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अभी तक गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर क्या मिल रहे हैं रुझान | जाने क्या कहते हैं आंकड़े

अभी तक गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर क्या मिल रहे हैं रुझान | जाने क्या कहते हैं आंकड़े
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयो देश के लगभग सभी राज्यों में गेहूं की कटाई शुरू हो गई है और सरकार 2025-26 खरीद सत्र में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद में तेजी दिखा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2 अप्रैल तक सरकारी एजेंसियों ने 10 लाख टन से अधिक गेहूं खरीदा है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में केवल 3.5 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। इस बार खरीद में वृद्धि का मुख्य कारण मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और गुजरात में गेहूं की शुरुआती खरीद और अच्छी आवक है, जो दो सप्ताह पहले ही शुरू हो गई थी। अनुकूल मौसम के कारण फसल की अच्छी संभावना है, जिससे सरकार पूरे सीजन के लिए 310 लाख  मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य पूरा कर सकती है। हालांकि, पिछले तीन वर्षों में गेहूं की MSP खरीद लक्ष्य से कम रही है।  अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।

किन राज्यों में हो रही है सबसे अधिक आवक
भारतीय खाद्य निगम (FCI) और राज्य की एजेंसियों ने मध्य प्रदेश से लगभग 1 लाख मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा है, जो कि खरीद का एक बड़ा हिस्सा है। इसके अतिरिक्त, राजस्थान से 51,373 टन और उत्तर प्रदेश से 10,625 टन गेहूँ खरीदा गया है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात की मंडियों में गेहूँ की आवक अब तक 2.6 लाख मीट्रिक टन हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष इसी समय यह आंकड़ा केवल 0.98 लाख मीट्रिक टन था। इससे पता चलता है कि इस वर्ष गेहूँ की आवक में काफी वृद्धि हुई है।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

कितने मीट्रिक टन गेहूं खरीदेगी सरकार
केंद्रीय पूल स्टॉक में सबसे अधिक योगदान देने वाले राज्य, पंजाब और हरियाणा में गेहूं की खरीद प्रक्रिया अगले सप्ताह तक शुरू होने की संभावना है। सरकार ने 2025-26 सीज़न में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर किसानों से कुल 31 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। इस खरीद में मुख्य योगदान  पंजाब (12.4 मिलियन  मीट्रिक टन), हरियाणा (7.5 मिलियन मीट्रिक टन), मध्य प्रदेश (6 मिलियन मीट्रिक टन), उत्तर प्रदेश (3 मिलियन मीट्रिक टन), राजस्थान (2 मिलियन मीट्रिक टन), और गुजरात (0.1 मिलियन मीट्रिक टन)  से होने की उम्मीद है।

गेहूं उत्पादन में 2 फीसदी बढ़ोतरी
कृषि मंत्रालय ने फसल वर्ष 2024-25 (जुलाई-जून) में गेहूं का रिकॉर्ड 115.3 मिलियन मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान लगाया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2% अधिक है। इस सीजन में गेहूं की बुवाई 32 मिलियन हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले वर्ष के 31.56 मिलियन हेक्टेयर से अधिक है और पिछले पांच वर्षों के औसत बुवाई क्षेत्र से भी ज्यादा है। हालांकि, 2023-24 और 2024-25 के खरीद वर्षों में गेहूं की खरीद लगभग 40% बढ़कर क्रमशः 26.2 मिलियन  मीट्रिक टन और 26.6 मिलियन  मीट्रिक टन हो गई है। एक आधिकारिक नोट के अनुसार, एजेंसियों ने 2024-25 खरीद सत्र में 22 लाख किसानों से 61,000 करोड़ रुपये का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देकर 26.6 मिलियन  मीट्रिक टन गेहूं खरीदा था।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

MP सरकार दे रही किसानों को बोनस
वर्तमान में, भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास 1 अप्रैल के लिए निर्धारित 7.46 मिलियन मीट्रिक टन के बफर स्टॉक के मुकाबले 12 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक उपलब्ध है। यह अतिरिक्त स्टॉक देश की खाद्य सुरक्षा के लिए एक मजबूत स्थिति प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, मध्य प्रदेश और राजस्थान की राज्य सरकारों ने किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। उन्होंने 2024-25 खरीद सत्र के लिए घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बोनस भुगतान की घोषणा की है। मध्य प्रदेश सरकार ने 2425 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी पर 175 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देने का फैसला किया है, जबकि राजस्थान सरकार 150 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस प्रदान करेगी। यह निर्णय किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर मूल्य दिलाने और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने में सहायक होगा।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।