खुले बाजार में सरकार ने 3308 रुपये तक बेचा गेहूं | MSP पर गेहूं मिलने में हो सकती है परेशानी
किसान साथियो केंद्र सरकार ने खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के माध्यम से गेहूं की खुली नीलामी का आयोजन किया था । आटा मिल मालिक और प्रोसेसर इस नीलामी में भाग लेकर गेहूं खरीदते हैं। हाल ही में, एफसीआई ने नीलामी में उपलब्ध गेहूं की मात्रा को बढ़ाकर 1.5 लाख टन कर दिया है। इस नीलामी में 13 राज्यों के खरीदारों ने भाग लिया और 3000 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक कीमत पर गेहूं खरीदा। 15 जनवरी को आयोजित एक नीलामी में लगभग 875 खरीदारों ने भाग लिया और 2,696 रुपये प्रति क्विंटल के औसत भाव पर 1.41 लाख टन से अधिक गेहूं की खरीद की गई। इस नीलामी के माध्यम से सरकार का उद्देश्य बाजार में गेहूं की उपलब्धता सुनिश्चित करना और कीमतों को स्थिर रखना है।
किस राज्य ने लगाई सबसे ऊंची बोली
हाल ही में हुई गेहूं की ई-नीलामी में विभिन्न राज्यों में बोली की दरों में काफी अंतर देखा गया है। छत्तीसगढ़ में गेहूं की उच्चतम बोली 2,570 रुपये प्रति क्विंटल रही, जबकि असम में यह 3,308 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई। वहीं, मध्य प्रदेश और पंजाब में सबसे कम बोली 2,300 रुपये प्रति क्विंटल रही। ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और अन्य कई राज्यों में नीलामी के लिए रखे गए लगभग सभी गेहूं की बिक्री हो गई है। हालांकि, कर्नाटक में तकनीकी खराबी के कारण कुछ मिलर्स और प्रोसेसर समय पर बयाना भुगतान नहीं कर पाए, जिसके कारण नीलामी में थोड़ा व्यवधान आया। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
पंजाब में 91 प्रतिशत हो चूका है गेहूं का उठान
पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार में हाल ही में हुई गेहूं की नीलामी में भारी मात्रा में गेहूं की बिक्री हुई है। पंजाब में नीलामी के लिए रखे गए 24,000 टन गेहूं में से 91% से अधिक बिक गया है, जबकि उत्तर प्रदेश में 19,000 टन में से 92% और बिहार में 10,000 टन में से 94% गेहूं की बिक्री हुई है। इन राज्यों में पिछले सप्ताह की तुलना में गेहूं की नीलामी की मात्रा में भी वृद्धि हुई है। बिहार में तो नीलाम किए जाने वाले गेहूं की साप्ताहिक मात्रा को बढ़ाकर 7,000 टन से 10,000 टन कर दिया गया है। यह स्पष्ट है कि इन राज्यों में गेहूं की मांग काफी अधिक है और किसानों को अपने उत्पाद का अच्छा दाम मिल रहा है।
MSP पर गेहूं की खरीद में आ सकती है मुश्किले
रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की पूर्व सचिव वीना शर्मा ने सरकार द्वारा ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत गेहूं की अतिरिक्त मात्रा जारी करने के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे बाजार में गेहूं की उपलब्धता बढ़ेगी और कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में गेहूं की कीमतें पहले से ही बहुत अधिक हैं और नई फसल आने में अभी कुछ समय है। इसलिए, सरकार को बड़ी मात्रा में गेहूं की नीलामी करने की आवश्यकता है। यदि सरकार ने ऐसा नहीं किया तो गेहूं की कीमतें और बढ़ सकती हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।