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क्या 2025 में सरसों का रेट 8000 तक जा सकता है | किस रेट तक बिक सकती है आपकी सरसों इस रिपोर्ट में जाने

क्या 2025 में सरसों का रेट 8000 तक जा सकता है | किस रेट तक बिक सकती है आपकी सरसों इस रिपोर्ट में जाने
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किसान साथियों और व्यापारी भाइयों सरसों का बाजार किसानों और व्यापारियों के लिए हर साल नए-नए सरप्राइज लेकर आता है। ज्यादातर किसानों और व्यापारियों को पता नहीं होता कि सरसों का भाव किन कारणों से बढ़ता है और किन कारणों से घटता है। यूट्यूब, फेसबुक और सोशल मीडिया पर बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो किसानों और व्यापारियों को भ्रमित करते हैं । इन लोगों को आपके फायदे या नुकसान से कोई लेना-देना नहीं होता है यह लोग बिना किसी आधार की सरसों के भाव में तेजी बताते रहते हैं और आपका नुकसान करवा देते हैं इन लोगों को यह भली भांति पता होता है कि किसानों को तेजी वाले वीडियो और पोस्ट अच्छी लगती हैं इसलिए यह इस तरह की तेजी बताते हैं जो कि तर्कसंगत नहीं होती। सरसों की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | 

मंडी भाव टुडे पर हम पिछले 5 साल से यह प्रयास कर रहे हैं कि किसानों और व्यापारियों को सही समय पर सही जानकारी दी जाए जिससे वह न सिर्फ भाव की तेजी मंदी का अंदाजा लगा सके बल्कि सही समय पर अपना माल बेचकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सके । आज की रिपोर्ट में हम उन सारे घटकों को जानेंगे जो सरसों के भाव को तेज या मंदा करने का दम रखते हैं। इसके अलावा सरसों के उत्पादन, पुराने स्टॉक, सरकारी नीति, एतिहासिक ट्रेंड, देश-विदेश के बाजार और खाद्य तेलों के बाजार का अध्ययन करके सरसों के बाजार की चाल को समझने की कोशिश करेंगे। इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद आप स्वयं ही अंदाजा लगा पाएंगे कि सरसों का बाजार किस तरह से चलने वाला है।

क्या कहता है आवक का ट्रेंड
दोस्तों सबसे पहले हम सरसों की आवक का ट्रेंड समझने की कोशिश करते हैं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल मार्च के महीने में पहली तारीख से ही सरसों की आवक 800000 बोरी तक पहुंच गई थी । और जयपुर में सरसों का रेट 5425 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था। हालांकि 18 मार्च आते आते सरसों की आवक ने 16 लाख का आंकड़ा छू लिया था। बात चालू साल की करें तो शुरुआत में आवक मात्र 3 लाख 50 हजार बोरी से शुरू हुई थी जो बढ़ते बढ़ते 12 लाख 25 हजार बोरी तक ही पहुंच पायी है। भाव की बात करें तो इस समय भाव 6075 का चल रहा है। कुल मिलाकर इस समय सरसों का ट्रेंड पिछले साल के मुकाबले मजबूती दिखा रहा है। इस में कोई शक नहीं है कि होली के बाद आ रहे इस सोमवार को सरसों की आवक में भारी उछाल देखने को मिलेगा और आवक 13 लाख बोरी के पार होने की पूरी संभावना है। ऐसे में भाव थोड़े बहुत और दब सकते हैं। हालांकि 200 रुपये से ज्यादा की गिरावट आपेक्षित नहीं है।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

पिछले स्टॉक की क्या है स्थिति
मरूधर एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार पुरानी सरसों का स्टॉक लगभग खप चुका है। 1 मार्च 2025 को किसानों और स्टॉकिस्टों के पास मात्र 2 लाख टन सरसों का स्टॉक था। सरकारी एजेन्सी नाफेड के पास 7 लाख टन सरसों का स्टॉक बचा हुआ है जो कि पहले 27 लाख टन था। पूरे साल के दौरान नाफेड ने 20 लाख टन सरसों की बिक्री की है। इसे देखते हुए पूरी उम्मीद है कि नाफेड इस साल अच्छी खासी सरकारी खऱीद करेगी।

विदेशी बाजारों से क्या मिल रहे हैं संकेत
साथियो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरसों तेल को सबसे बड़ी टक्कर पाम तेल और सूरजमुखी तेल से मिलती है। अगर देखा जाए तो पिछले साल मार्च के मुकाबले इस साल पाम तेल लगभग 6% तक तेज हुआ है जिसका पोजिटिव प्रभाव सरसों और सरसों तेल पर पड़ना चाहिए। पिछले साल के मुकाबले सरसों और सरसों तेल के भाव का 10% तक तेज होना इस बात का प्रमाण है। हालांकि सोयाबीन का रेट पिछले साल के मुकाबले काफी कमजोर है। इसके कमजोर रहने का मुख्य कारण विश्व स्तर पर सोयाबीन का उत्पादन बढ़ना और सोया मील का निर्यात घटना है। चीन और अमेरिका की बात करें तो भी सोयाबीन को छोडकर सभी तेल तिलहन के भाव तेज चल रहे है।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

पिछले साल के मुकाबले कितने तेज या मंदे हैं रेट
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस समय सरसों के रेट पिछले साल के मुकाबले 500 से 600 रुपये तक तेज चल रहे हैं। नीचे दी गई टेबल से आप इसे भली समझ सकते हैं।

MANDI BHAV TODAY

क्या 2021 जैसे रेट मिल सकते हैं?
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों आपकी जानकारी के लिए बता दे की 2021 में सरसों के भाव ₹8000 तक चले गए थे। उसके बाद से 2022, और 2023 में सरसों की अच्छी खासी पिटाई हुई और सीज़न के समय सरसों का रेट 5000 के नीचे तक फिसल गया था। अब बहुत सारे किसान साथी और व्यापारी भाई हमसे यह पूछना चाह रहे हैं कि क्या साल 2025 में 2021 जैसा नजारा दिखाई दे सकता है। क्या किसानों को 8000 के भाव मिल सकते हैं। तो दोस्तों 2025 में हम इस सम्भावना से इन्कार नहीं कर रहे हैं। आंकड़ों को देखें तो सरसों का उत्पादन, पिछला स्टॉक, विदेशी बाजारों की स्थिति, मार्केट सेंटिमेंट इसका इशारा कर रहे हैं। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि इस समय सरसों का सीज़न सोमवार यानि कि 17 मार्च से ही अपने पीक की तरफ बढ़ेगा और जैसे ही आवक 13-14 लाख बोरी के पार होगी तो सरसों में एक 200-300 रुपये की गिरावट जरूर बनेगी। सरसों की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे |  गिरावट का यह दौर अगर जयपुर में 5800 के स्तर को नहीं तोड़ता तो फिर आगे चलकर किसानों को सरसों में 7000 के स्तर आसानी से दिख जाएंगे। यदि विदेशी बाजारों का सहारा मिल गया 8000 का स्तर मिलना भी कोई बड़ी बात नहीं होगी। जो साथी माल बेचना चाहते हैं या तो तुरंत बेच दे यह फिर अगले 3-4 महीने तक शांत बैठे रहे। जो व्यापारी भाई सरसों की खरीद करना चाहते हैं उनके लिए यह सबसे उपयुक्त समय होगा व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।