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क्या सरसों में जारी रह सकती है पिछले हफ्ते जैसी तेजी | जाने सरसों की साप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट में

क्या सरसों में जारी रह सकती है पिछले हफ्ते जैसी तेजी | जाने सरसों की साप्ताहिक तेजी मंदी रिपोर्ट में
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयों पिछले तीन दिनों में सरसों के बाजार ने अपनी चाल में फेरबदल किया है। लंबे समय से जो गिरावट का दौर चल रहा था ब्रेक लगता दिखाई दिया है। जयपुर में पिछले तीन दिनों में सरसों के भाव 6025 से उठकर कल 6100 के स्तर पर पहुंच गए। इसी तरह से भरतपुर की बात करें तो इन्हीं 3 दिनों में भरतपुर में सरसों का भाव 5682 का था वहां से लगभग 150 रुपए तेज होकर 5850 प्रति क्विंटल हो गया है। सरसों में आई इस तेजी को लेकर हमारे कुछ किसान और व्यापारी उत्साहित जरूर हुए हैं लेकिन यह तीन दिन का सुधार  सरसों के भाव को इस स्तर पर होल्ड कर पाएगा ऐसा नहीं लगता। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार की पिछले एक हफ्ते की चाल का विश्लेषण करेंगे और यह पता लगाने की कोशिश करेंगे की सरसों में बॉटम रेट क्या बन सकता है।

ताज मार्केट अपडेट
दोस्तों जैसा कि हमने बताया कि पिछले हफ्ते में सरसों आखिर के 3 दिन में तेज जरूर हुई है लेकिन ओवरऑल यह सप्ताह मंदी का ही रहा है। पूरे हफ्ते की चाल को देखें तो सोमवार को यानी की 24 जनवरी को जब बाजार खुला था तो जयपुर में सरसों के भाव 6300 के चल रहे थे और शनिवार आते आते 6100 के स्तर पर बंद हुए। इस सप्ताह के दौरान सरसों के भाव ने 6025 का न्यूनतम भाव भी दिखाया । इसी तरह से भरतपुर मंडी में पिछले सोमवार को सरसों 5900 के स्तर पर चल रही थी जो की शनिवार को 5850 के स्तर पर बंद हुई। यहां भरतपुर में भी सरसों ने पिछले सप्ताह के दौरान 5682 का न्यूनतम भाव दिखाए। बात दिल्ली की करें तो यहां पर बाजार में कोई बड़ा परिवर्तन देखने को नहीं मिला और सरसों के भाव पूरे हफ्ते के दौरान 6025 का न्यूनतम भाव दिखाने के बाद 6125 के स्तर पर बने रहे हैं। अन्य मंडियों में भी लगभग समान रुझान ही देखने को मिला है। सरसों की आवक को दिखे तो सरसों की आवक 165000-200000 बोरी के बीच बनी रही।

प्लांटों पर क्या रहा रूझान
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों सरसों का बाजार प्लांट के रेट के हिसाब से ऊपर नीचे होता रहता है अगर प्लांट की बात करें तो सोमवार को जब बाजार खुला था तो सलोनी प्लांट पर सरसों के रेट 6900 के आसपास थे और शनिवार आते आते यह 6800 पर बंद हुए। अन्य प्लांट की बात करें तो अदानी बूंदी प्लांट पर सरसों का भाव 6150 पर खुलकर शनिवार को 6200 पर बंद हुआ। गोयल कोटा प्लांट पर सोमवार को 6000 के भाव खुले थे लेकिन शनिवार आते आते यहां पर ₹50 गिरावट हुई और अंतिम भाव 5950 की रहे बीपी आगरा प्लांट पर भी ध्यान समान ही बना रहा और अंतिम भाव 6050 के आसपास रिपोर्ट किए गए हैं। सोयाबीन की बात करें तो कीर्ति प्लांट पर सोयाबीन के भाव 4350 पर खुलकर शनिवार को 4310 पर बंद हुए। नोट :- बोली होते ही मंडियों के लाइव रेट व्हाट्सप्प पर पाने के लिए आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | अगर आप को चाहिए तो 9518288171 पर व्हाट्सअप मैसेज करे | भाव सुबह 7 बजे से आने शुरू हो जायेंगे और इस सर्विस में और भी फसलों के भाव देखने को मिलेंगे | जिन्हे लेनी है वही मैसेज करे

