Movie prime

क्या गेहूं का भाव 3000 या उससे ऊपर जा सकता है | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में

क्या गेहूं का भाव 3000 या उससे ऊपर जा सकता है | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

किसान साथियो सरकार ने जुलाई में घोषणा की थी कि ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री रोलर फ्लोर मिलों और आटा चक्कियों को की जाएगी, लेकिन सरकार की तफ से अभी तक इस विषय में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अगस्त महीना लगभग खत्म होने को है और गेहूं के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यदि सरकार जल्द ही गेहूं की बिक्री खुले बाजार में नहीं करती है, तो आने वाले समय में गेहूं के भाव 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं। इस साल गेहूं का उत्पादन अच्छा हुआ है। लेकिन मंडियों में बड़ी कंपनियों द्वारा समर्थन मूल्य से अधिक कीमत पर गेहूं खरीदने के कारण सरकार अपनी खरीद के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाई। मध्य प्रदेश में तो स्थिति और भी खराब है। यहां बड़ी कंपनियों ने 2350 से 2550 रुपये प्रति क्विंटल तक गेहूं खरीदा, जिससे सरकार को यहां कम गेहूं खरीदने को मजबूर होना पड़ा। सरकार के MSP 2275 रुपये प्रति क्विंटल होने के बावजूद, किसानों को मंडियों में अधिक भाव मिलने के कारण उन्होंने सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं बेचने में कम रुचि दिखाई। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

हाजिर मंडियों के गेहूं के भाव
बात करे हाजिर मंडियों के गेहूं के भाव की तो दिल्ली मंडी में गेहूं का रेट 2830 का रहा, सिरसा मंडी में गेहूं का रेट 2525 का रहा, जुलना मंडी में गेहूं का रेट 2700 का रहा, भुना मंडी में गेहूं का रेट 2635 का रहा, जयपुर मंडी में गेहूं का रेट 2710 का रहा, नोहर मंडी में गेहूं का रेट 2525 का रहा, ऐलनाबाद मंडी में गेहूं का रेट 2515 रुपये का रहा

गेहूं की कीमतों में क्यों बढ़ रही है तेजी
साथियो फिलहाल गेहूं के बाजार में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। बड़ी कंपनियों द्वारा गेहूं की खरीद कम करने और किसानों द्वारा अपनी उपज बाजार में लाने में कमी के कारण गेहूं के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले महीने की तुलना में गेहूं के भाव 170 से 175 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़कर 2840 से 2845 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले में 335 से 340 रुपये अधिक है। दूसरी ओर, सरकार ने ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत गेहूं की बिक्री 2300 से 2325 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर शुरू की थी। लेकिन, बाजार में गेहूं की मांग अधिक होने के कारण रोलर फ्लोर मिलों और आटा चक्कियों की मांग भी बढ़ गई है। सरकार का अनुमान था कि इस साल गेहूं का उत्पादन 1120.70 लाख मीट्रिक टन होगा, जो पिछले साल के उत्पादन से अधिक है। लेकिन, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में गेहूं की आवक और बड़ी कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा के कारण सरकार अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में असमर्थ रही। इस साल गेहूं की कुल खरीद लगभग 267 लाख मीट्रिक टन रही, जबकि पिछले साल यह 262 लाख मीट्रिक टन की हुई थी। साल 2022 में भी सरकारी गेहूं की खरीद कुल 188 लाख मीट्रिक टन के आसपास की हुई थी। यही कारण है बड़ी कंपनियां अभी बिकवाल नहीं आ रहे हैं, जिससे इसके भाव लगातार बढ़ते हुए 2840/2845 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

क्या गेहूं का भाव 3000 तक जा सकता है
साथियो फ्लोर मिलों द्वारा लगातार गेहूं की मांग और खरीद के कारण दिल्ली में गेहूं के भाव में पिछले कुछ दिनों में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी देखी गई है। इस बढ़ोतरी के बाद उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गेहूं का भाव 2840 से 2850 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। हालांकि, गेहूं की कीमतों में आने वाली इस तेजी का भविष्य सरकार की बिक्री नीति पर निर्भर करेगा। मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसी गेहूं उत्पादक मंडियों में गेहूं के दामों में 10-20 रुपये प्रति क्विंटल की उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। गेहूं की नई फसल अक्टूबर और नवंबर में बोई जाएगी और मार्च-अप्रैल में तैयार होगी। अभी फसल के लिए काफी समय है, और सरकार के अनुसार केंद्रीय पूल में गेहूं का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। लेकिन सरकार द्वारा अभी तक इस स्टॉक की बिक्री शुरू नहीं की गई है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि केंद्रीय पूल में गेहूं की मांग के अनुरूप खपत नहीं हो रही है। यदि सरकार जल्द ही खुले बाजार में गेहूं की बिक्री नहीं करती है, तो गेहूं के दाम दिल्ली मंडी में 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।