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हरियाणा, राजस्थान और आसपास के इलाकों मे मौसम ले सकता है करवट । मौसम विभाग ने जारी किया अर्लट

हरियाणा, राजस्थान और आसपास के इलाकों मे मौसम ले सकता है करवट ।  मौसम विभाग ने जारी किया अर्लट
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दोस्तों राजस्थान और आसपास के इलाकों में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। तेज़ धूप और साफ़ आसमान के बाद अब शीतलहर और बारिश की दस्तक का समय आ गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट, हल्की बारिश, और कहीं-कहीं ओलावृष्टि का अनुमान लगाया है। उत्तर भारत में भी मौसम की गतिविधियां लगातार बदल रही हैं। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मी, मुजफ्फराबाद और लद्दाख में हल्की बारिश और बर्फबारी का महौल बन सकता है। फिलहाल पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी राजस्थान और मध्य प्रदेश के उत्तरी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है। कोहरे के कारण हवाई, सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहे हैं। कई ट्रेनों के लेट होने की सूचना है। यह स्थिति अगले दो दिनों तक बनी रह सकती है, जिसके बाद कोहरे में थोड़ी कमी आ सकती है।

तापमान में गिरावट का असर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के आगे बढ़ने के बाद उत्तरी हवाएं सक्रिय हो गई हैं, जिससे पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक ठंडक का प्रभाव बढ़ा है। इन हवाओं के कारण तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है। राजस्थान के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान 6-8 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। गुजरात में भी तापमान 10-13 डिग्री तक पहुंच गया है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी तापमान 9-10 डिग्री के आसपास बना हुआ है।

विशेष रूप से, धार, खांडवा, नीमच और तलाम जैसे क्षेत्रों में तापमान में 3-5 डिग्री तक की गिरावट देखी गई है। आगामी 8 और 9 जनवरी तक उत्तर और मध्य भारत में तापमान में 2-4 डिग्री की और गिरावट हो सकती है। पूर्वी भारत में भी अगले 24 घंटों में तापमान में गिरावट की संभावना है। 10 जनवरी को नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने की संभावना है, जिससे तापमान में वृद्धि शुरू हो सकती है। हालांकि, इससे पहले ठंडक अपने चरम पर पहुंच सकती है।

राजस्थान में मौसम का बदला मिजाज

8 जनवरी की सुबह राजस्थान में मौसम एकदम साफ रहा। धुंध और कोहरे का असर खत्म हो गया, और तेज़ धूप निकल आई है। लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन यह सुकून ज्यादा समय तक नहीं टिकेगा आगामी 48-54 घंटों में शीतलहर का असर बढ़ने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि, इसके बाद तापमान में 2-4 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। यह परिवर्तन उन इलाकों के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण है, जहां रातें पहले ही बेहद सर्द हैं।

10 जनवरी की रात को पश्चिम विक्षोभ का असर साफ दिखाई देगा। एक मज़बूत पश्चिम विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण राजस्थान के पश्चिमी इलाकों में हल्की बारिश की शुरुआत होगी। जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी, जोधपुर, पोकरण, बीकानेर, और श्रीडूंगरगढ़ जैसे क्षेत्रों में बादल गरजेंगे और हल्की बारिश हो सकती है।

11 जनवरी को यह मौसम प्रणाली (System) पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ेगी। राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र, सीकर, झुंझुनू, जयपुर, और अलवर के साथ हरियाणा, पंजाब, और आसपास के क्षेत्रों में भी इसका असर होगा। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर ओलावृष्टि की संभावना है। गंगानगर, हनुमानगढ़, भिवाड़ी, हिसार, और सिरसा जैसे इलाकों में बारिश का असर अधिक रहेगा।

12 जनवरी को पंजाब और हरियाणा पर मौसम का असर

12 जनवरी की सुबह तक यह प्रणाली पंजाब और हरियाणा में सक्रिय हो जाएगी। वहां हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर ओले गिरने की संभावना है। खेतों में फसल के लिए यह बारिश फायदेमंद हो सकती है, लेकिन ओलावृष्टि किसानों के लिए चिंता का विषय बन सकती है।

MP Weather Update: मंगलवार से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में ठंड का दूसरा दौर देखने को मिलेगा। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव और उत्तर दिशा (North Direction) से हवाओं के कारण तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट हो सकती  है। आज न्यूनतम और अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी रह सकती है। हालांकि ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग में सुबह और रात के समय कोहरा (Fog) जारी रहेगा। भोपाल (Bhopal) में 8-10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।

मौसम विभाग के अनुसार, 12 जनवरी को कई जिलों में बूंदाबांदी (Light Rain) हो सकती है। खासतौर पर मालवा-निमाड़ (Malwa-Nimar) के जिलों में इसका असर देखने को मिलेगा। मध्य प्रदेश मे जनवरी  20-22 दिनों तक कोल्ड डे (Cold Day) और शीतलहर (Cold Wave) चलने का अनुमान है।

उत्तर भारत में मौसम का पूर्वानुमान

उत्तर भारत में मौसम की गतिविधियां लगातार बदल रही हैं। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है।

पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश की संभावना पूर्वोत्तर राज्यों में बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं आ रही हैं, जिससे वहां बारिश होने की संभावना है। 10 जनवरी के मौसम मानचित्र के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तरी पाकिस्तान, गिलगित, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और हल्की बारिश का कारण बनेगा। साथ ही, एक ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय रहेगा, जिससे नमी युक्त हवाएं अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आएंगी। राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, जयपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर सहित अन्य क्षेत्रों में 10 जनवरी की शाम या रात से बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर तक भी इस प्रभाव के पहुंचने की संभावना है।

मध्य भारत और उत्तर प्रदेश मे 11 और 12 जनवरी को साइक्लोनिक सर्कुलेशन आगे बढ़ेगा और दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में बारिश होगी। विशेष रूप से, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, टीकमगढ़, लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, एटा और आगरा में बारिश की संभावना है।

पूर्वी और दक्षिण भारत पर प्रभाव 13 जनवरी के आसपास प्रयागराज, वाराणसी, सतना, सिंगरौली और पन्ना जैसे इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के कारण तमिलनाडु में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

तापमान में गिरावट और ठंड का असर 10 जनवरी से 12-13 जनवरी के बीच तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि, बारिश के कारण दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इसके बाद, 13 जनवरी से फिर से घना कोहरा छा सकता है, जिससे उत्तर भारत, पूर्वी भारत और राजस्थान सहित कई क्षेत्रों में दृश्यता कम हो जाएगी।

वर्तमान मौसम प्रणाली के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखें और फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक उपाय करें। यह बारिश कुछ इलाकों में फसलों के लिए लाभकारी होगी, जबकि अन्य स्थानों पर नुकसान भी पहुंचा सकती है।

सौजन्य : मौसम विभाग
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।