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इन फसलों के किसानों को मिल रही है सब्सिडी | जाने पूरी डिटेल्स

इन फसलों के किसानों को मिल रही है सब्सिडी | जाने पूरी डिटेल्स
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खरीफ मौसम में फसलों की बुवाई आमतौर पर मानसून की वर्षा के साथ ही शुरू होती है, जिससे वर्षा जल का उपयोग करके कम लागत में फसलें पैदा हो जाती हैं धान की बुवाई एक महत्वपूर्ण कदम है, और राज्य सरकार द्वारा किसानों को सस्ते धान के बीज प्रदान करने का प्रयास सराहनीय है। इसके तहत, धान के बीजों पर 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है, जिससे किसान उन्हें कम कीमत पर प्राप्त कर सकते हैं  इस योजना के तहत धान के बीजों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और किसान 20 जून तक आवेदन कर सकते हैं  यह एक अच्छा कदम है जो किसानों को उनकी खरीफ फसलों की बुवाई में सहायक हो सकता है।

राज्य सरकार की धान बीज सब्सिडी योजना: राज्य सरकार की यह पहल किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकती है।
राज्य सरकार किसानों को धान के बीज पर 90 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है।
किसानों को बहुत कम कीमत पर धान के बीज मिलेंगे, जिससे वे अपने खर्च को कम कर सकेंगे और अधिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करना होगा।
आवेदन के बाद ही उन्हें सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा।

धान के साथ अन्य फसलो की बुबाई का लक्ष्य
धान के साथ ही खरीफ मौसम में अन्य फसलों के लिए भी निर्धारित बुवाई के लक्ष्य का आवंटन किया गया है। यहां निम्नलिखित फसलों के लिए बुवाई के लक्ष्य की जानकारी है:
1.मक्का (Corn): 2.93 लाख हैक्टेयर
2.अरहर (Pigeon Pea): 0.56 लाख हैक्टेयर
3.मूंग (Mung Bean): 0.17 लाख हैक्टेयर
4.बाजरा (Pearl Millet): 0.15 लाख हैक्टेयर
5.ज्वार (Sorghum): 0.16 लाख हैक्टेयर
6.मडुआ (Finger Millet): 0.29 लाख हैक्टेयर
7.दलहन (Lentil): 0.11 लाख हैक्टेयर
इन फसलों के लिए बुवाई के लक्ष्य को पूरा करने के लिए किसानों को उपयुक्त जल संचयन और अन्य उपायों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

धान एवं अन्य फसलो की सब्सिडी विवरण
धान के बीजों पर सरकार से मिलेगी सब्सिडी के तहत किसानों को बीज के कुल मूल्य पर 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना के तहत किसान को धान के बीज पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 2,000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से अनुदान दिया जाता है। यह योजना धान की पीआर 121, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1637 और पंत 24 जैसी उन्नत किस्मों के बीजों पर भी लागू होती है। इसके तहत किसानों को धान के उन्नत बीजों का खरीदने के लिए बीज के कुल मूल्य का आधा पैसा ही जमा कराना होगा, शेष राशि अनुदान होगा। इस तरह किसान आधी कीमत पर धान के प्रमाणिक व उन्नत बीज प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप यूपी के किसान हैं, तो आप बीज अनुदान योजना का लाभ उठा सकते हैं, क्योंकि इस समय यूपी सरकार की ओर से राज्य के किसानों को उन्नत बीज पर सब्सिडी दी जा रही है। आवेदन करते समय किसानों को कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जैसे कि आधार कार्ड, निवास प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, बैंक अकाउंट, आयु प्रमाण-पत्र, राशन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और आधार से लिंक मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी।

राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत किसानों को विभिन्न फसलों के बीजों पर सब्सिडी प्रदान करने की योजना बनाई है। इस योजना के अंतर्गत धान सहित अन्य फसलों के बीजों पर निम्नलिखित सब्सिडी दी जाएगी राज्य सरकार की यह योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक साबित होगी। 90 प्रतिशत सब्सिडी पर धान और गेहूं के बीज, और अन्य फसलों के बीजों पर भी सब्सिडी प्रदान करने से किसानों की उत्पादन लागत कम होगी और उनकी आय में वृद्धि होगी। किसानों को इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन करना चाहिए।

धान और गेहूं के बीज पर सब्सिडी :

धान का बीज:
उपलब्धता: 5069.52 क्विंटल
सब्सिडी प्रतिशत: 90%
अनुदान: हर एक किलोग्राम बीज पर 40 रुपए का अनुदान
कवरेज: आधा एकड़ भूमि के लिए

गेहूं का बीज:
सब्सिडी प्रतिशत: 90%
अनुदान: हर एक किलोग्राम बीज पर 40 रुपए का अनुदान
कवरेज: आधा एकड़ भूमि के लिए

दलहनी फसलों के बीज:
दलहनी फसलों (जैसे मूंग, अरहर) के उन्नत बीज:
कवरेज: ¼ एकड़ भूमि अनुदान: 108 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से सब्सिडी

