हरियाणा में इस सीज़न में घट सकता है कपास का उत्पादन | जाने क्या है इसकी वज़ह
किसान साथियो व्यापारिक सूत्रों के अनुसार, चालू सीज़न के दौरान उत्तरी भारत के प्रमुख उत्पादक राज्य हरियाणा में कपास के उत्पादन में कमी की आशंका है। इस बार कपास की बुआई में तो कमी आई है, लेकिन मौसम के अनुकूल न होने के कारण उत्पादन में और भी तुलनात्मक रूप से कमी आशंका बनी हुई है। हाल ही में, राज्य कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आर. पी. सिहाग ने बताया कि हरियाणा में इस सीज़न में कुल 11,88,554 एकड़ क्षेत्र में कपास की बुआई हुई है, जो पिछले साल की तुलना में कम है। इस समय पिछले साल बुआई हुई 14,44,200 एकड़ क्षेत्र था। इससे पता चलता है कि इस बार कपास की बुआई में 2,55,646 एकड़ या 17.70 प्रतिशत की कमी आई है। अधिकांश जिलों में भी इस साल कपास की बुआई में कमी दर्ज की गई है।
दक्षिणी हरियाणा को कपास के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र माना जाता है, लेकिन इस बार चरखी दादरी, भिवानी, हिसार जैसे जिलों में भी कपास की बुआई में तुलनात्मक रूप से कमी आई है। व्यापारियों के अनुसार, इसका मुख्य कारण यह है कि बुआई के समय तापमान आम से अधिक रहा और लागत भी बढ़ी, जिसके कारण किसानों ने कपास की बुआई में कमी की है। चरखी दादरी मंडी के व्यापारी भारत भूषण ने बताया कि इस साल हरियाणा में कपास की बुआई में 17 प्रतिशत से अधिक कमी आई है। एक मोटे अनुमान के अनुसार, पिछले सीज़न की तुलना में इस साल कपास के उत्पादन में इतनी कमी आने की आशंका है। इसके साथ ही, मौसम भी कपास की फसल के लिए अनुकूल नहीं है, जिसके कारण उत्पादन और अधिक नीचे होने की संभावना बढ़ गई है।
भिवानी मंडी के व्यापारी बाबूलाल सिंघल के अनुसार, हरियाणा में आमतौर पर जून के अंत या जुलाई की शुरुआत में मानसून की बारिश शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार जुलाई का पहला सप्ताह बीत जाने के बावजूद मानसून की प्रतीक्षा की जा रही है। यह स्थिति कपास की फसल के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। हांसी मंडी के व्यापारी वेदप्रकाश ने बताया कि कपास की फसल कम पानी वाली फसल है, लेकिन पानी की जरूरत फिर भी होती है। बारिश न होने के कारण कपास की फसल पर जोखिम बढ़ गया है। व्यापारियों का मानना है कि यदि जल्दी ही राज्य में मानसून नहीं आता और अच्छी बारिश नहीं होती, तो हरियाणा में इस बार कपास के उत्पादन में लगभग 20-25 प्रतिशत की कमी आने की आशंका है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।