सरसों को लेकर अच्छी और बुरी खबर, ऐसे में क्या बढ़ेंगे भाव? देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट
सरसों को लेकर अच्छी और बुरी खबर, ऐसे में क्या बढ़ेंगे भाव? देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो हम अपनी लगभग हर रिपोर्ट में बताते है कि सरसों, धान और ग्वार का भाव विदेशी घटनाओं से प्रभावित होता रहता है। ज्यादा दिन नहीं हुए जब रुपये में आयी कमजोरी विदेशी तेलों के आयात को महंगा कर रही थी और सरसों के भाव को सहारा दे रही थी। लेकिन अब रुपया मजबूत होने लगा है। भारतीय रूपया मजबूत होने के कारण विदेशी आयात सस्ता होने लगा है। जिससे आयात बढ़ने की संभावनाओं के चलते खाद्य तेलों में गिरावट बढ़ी है। इसके अलावा भी ऐसे कई कारण है जिनके कारण सरसों 7150 से आगे नहीं बढ़ पा रही है। इस रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार की सभी हलचलों को कवर करने की कोशिश करेंगे। इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद आपको सरसों के बाजार की हर खबर की जानकारी मिल जाएगी । WhatsApp पे भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियो तेल मिलों की मांग में हल्की कमजोरी बनी रहने के कारण बुधवार को घरेलू बाजार में लगातार दूसरे दिन सरसों की कीमतों में गिरावट आई। विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आई गिरावट के कारण घरेलू बाजार में तेल मिलों की मांग पहले की तुलना में कमजोर रही, जिससे हाजिर बाजार में सरसों के दाम कमजोर हुए। ब्रांडेड तेल मिलों ने भी सरसों की खरीद भाव में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तक की कटौती की । सलोनी प्लान्ट पर सरसों के भाव 7500 के रहे। अडानी प्लान्ट पर 6900 के आसपास रहा जबकि गोयल कोटा 6800 के भाव में खरीद हुई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 75 रुपये कमजोर होकर भाव 7,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जबकि भरतपुर मंडी में 6570 के आसपास, च दादरी 6650, भिवानी 6570, निवाई टोंक 6900, रेवाड़ी 6600 (40 कंडीशन) हरियाणा की अन्य मंडियों में 40 कंडीशन सरसों के भाव का 6500 के आसपास कारोबार हुआ है। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बुधवार को 3.50 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि मंगलवार को भी इसकी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। यह भी पढ़ें : सरसो के लाइव रेट
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 6500, सर मंडी में 35 लैब सरसों का भाव 5875 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का भाव 6721 संगरिया मंडी में सरसों का रेट 6350, सूरतगढ़ मंडी में सरसों का रेट 6515 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का रेट 6375 रायसिंह नगर मंडी में सरसों का रेट 6330 रावला मंडी सरसों का टॉप भाव 6095 पीलीबंगा मंडी में सरसों का रेट 6425 जैतसर में सरसों का भाव 6220 श्री करणपुर मंडी में सरसों का भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 6850 आदमपुर मंडी में सरसों का टॉप भाव 6388 40 लैब और रेवाड़ी मंडी में सरसों का भाव 6600 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा । यह भी पढ़ें : धान के लाइव रेट
विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजारों की बात करें तो मलेशियाई पाम तेल बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मलेशिया में पाम तेल की इन्वेंट्री अक्टूबर के अंत में लगातार पांचवें महीने बढ़ गई। इस दौरान उत्पादन में बढ़ोतरी होने के कारण इन्वेंट्री तीन साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। इसी के चलते बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, BMD पर फरवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतों में 42 रिगिंट यानी की 1.03 प्रतिशत की गिरावट आकर भाव 4,034 रिगिंट प्रति टन रह गए। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर दिसंबर वायदा अनुबंध में सोया तेल की कीमतें 0.38 प्रतिशत की गिरावट आई।
घरेलू बाजार की अपडेट
घरेलू खाद्य तेलों के बाजार की बात करें तो जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें बुधवार को 15-15 रुपये कमजोर होकर भावक्रमशः 1444 रुपये और 1434 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर आ गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 10 रुपये घटकर 2625 रुपये प्रति क्विंटल रह गई । बुधवार को हल्दिया बंदरगाह पर वनस्पति के दाम 2 रुपए, सोया तेल के 3 रुपए, सीपीओ के एक रूपया और आरबीडी पामोलिन का भाव एक रूपया कमजोर हुआ । सोया और आरबीडी पामोलिन मुंबई और राजकोट में भी कमजोर हुए। देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat/kanak/gehu Live Rate Today 16 Novenber 22
विदेशी आयातित तेलों में गिरावट के दबाव में सरसों तेल पर भी दबाव आया है। चरखी दादरी, दिल्ली लाइन पर एक्सपेलर भाव 50 पैसे कमजोर होकर भाव 1410 से 1420 रह गया है। जयपुर में एक्सपेलर भाव डेढ़ रुपए किलो तक टूट गया और भाव 1434 रुपए दर्ज हुआ।
सरसों को लेकर अच्छी खबर
किसान साथियो सरसों को लेकर खबर आ रही है कि केंद्र सरकार ने सरसों और सरसों तेल की स्टॉक लिमिट को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। हालांकि इस ख़बर की अभी तक पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पायी है। अगर स्टॉक लिमिट को खत्म किया जाता है तो यह सरसों के किसानो के लिए अच्छी खबर है और इस खबर के बाद भाव में और तेजी बनने की उम्मीद है। सभी ख़बरों को जानने के बाद यहा कहा जा सकता है कि निकट भविष्य में घरेलू कारणों से भले ही भाव प्रभावित हो रहा हो लेकिन लंबे समय को देखा जाए तो विदेशी बाजारों की तेजी मंदी के हिसाब से ही बाजार चलने वाला है।
सरसों में आगे क्या
किसान साथियों ऊपर दिए गए सभी तथ्यों के अलावा देखने वाली बड़ी बात यह है कि सरसों की आवक फिलहाल साढ़े तीन लाख बोरी के आसपास हो रही है। इसकी वजह यह है कि सरसों का भाव लंबे समय बाद 7 हजार से 7100 तक पहुंचा है। ऐसे में किसान इस तेजी का फायदा उठाना चाहते हैं जिसके कारण वह मंडियों में अपना माल लेकर आ रहे हैं। फ़िलहाल सरसों के भाव पर आवक का भी प्रेशर है लईकिन मंडी भाव टुडे का मानना है कि आने वाले समय में सरसों का स्टॉक घटने और सर्दी के सीजन में सरसों तेल की मांग निकलने के कारण सरसों के भाव और सरसों तेल में सुधार होने की गुंजाइश है। बढ़ती आवक के कारण इन दिनों सरसों के भाव पूरी तरह से विदेशी बाजारों की चाल के आगे नतमस्तक हो गए हैं। वहां की तेजी यहां तेजी लेकर आती है और वहां की मंदी यहां भी मंदी लेकर आ रही है। जिन किसान भाइयों और व्यापारी भाइयों को ज्यादा रिस्क नहीं लेना है वह यहां पर अपना माल निकाल सकते हैं। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।