है और देश के खाद्य तेल बाजार पर असर पड़ सकता है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।