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भगवान भोलेनाथ को महाशिवरात्रि पर चढ़ाएं ये 7 भोग, शिवजी को हैं बेहद प्रिय, करेंगे हर मनोकामना पूरी

भगवान भोलेनाथ को महाशिवरात्रि पर चढ़ाएं ये 7 भोग, शिवजी को हैं बेहद प्रिय, करेंगे हर मनोकामना पूरी

भगवान भोलेनाथ को महाशिवरात्रि पर चढ़ाएं ये 7 भोग, शिवजी को हैं बेहद प्रिय, करेंगे हर मनोकामना पूरी
दोस्तो जैसा कि आप सभी को मालूम है कि इस बार 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का व्रत है। इस महाशिवरात्रि के अवसर पर आप भगवान शिव को उनके पसंदीदा भोग लगाकर भी उनका आशीर्वाद ले सकते हैं। उनके पसंदीदा भोग को चढ़ाने ने से भगवान शिव आपके सारे दुख दूर कर देंगे और आपके जीवन में खुसिया ही खुसिया भर देंगे। तो चलिए जानते हैं महाशिवरात्रि के इस अवसर पर भगवान भोलेनाथ को लगाए जाने वाले ये पसंदीदा भोग क्या हैं? WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
महाशिवरात्रि 2023 भगवान भोलेनाथ के पसंदीदा भोग
1. मालपुआ: दोस्तों महाशिवरात्रि के दिन पूजा के समय आप भगवान भोलेनाथ को घर पर देशी घी में बने मालपुआ का भोग लगाएं। शिवजी को मालपुआ अत्यंत पसंद है।
2. मखाने की खीर: उपरोक्त चीजों के अलावा आप गाय के दूध में मखाने की खीर बनाकर शिवजी को भोग लगा सकते हैं. खड़े चावल की खीर का भी भोग भी अच्छा माना जाता है।
3. धतूरा, बेल फल और बेर: शिव पुराण के अनुसार, शिव पूजा में धतूरे के फल, बेर और बेल के फल का भोग लगाना अच्छा माना जाता है. यह दुखों को दूर करने वाला और संतान प्राप्ति में सहायक होता है. नयी सरसों में 100 रुपये की तेजी | देखें आज क्या रहेगा सरसों का रूझान

4. मिश्री: शिव पूजा में आप चिरौंजी, मिश्री और रेवड़ी का भी भोग लगाएं तो अच्छा है. इससे भगवान भोलेनाथ खुश होते हैं।
5. मिठाई : मीठा भगवान शंकर को बहुत पसंद है। महाशिवरात्रि की पूजा में भोग के रूप में गाय के दूध से बनी कोई भी सफेद मिठाई का भोग लगाएं। इसके अलावा आप शक्कर, शहद का भी भोग लगाते हैं। यह शिव जी की कृपा प्राप्ति का सही भोग माना जाता है। सरसों में 50 रुपये तक का मंदा | देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 14 Feb 23
6. ठंडाई: भगवान भोलेनाथ की पूजा में भांग का बहुत महत्व है। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन आप भांग वाली ठंडाई का भोग भी लगा सकते हैं। इससे महादेव प्रसन्न होते हैं  
7. पंचामृत: पंचामृत भी शिवजी का पसंदीदा भोग माना जाता है। महाशिवरात्रि पर पूजा के समय आप भगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य भोग के रूप में लगा सकते हैं।