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राजस्थान के इस इलाके में पहली बार चलेगी रेल | जमीन बनेगी सोना

राजस्थान के इस इलाके में पहली बार चलेगी रेल | जमीन बनेगी सोना
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दोस्तों राजस्थान का आदिवासी बहुल डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिला रेल सेवा से जुड़ने के अपने लंबे समय से चले आ रहे सपने को पूरा करने के करीब है। बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने का आग्रह किया। रेल मंत्री ने सांसद को आश्वासन दिया है कि इस परियोजना पर काम तेजी से होगा। इसके अलावा, सांसद ने उदयपुर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस में डूंगरपुर स्टॉपेज, उदयपुर-दिल्ली मेवाड़ एक्सप्रेस को डूंगरपुर तक बढ़ाने और असारवा एक्सप्रेस का बिछीवाड़ा में स्टॉपेज की भी मांग की। इस विकास के साथ, वांगड़ क्षेत्र के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी और परिवहन सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। यह क्षेत्र का विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।

डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेल परियोजना की प्रगति
साल 2010-11 के रेल बजट में घोषित डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेल परियोजना की प्रगति धीमी रही है। भूमि अधिग्रहण में आ रही अड़चनों के कारण इस परियोजना को पूरा होने में काफी समय लग रहा है। वर्तमान अनुमानों के अनुसार यह परियोजना 2031 तक पूरी हो पाएगी। इस परियोजना के तहत डूंगरपुर से रतलाम के बीच 191 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इसमें से 143 किलोमीटर राजस्थान और 48 किलोमीटर मध्य प्रदेश में पड़ेगा। परियोजना की शुरुआती लागत 2100 करोड़ रुपए आंकी गई थी, लेकिन लगातार देरी के कारण अब इसकी लागत बढ़कर 4000 करोड़ रुपए से अधिक हो गई है। हर साल परियोजना की लागत में 10 से 12 प्रतिशत का इजाफा हो रहा है।

इससे क्या फायेदा होगा
रेलवे लाइन के निर्माण से किसी क्षेत्र का विकास तेजी से होता है। जब किसी क्षेत्र में नई रेलवे लाइन बिछाई जाती है, तो उस क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के आसपास की जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ जाती हैं। इससे स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होता है। साथ ही, लोगों को दूर-दूर के स्थानों पर जाने के लिए अन्य स्टेशनों पर जाने की आवश्यकता नहीं रहती, जिससे यात्रा आसान हो जाती है। इसके अलावा, रेलवे लाइन के निर्माण से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। बाहर से आने वाले पर्यटक स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देते हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।

बनेंगे कुल 19 रेलवे स्टेशन
डूंगरपुर से रतलाम के बीच बनने वाली नई रेल लाइन पर कुल 19 रेलवे स्टेशन होंगे। इनमें से 14 स्टेशन राजस्थान में और 5 स्टेशन मध्य प्रदेश में स्थित होंगे। राजस्थान में डूंगरपुर से लेकर छोटी सरवन तक कई प्रमुख स्टेशन बनेंगे। वहीं, मध्य प्रदेश में सेवारा अलका खेरा से लेकर रतलाम तक स्टेशन होंगे। इस रेल मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए 7 सुरंगें बनाई जाएंगी जिनकी कुल लंबाई 7.40 किलोमीटर होगी। इसके अलावा, इस रेल मार्ग पर 43 घुमाव भी होंगे। यह रेल लाइन दोनों राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी और क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।