नया पश्चिमी विक्षोभ हो गया है सक्रिय जाने किन राज्यों में होगी बारिश कहां बढ़ेगी गर्मी
दोस्तों बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जनता को एक बार फिर तेज धूप और झुलसाने वाली गर्म हवाओं की दोहरी मार ने बेहाल कर दिया। सुबह से ही आसमान पूरी तरह साफ रहा और सूर्य की किरणें सीधे धरती पर बरसती रहीं, जिससे वातावरण में गर्मी का स्तर तीव्र होता गया। राजधानी के प्रमुख वेदर स्टेशन, सफदरजंग केन्द्र ने दिन का अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो कि सामान्य औसत से लगभग दो डिग्री ज्यादा था। इसी केंद्र पर न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य के मुकाबले 1.8 डिग्री अधिक मापा गया।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बदल सकता है मौसम
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ी इलाकों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है, जिसने बुधवार से ही उत्तर भारत के वातावरण में बदलाव की शुरुआत कर दी है। यह विक्षोभ 20 से 21 अप्रैल तक सक्रिय बना रहेगा और शुक्रवार व शनिवार को इसकी तीव्रता सबसे अधिक रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक कृष्ण मिश्रा के अनुसार, इस विक्षोभ के प्रभाव से दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार से आंशिक रूप से बादल छाने लगेंगे, जिससे सूर्य की तपिश में कुछ हद तक कमी आ सकती है। इसके अतिरिक्त, कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी की भी संभावना है, जो तापमान को कम करने में सहायक होगी। बादलों की उपस्थिति और आंशिक वर्षा की वजह से अगले कुछ दिनों तक गर्मी की तीव्रता में गिरावट आने की संभावना है। इससे यह स्पष्ट होता है कि लोगों को इस सप्ताह भीषण गर्मी की परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा और लू जैसी विकट स्थिति से फिलहाल राहत मिल सकती है।
दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण धूलभरी आंधियों की आशंका
स्काईमेट वेदर सर्विसेज के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने जानकारी दी कि पाकिस्तान व इसके सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से दिल्ली में अगले कुछ दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम दिशा से आने वाली तेज हवाओं की संभावना है। इन हवाओं की रफ्तार मध्यम से तेज रहेगी और इनमें धूल के कण भी मौजूद रह सकते हैं, जिससे हवा में दृश्यता प्रभावित हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को 10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सतही हवाएं चलने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं, सप्ताहांत यानी शुक्रवार से लेकर रविवार तक इन हवाओं की रफ्तार बढ़कर 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो सकती है, और कुछ मौकों पर यह 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार को भी पार कर सकती हैं। तेज हवाओं के कारण खुले क्षेत्रों में धूल उड़ने की संभावना है, जिससे सांस के मरीजों को परेशानी हो सकती है। हालांकि, गर्म हवा की तीव्रता कम रहने से लू की चेतावनी को हटाया गया है, जो राहत की बात है।
वायु गुणवत्ता फिर बिगड़ी, लेकिन हवाओं की गति में सुधार से राहत की उम्मीद
हालांकि मौसम में संभावित बदलाव से तापमान में थोड़ी राहत की उम्मीद की जा रही है, लेकिन प्रदूषण की स्थिति ने फिर चिंता बढ़ा दी है। बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 220 अंक पर दर्ज किया गया, जो कि 'खराब' श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के कई हिस्सों में हवा में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है। खासकर सुबह और शाम के समय जब वातावरण ठंडा होता है, तब प्रदूषक सतह के पास बने रहते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें भी बढ़ी हैं। हालांकि, मौसम विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दोनों का मानना है कि तेज हवाओं की वजह से हवा का प्रसार बेहतर होगा और इससे वायु गुणवत्ता में कुछ हद तक सुधार संभव है। शुक्रवार तक AQI में गिरावट की संभावना जताई गई है, बशर्ते कि हवाओं की गति निरंतर बनी रहे और कोई नया प्रदूषण स्रोत सक्रिय न हो।
सोर्स मौसम विभाग
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।