अन्य फसलों के बीज:
ज्वार, मडुआ, सांवा आदि के एडवां बीज:
सब्सिडी प्रतिशत: 50%

धान के बीज के लिए कहां करे आवेदन
यदि आप बिहार के किसान हैं और अनुदान पर धान का बीज लेना चाहते हैं, तो आप राज्य सरकार की बीज अनुदान योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
सबसे पहले आपको बीज अनुदान योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://brbn.bihar.gov.in/ पर जाना होगा।
वेबसाइट पर आपको "बीज आवेदन" का विकल्प मिलेगा। इस पर क्लिक करें।
एक नया पेज खुलेगा, जहां आपको अपनी "किसान पंजीकरण संख्या" डालकर सर्च करना होगा।
इसके बाद आप इस योजना के तहत बीज अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन करने के चरण:

  • https://brbn.bihar.gov.in/
  • होम पेज पर बीज आवेदन का विकल्प खोजें और इस पर क्लिक करें।
  • खुलने वाले पेज पर अपनी किसान पंजीकरण संख्या डालें और सर्च बटन पर क्लिक करें
  • आवश्यक जानकारी भरें और संबंधित दस्तावेज़ अपलोड करें।
  • सारी जानकारी सही से भरने के बाद फॉर्म को सबमिट करें।
  • आवेदन सबमिट करने के बाद पावती (Acknowledgment) प्राप्त करें और उसका प्रिंट आउट ले लें। यह भविष्य के संदर्भ के लिए आवश्यक हो सकता है।
  • किसान पंजीकरण संख्या, आधार कार्ड, भूमि का विवरण, बैंक खाता विवरण

इस प्रक्रिया के माध्यम से आप आसानी से अनुदान पर धान के बीज प्राप्त लाभदायक है, जिससे उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले बीज कम कीमत पर मिल सकते हैं

बागवानी फसलों की खेती पर सब्सिडी

बिहार में किसानों को बागवानी फसलों की खेती पर सब्सिडी देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे वे उन्नत पौध सामग्री का उपयोग कर अधिक उत्पादन कर सकें  इन योजनाओं के तहत किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर पौध सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे किसानों की उत्पादन लागत कम होगी और उनकी आय में वृद्धि होगी। किसानों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन करना चाहिए और आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखने चाहिए।

बिहार में किसानों को बागवानी फसलों की खेती पर भी सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन और मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत विभिन्न फसलों की खेती के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। हाल ही में राज्य के कृषि मंत्री ने बताया कि खरीफ मौसम में इन योजनाओं के तहत कई प्रकार के फलदार वृक्षों का क्षेत्र विस्तार किया जाएगा।

बागवानी फसलों के लिए सब्सिडी के विवरण:

राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत:

टिश्यू कल्चर केला: क्षेत्र: 5379 हेक्टेयर सब्सिडी: 50 प्रतिशत

आम: क्षेत्र: 800 हेक्टेयर सब्सिडी: 50 प्रतिशत

लीची:क्षेत्र: 50 हेक्टेयर सब्सिडी: 50 प्रतिशत

अमरूद: क्षेत्र: 400 हेक्टेयर सब्सिडी: 50 प्रतिशत

आंवला: क्षेत्र: 450 हेक्टेयर सब्सिडी: 50 प्रतिशत

शुष्क बागवानी: क्षेत्र: 2000 हेक्टेयर

फलदार वृक्ष के पौधे और सामग्री पर सब्सिडी: 50 प्रतिशत

चाय की खेती के लिए अनुदान: 4.94 लाख प्रति हेक्टेयर इकाई लागत का 50 प्रतिशत

आवेदन प्रक्रिया:

  • कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित बागवानी मिशन की वेबसाइट पर जाएं।
  • यदि आप पहले से पंजीकृत नहीं हैं, तो नए किसान के रूप में पंजीकरण करें।
  • बागवानी फसल योजना के तहत दिए गए आवेदन फॉर्म को भरें।
  • आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, भूमि का विवरण, बैंक खाता विवरण आदि अपलोड करें।
  • सभी जानकारी सही से भरने के बाद फॉर्म को सबमिट करें।
  • आवेदन की समीक्षा के बाद, आपको अनुदान का लाभ प्रदान किया जाएगा।

किसानों को सिंचाई की सुविधा पर सब्सिडी
 कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इसके लिए विभिन्न योजनाओं पर कार्य किया जाएगा बिहार सरकार किसानों को सिंचाई की सुविधा प्रदान करके खरीफ सीजन में फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। भूमि संरक्षण निदेशालय एवं बिहार जलछाजन विकास समिति ने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य भूमि और जल संरक्षण से संबंधित योजनाओं पर कार्य करना, चेक डैम, तालाब और कुएं का निर्माण करना है, जिससे किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी । किसानों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन करना चाहिए और आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखने चाहिए।

आवेदन प्रक्रिया:
किसानों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा। आवेदन प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:

  • संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र डाउनलोड करें या संबंधित कार्यालय से प्राप्त करें।
  • आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें: भूमि का विवरण, आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण
  • आवेदन पत्र और आवश्यक दस्तावेज़ संबंधित कार्यालय में जमा करें।

 

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।