खेती के उपकरणों पर मिल रही है भारी सब्सिडी | जाने कैसे उठाएं इसका फायदा
दोस्तों खेती-किसानी को आसान और लाभदायक बनाने के लिए तकनीकी यंत्रों का उपयोग आज के दौर में बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। लेकिन इन यंत्रों की ऊंची कीमतें छोटे और मध्यम किसानों के लिए बड़ी चुनौती बन जाती हैं। इसी समस्या को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने ई-कृषि यंत्र अनुदान योजना (E-Krishi Yantra Anudan Yojana) की शुरुआत की है। यह योजना किसानों को ट्रैक्टर (Tractor), हैप्पी सीडर (Happy Seeder), सुपर सीडर (Super Seeder), और रोटावेटर (Rotavator) जैसे महंगे कृषि यंत्रों को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने का एक बेहतरीन जरिया है।
ई-कृषि यंत्र अनुदान योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की खेती में तकनीकी सुधार करना और उनकी आय को बढ़ाना है। इस योजना के तहत किसान कस्टम हायरिंग सेंटर (Custom Hiring Center) भी स्थापित कर सकते हैं, जहां से अन्य किसान यंत्र किराए पर ले सकते हैं। यह योजना न केवल खेती की लागत को कम करती है, बल्कि फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता को भी बेहतर बनाती है।
इस योजना के तहत हैप्पी सीडर और सुपर सीडर जैसे यंत्रों पर 40% तक की सब्सिडी दी जाती है, जो अधिकतम 4 लाख रुपये तक हो सकती है। इसके अलावा, कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के लिए भी सरकार 10 लाख रुपये की लागत पर 40% तक का अनुदान प्रदान करती है। इन यंत्रों का उपयोग फसल अवशेष प्रबंधन (Crop Residue Management) में होता है, जिससे खेत की मिट्टी की गुणवत्ता बनी रहती है और पर्यावरण को नुकसान नहीं होता।
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना बेहद आसान है। ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल (https://farmer.mpdage.org/Home/Index) पर जाकर आवेदन किया जा सकता है। आवेदन करने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जैसे पहचान पत्र, बैंक खाता विवरण, जमीन के दस्तावेज, पैन कार्ड, और स्व-घोषणा पत्र। यदि आप अनुसूचित जाति, जनजाति, या अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं, तो जाति प्रमाण पत्र भी आवश्यक होगा।
इस योजना का लाभ उठाकर किसान न केवल अपनी खेती को आधुनिक बना सकते हैं, बल्कि समय और लागत दोनों की बचत भी कर सकते हैं। कस्टम हायरिंग सेंटर की सुविधा से अन्य किसान भी यंत्रों का उपयोग कर सकते हैं, जिससे पूरे समुदाय को लाभ मिलता है।
ई-कृषि यंत्र अनुदान योजना खेती को उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल बनाने का एक प्रयास है। अगर आप इस योजना के पात्र हैं, तो समय रहते आवेदन करें और अपनी खेती को नए आयाम तक पहुंचाएं। यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो खेती में नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।