Movie prime

निर्यात बढ़ने का बासमती कम्पनियों के मुनाफे पर क्या हुआ असर | इस रिपोर्ट में जाने

निर्यात बढ़ने का बासमती कम्पनियों के मुनाफे पर क्या हुआ असर | इस रिपोर्ट में जाने
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

किसान साथियों और व्यापारी भाइयों भारत सरकार ने बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारे नीतिगत सुधार किए हैं। लेकिन इन सब सुधारों के बावजूद भी काफी लम्बे समय बासमती चावल के बाजार को मन्दी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि इस मंदी की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय कारणों से हुई थी। आज के परिदृश्य वे सब अंतर्राष्ट्रीय बाधाएं दूर हो चुकी हैं लेकिन कई महीनो तक सेंटीमेंट नेगेटिव बना रहने के कारण बाजार सम्भावित तेजी की तरफ लौटने में समय ले रहे हैं। यूँ कह सकते हैं कि जिस गति से बाजार मंदे की तरफ गया था उस तेज गति से उभर नहीं पा रहा हैं। दोस्तों पिछले साल सितंबर में, सरकार ने बासमती चावल के निर्यात के लिए न्यूनतम मूल्य को हटा दिया। इस कदम से निर्यात को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि उच्च लागत के कारण विदेशी बिक्री में बाधा आ रही थी। भारत वैश्विक बासमती उत्पादन में लगभग 75% हिस्सेदारी रखता है, इसलिए यह कदम देश के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, अल नीनो मौसम पैटर्न के कारण खराब मानसून की आशंका को देखते हुए, भारत ने 2023 में चावल के निर्यात पर कई प्रतिबंध लगाए थे। इन प्रतिबंधों को 2024 तक बढ़ा दिया गया था ताकि राष्ट्रीय चुनाव से पहले स्थानीय कीमतों को नियंत्रण में रखा जा सके। दोस्तों बासमती के बाजार की चाल को सही तरीके से समझने के लिए बासमती के कारोबार में शामिल बड़ी-बड़ी फर्मों के व्यापार की रिपोर्ट के साथ-साथ फायदे नुकसान की रिपोर्ट भी हम आपके सामने रख रहे हैं ताकि आप अंदाजा लगा सके कि पिछले साल बासमती उद्योग की कंडीशन कैसी रही। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

MEP हटाने से बासमती चावल के कारोबार पर क्या पड़ा प्रभाव
सरकार द्वारा निर्यात नियमों में ढील दिए जाने के बाद, बासमती चावल की कीमतों में उछाल तो आया है। लेकिन अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़े जहाज के किराये और बढ़ी बीमा लागत के कारण बासमती चावल के कारोबारियों के मुनाफे पर नकारात्मक रूप से पड़ा है।  लागत बढ़ गई है, जबकि मुनाफा कम हुआ है। दावत ब्रांड से बासमती चावल का कारोबार करने वाली कंपनी एलटी फूड्स का उदाहरण सामने है। कंपनी ने अपनी तीसरी तिमाही के मुनाफे में 5.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। इस गिरावट का मुख्य कारण  लागत में वृद्धि होना है। इसके साथ ही, कंपनी के शेयरों में भी 9.3% तक की गिरावट आई है। ऐसा प्रतीत होता है कि निर्यात नियमों में ढील दिए जाने के बाद बासमती चावल के कारोबारियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तरफ उन्हें बढ़ी हुई लागत का सामना करना पड़ रहा है, तो दूसरी तरफ उनके मुनाफे में भी कमी आ रही है।  नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |

बासमती चावल के निर्यात में वृद्धि के बावजूद एलटी फूड्स के मुनाफे में आई गिरावट
एलटी फूड्स ने हाल ही में अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है, जिसके अनुसार कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ में गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1.53 अरब रुपये से घटकर 1.43 अरब रुपये रह गया है। हालांकि, परिचालन से राजस्व में सालाना आधार पर 17.2% की वृद्धि हुई है, जो 22.75 अरब रुपये हो गया है। लेकिन, इस अवधि में कंपनी का कुल खर्च भी 19.2% बढ़कर 20.94 अरब रुपये हो गया है। कंपनी की कच्चे माल की लागत, जो कुल खर्च का लगभग 77% है, में भी लगभग 11% की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि एलटी फूड्स अपने राजस्व को खंडों या भूगोल के आधार पर अलग नहीं करता है। पिछले सप्ताह रॉयटर्स ने बताया था कि सऊदी अरब, इराक और संयुक्त अरब अमीरात द्वारा खरीद बढ़ाए जाने के कारण देश में बासमती चावल का निर्यात 2024 में 16.3% बढ़कर रिकॉर्ड 5.7 मिलियन मीट्रिक टन होने के बावजूद कंपनी के लाभ में गिरावट आई है। मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में भारत के बासमती चावल निर्यात का लगभग 70% मध्य पूर्व में गया, जिसमें सऊदी अरब अब 21.4% हिस्सेदारी के साथ शीर्ष गंतव्य है

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।