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो रावतसर मंडी में सरसों का रेट 5000 से 5825 रुपए, श्री करनपुर मंडी में सरसों का रेट 5230 रुपए, देवली मंडी में सरसों का रेट 4800 से 5851 रुपए, नोहर मंडी में सरसों का रेट 5300 से 5560 रुपए, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का रेट 4601 से 5663 रुपए, सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5300 से 5610 रुपए, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 5300 से 5781 रुपए, सिवानी मंडी में सरसों का रेट 5375 रुपए और गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 5590 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।

विदेशी बाजारों की अपडेट
दोस्तों अगर विदेशी बाजारों की बात करें तो पाम तेल में इस हफ्ते सुधार देखने को मिला मलेशिया में पाम तेल का भाव लगभग 1.8% तक तेज हुआ । इन दिनों के बाजार पर ट्रंप फैक्टर का काफी असर बढ़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 फरवरी से मैक्सिको कनाडा और चीन पर 25% आयात शुल्क लगा दिया है इससे अमेरिका में पाम तेल और कैनोला तेल की कमी हो सकती है। अमेरिका में सोया तेल के भाव बढ़ सकते हैं।

तेल और खल अपडेट
दोस्तों जब सोमवार को बाजार खुला था तो जयपुर में सरसों तेल एक्सपेलर के भाव 1300 रुपए प्रति 10 किलो चल रहे थे लेकिन शनिवार को आते-आते इसमें गिरावट हुई और अंत में भाव 1271 रुपए प्रति 10 किलो रह गई इसी तरह से कच्ची घानी की बात करें तो कच्ची खाने के भाव 1310 से घटकर 1281 प्रति 10 किलो रह गए।

क्या सरसों में तेजी का दौर जारी रह सकता है
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि सरसों का बाजार इस समय इतिहास को दोहरा रहा है । इसलिए ऐसा नहीं लगता की सरसों में तेजी का दौर जारी रहेगा। पिछले दो-तीन दिन में आई तेजी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही खलबली के कारण आई है । लेकिन घरेलू बाजार में अभी भी फंडामेंटल बहुत ही कमजोर है। मौसम अनुकूल है सोयाबीन की बड़ी फसल पहले ही हम देख चुके हैं और सरसों की बढ़िया फसल होने की उम्मीद है। यहां से आगे सरसों में कम से कम ₹200-300 की गिरावट और होने की संभावना है । गौरतलब है कि सरसों का पुराना स्टॉक और सरकारी स्टॉक पिछले साल के मुकाबले कमजोर है। पिछले साल से तुलना करें तो इसी समय सरसों के भाव जयपुर में 5550 के चल रहे थे और भरतपुर में 5230 के आस पास के थे। सरसों की आवक 2 लाख 95 हज़ार बोरी की थी। मौजूदा परिस्थिति से तुलना करके कहा जा सकता है कि इस सीज़न में पिछले साल जितनी गिरावट तो नहीं बनेगी लेकिन यहां से 200-300 तक की गिरावट और सम्भावित है। इसलिए जिन किस साथियों के पास सरसों का स्टॉक पड़ा हुआ है उन्हें पिछले 3 दिन में आयी इस तेजी का फायदा उठाना चाहिए और तुरंत प्रभाव से अपने माल को निकाल देना चाहिए। जो लोग सरसों को स्टॉक करना चाहते हैं उन्हें थोड़ा सा और इंतजार करना चाहिए और मार्च महीने के आसपास खरीद बनानी चाहिए। दोस्तों तेल तिलहन का बाजार घरेलू से लेकर अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से प्रभावित होता रहता है और परिस्थितियां कभी भी बदल सकती हैं इसलिए व्यापार आपको अपने विवेक से ही करना है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।