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अगर गेहूं की फसल 50 से 60 दिन की हो गई है तो करें इस खाद का उपयोग, उत्पादन के टूट जाएंगे सारे रिकॉर्ड

अगर गेहूं की फसल 50 से 60 दिन की हो गई है तो करें इस खाद का उपयोग, उत्पादन के टूट जाएंगे सारे रिकॉर्ड
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अगर गेहूं की फसल 50 से 60 दिन की हो गई है तो करें इस खाद का उपयोग, उत्पादन के टूट जाएंगे सारे रिकॉर्ड

किसान भाइयों, गेहूं की फसल देश के सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख कृषि उत्पादों में से एक है। यह न केवल खाद्य सुरक्षा का आधार है, बल्कि किसानों के लिए आय का एक प्रमुख स्रोत भी है। लेकिन, गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए केवल सही मौसम और जलवायु की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि सही समय पर उचित पोषक तत्वों का उपयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है। आजकल, कई प्रकार की खादें बाजार में उपलब्ध हैं जो गेहूं की फसल के लिए उपयुक्त होती हैं, लेकिन इनमें से सबसे प्रभावी और लाभकारी खादों का चयन करना जरूरी है। आज हम एक ऐसी विशेष खाद के बारे में बात करेंगे जो न केवल गेहूं, बल्कि धान, गन्ना, आलू, सरसों और अन्य फसलों के लिए भी फायदेमंद है। हम आपको इस खाद के उपयोग, इसकी सही मात्रा, और इसके प्रभावी परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। अगर आप भी अपनी गेहूं की फसल की पैदावार बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं, तो इस रिपोर्ट को अंत तक पढ़ें, क्योंकि यहां दी गई जानकारी आपको निश्चित रूप से फायदेमंद साबित होगी। तो चलिए इस खाद के बारे में विस्तार से जानने के लिए शुरू करते हैं यह रिपोर्ट।

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गेहूं की फसल के लिए उपयुक्त खाद

किसान भाइयों, अगर आप गेहूं की फसल की पैदावार को बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको “टेक्नो जड़” नामक खाद का उपयोग करना चाहिए। यह खाद विशेष रूप से सल्फर और जिंक जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो गेहूं के पौधों के लिए अत्यधिक आवश्यक हैं। इस खाद में 67% सल्फर और 14% जिंक होता है, जो पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है और दानों की गुणवत्ता में सुधार करता है। इस खाद का मुख्य लाभ यह है कि यह विकास को तेज करता है और फसल की टिलरिंग प्रक्रिया को भी बढ़ावा देता है, जिससे दानों का आकार बड़ा और गुणवत्ता में सुधार होता है। इसके अलावा, सल्फर की मदद से फसल में पीलेपन की समस्या भी दूर होती है और पौधे हरे-भरे और स्वस्थ रहते हैं। जिस प्रकार जिंक की कमी के कारण गेहूं की फसल का विकास रुक सकता है, लेकिन इस खाद के उपयोग से जिंक की कमी भी पूरी होती है, जिससे आपकी फसल ज्यादा हरे और स्वस्थ रूप से बढ़ती है।

टेक्नो जड़ खाद का उपयोग कैसे करें

किसान साथियों, अब बात करते हैं कि इस खाद का सही तरीके से उपयोग कैसे किया जाए। किसान भाइयों, आपको इस खाद का उपयोग गेहूं की फसल में 50 से 60 दिन की अवस्था में करना चाहिए। इस समय पर, पौधों को सल्फर और जिंक की अधिक आवश्यकता होती है। यदि आपकी फसल इस अवस्था में पहुंच चुकी है, तो आपको इसका सिंचाई से पहले उपयोग करना है। अगर हम इसकी मात्रा की बात करें तो एक एकड़ क्षेत्र के लिए आपको लगभग 4 किलोग्राम टेक्नो जड़ खाद की आवश्यकता होगी। इस खाद को आप यूरिया के साथ मिलाकर उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए, आपको 40 से 45 किलोग्राम यूरिया लेकर उसमें 4 किलोग्राम टेक्नो जड़ खाद मिलानी होगी। इसके बाद, इस मिश्रण को खेत में दो बार छिड़कें। पहले छिड़काव को पूर्व से पश्चिम दिशा में करें और फिर दूसरे छिड़काव को उत्तर से दक्षिण दिशा में करें। ऐसा करने से खाद का सही तरीके से वितरण होता है और पौधों को अधिकतम लाभ मिलता है। छिड़काव करने के बाद, आपको खेत की सिंचाई करनी आवश्यक है। सिंचाई के समय इस मिश्रण को अच्छे से मिट्टी में मिला देना चाहिए ताकि पोषक तत्व जड़ों तक पहुंचे और पौधे अच्छे से पोषित हो सकें। इस प्रकार, यदि आप इस खाद का सही तरीके और सही मात्रा में उपयोग करते हैं तो यह आपकी फसल के उत्पादन को काफी अधिक मात्रा में बढ़ा सकती है।

टेक्नो जड़ खाद के लाभ

किसान साथियों, यह खाद विशेष रूप से सल्फर और जिंक से भरपूर होती है, जो गेहूं के पौधों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। क्योंकि सल्फर से पौधों में हरी-भरी पत्तियां आती हैं और जिंक से पौधों की वृद्धि तेज होती है। फसल में सल्फर की कमी से पत्तियां पीली होनी शुरू हो जाती हैं, लेकिन सल्फर की पूर्ति से फसल में पीलेपन की समस्या दूर होती है। यदि आपकी गेहूं की फसल की पत्तियां पीली या सफेद हो रही हैं, तो इसका मतलब है कि पौधों में सल्फर की कमी है और टेक्नो जड़ इसका समाधान करता है। इसके अलावा, जिंक की कमी के कारण गेहूं के पौधों में टिलरिंग (साइड ब्रांचिंग) नहीं हो पाती, लेकिन इस खाद के उपयोग से टिलरिंग की प्रक्रिया अच्छी तरह से होती है और पौधों का विकास बेहतर होता है। साथियों, यदि आप इस खाद का सही तरीके से उपयोग करते हैं, तो 15 से 20% अधिक उत्पादन की संभावना रहती है। इससे आपकी फसल का उत्पादन पिछले साल की तुलना में ज्यादा होगा।

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खाद का मूल्य और उपलब्धता

किसान भाइयों, इस खाद का मूल्य लगभग 600 रुपये प्रति 4 किलोग्राम पैक होता है। यह खाद आपको कृषि उत्पादों की दुकानों या ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर आसानी से मिल जाएगी। हालांकि, यदि आपको यह खाद थोड़ा महंगा लग रहा है, तो आप अभिमन्यु मोनो जिंक का भी उपयोग कर सकते हैं, जिसमें सल्फर और जिंक दोनों होते हैं, लेकिन उनकी मात्रा थोड़ी कम होती है। अभिमन्यु मोनो जिंक का मूल्य लगभग 350 रुपये प्रति 4 किलोग्राम होता है। दोस्तों, अगर इन दोनों में अंतर की बात करें तो टेक्नो जड़ में सल्फर की मात्रा 67% और जिंक की 14% होती है। वहीं दूसरी ओर, अभिमन्यु मोनो जिंक में सल्फर और जिंक की मात्रा थोड़ी कम होती है, लेकिन फिर भी यह पौधों के लिए फायदेमंद होता है। तो इसलिए आप अपनी सुविधा के अनुसार इन दोनों में से कोई भी एक उत्पाद का उपयोग अपनी फसल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।

नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।