कृषि यंत्रों पर किसानों को मिलेगी 80% की छूट, क्या है योजना, जानें इस रिपोर्ट में।
कृषि यंत्रों पर किसानों को मिलेगी 80% की छूट, क्या है योजना, जानें इस रिपोर्ट में।
किसान भाइयों, कृषि को आधुनिक बनाने और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए बिहार सरकार किसानों के लिए लगातार कई योजनाएँ चला रही हैं। कृषि को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार द्वारा इन पहलुओं में एक महत्वपूर्ण कदम है, कृषि यंत्रीकरण की ओर बढ़ना, जिससे किसान अपने कार्यों को अधिक कुशल और आर्थिक बना सकें। बिहार सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुए एक विशेष आयोजन किया है, जिसका नाम है "कृषि यंत्रीकरण मेला 2024", जो 29 नवम्बर से 2 दिसंबर तक पटना के गांधी मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले कृषि यंत्रों की जानकारी देना और उन्हें सरकारी अनुदान पर यह यंत्र खरीदने का अवसर प्रदान करना है। इस आयोजन से बिहार के किसानों को कृषि यंत्रीकरण की दिशा में एक नई दिशा मिलेगी और उन्हें अपनी खेती को और अधिक लाभकारी बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता प्राप्त होगी। आज की इस रिपोर्ट में हम सरकार की इस योजना के तहत मेले में मिलने वाले कृषि यंत्रों और उन पर दिए जाने वाले अनुदानों और मेले में किसानों से संबंधित अन्य विभिन्न प्रकार की जानकारी को समझने की कोशिश करेंगे, तो चलिए इस योजना के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ते हैं यह रिपोर्ट।
कृषि यंत्रीकरण मेले का उद्देश्य
किसान साथियों, कृषि यंत्रीकरण मेला 2024 बिहार के किसानों के लिए एक अहम अवसर है। इस मेले का आयोजन कृषि यंत्रों के महत्व को समझाने और किसानों को इन्हें सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया जा रहा है। खेती में तकनीकी विकास और यंत्रों का उपयोग किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। कृषि यंत्रों के इस्तेमाल से समय की बचत होती है, कार्य का बोझ हल्का होता है, और उत्पादन बढ़ता है। इस मेले में 100 से अधिक स्टाल लगाए जाएंगे, जहाँ किसान आधुनिक कृषि यंत्रों को देख सकेंगे और खरीदने का निर्णय ले सकेंगे।बिहार कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने इस मेले की तैयारियों की समीक्षा की है और बताया है कि इसमें देशभर के प्रमुख कृषि यंत्र निर्माता हिस्सा लेंगे। पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के निर्माता भी अपने कृषि यंत्रों का प्रदर्शन करेंगे। किसान इस मेले में जाकर इन यंत्रों को देख सकते हैं और खरीदने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसान पाठशाला
किसान भाइयों, इस मेले का एक और प्रमुख आकर्षण यह होगा कि यहाँ प्रतिदिन एक "किसान पाठशाला" का आयोजन किया जाएगा, जिसमें किसानों को कृषि यंत्रों और उनकी सही तरीके से उपयोग के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी। कृषि के नजरिए से यह किसानों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर होगा, क्योंकि इस पाठशाला में उन्हें यंत्रों के फायदे, उनकी सही विधि और किस प्रकार ये यंत्र उनकी कृषि को लाभकारी बना सकते हैं, इस बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी।इस पाठशाला का उद्देश्य किसानों को सिर्फ कृषि यंत्रों की जानकारी देना ही नहीं, बल्कि उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों से अवगत कराना भी है, ताकि वे अपनी खेती को और अधिक उन्नत बना सकें। यह प्रशिक्षण किसानों को समय पर फसल प्रबंधन, रोग नियंत्रण, और अन्य कृषि संबंधित तकनीकों के बारे में भी समझाएगा, जो उनकी फसल उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकता है।
कृषि यंत्रों पर छूट
किसान साथियों, इस मेले का मुख्य उद्देश्य बिहार सरकार किसानों को कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 2024-25 के लिए बिहार सरकार द्वारा कुल 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। इस अनुदान का लाभ किसानों को 80 प्रतिशत तक मिल सकता है, खासकर यदि वे फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित यंत्र खरीदते हैं। अन्य कृषि यंत्रों पर 40 से 50 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा। यह अनुदान किसानों को कृषि यंत्रों को सस्ते दरों पर खरीदने में मदद करेगा, जिससे उन्हें अपने कृषि कार्यों को अधिक सुलभ और लाभकारी बनाने का मौका मिलेगा।
क्या है प्रक्रिया
किसान भाइयों, यदि कोई किसान अनुदान पर यंत्र खरीदना चाहते हैं, तो उन्हें OFMAS Portal पर पंजीकरण करना होगा और वहाँ से सूचीबद्ध विक्रेता से यंत्र खरीदने होंगे। इसके लिए उन्हें www.farmech.bih.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया किसान को सरकार द्वारा निर्धारित उचित यंत्र खरीदने की सुविधा प्रदान करेगी और उन्हें एक पारदर्शी तरीके से अनुदान मिलने की गारंटी मिलेगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
किसान साथियों, कृषि यंत्रीकरण मेला केवल यंत्रों का प्रदर्शन करने तक सीमित नहीं होगा, बल्कि अपनी संस्कृति को युवा पीढ़ी के सामने प्रदर्शित करने के लिए इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम मेले में आने वाले किसानों और आगंतुकों के लिए मनोरंजन का एक अच्छा स्रोत बनेंगे। किसान यहां कृषि यंत्रों को देखने के अलावा स्थानीय बिहारी संस्कृति और कला का भी अनुभव कर सकेंगे, जिससे युवाओं को अपनी संस्कृति को गहराई से समझने का अवसर प्राप्त होगा। यह पहल किसानों को और अधिक आकर्षित करेगी और उन्हें इस मेले में आने के लिए प्रेरित करेगी।इसके अलावा, इस मेले में कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में भी किसानों को जानकारी दी जाएगी। यह योजनाएँ किसानों के लाभ के लिए हैं, जैसे कि कृषि बीज वितरण, सिंचाई सुविधाएँ, और कृषि से संबंधित अन्य तकनीकी सहायता।
मेले में प्रवेश और आयोजन की अन्य जानकारी
किसान भाइयों, कृषि यंत्रीकरण मेला 2024 के आयोजन के लिए पटना के गांधी मैदान का चयन किया गया है। यह मेला 29 नवम्बर से 2 दिसंबर तक चलेगा, और इसका समय सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। गांधी मैदान के गेट नंबर 10 (राम गुलाम चौक के सामने) से मेले में प्रवेश किया जा सकता है। मेले में प्रवेश पूरी तरह से निःशुल्क होगा, ताकि अधिक से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकें।कृषि विभाग ने इस मेले को लेकर किसानों से अपील की है कि वे इसमें अवश्य भाग लें, क्योंकि यह उनके लिए एक सुनहरा अवसर है। उन्हें यहां न केवल कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी मिलेगी, बल्कि सरकारी योजनाओं और अनुदान के लाभ के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।
