Movie prime

भारतीय चावल की निर्यात कीमत पहुंची तीन महीनों के ऊंचे स्तर के नजदीक | देखे पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में

भारतीय चावल की निर्यात कीमत पहुंची तीन महीनों के ऊंचे स्तर के नजदीक | देखे पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

किसान साथियो एक सप्ताह पूर्व की तुलना में बीते सप्ताह एशियाई कारोबार में भारत के चावल की निर्यात कीमत बढ़ती हुई अपने तीन महीनों के ऊंचे स्तर के नजदीक जा पहुंची। कारोबारियों तथा विश्लेषकों ने बताया कि मांग बढ़ने तथा नए सीजन के दौरान सरकार द्वारा धान की वसूली कीमत में वृद्धि किए जाने के कारण चावल की निर्यात कीमत में नवीनतम तेजी आई है। आलोच्य सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन भारत ने नए सीजन में सामान्य धान की कीमत को 5.40 प्रतिशत बढ़ाकर 2300 रुपए (27 डॉलर) प्रति टन क्विंटल करने की घोोणा की थी। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे

एक कारोबारी ने कहा कि धान की कीमत बढ़ाए जाने के साथ ही चावल क निर्यात कीमत भी तेज हो गई। अंतर्राष्ट्रीय खरीददार अभी भी खरीद कर रहे हैं। हालांकि कीमतों में पहले भी तेजी आ चुकी है लेकिन इसके बाद भी अन्य देशों की तुलना में भारत के चावल की कीमत नीची बनी हुई है। आलोच्य सप्ताह के दौरान शीर्ष निर्यातक, भारत, का 5 प्रतिशत टुकड़ा चावल की कीमत 544-552 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गई। एक सप्ताह पूर्व इसकी कीमत 539-546 डॉलर थी।इस दौरान, वियतनाम का 5 प्रतिशत टुकड़ा चावल 570 डॉलर प्रति टन पर बोला गया। बीते सप्ताह इसकी कीमत 570-575 डॉलर पर बनी हुई थी। मेकांग डेल्टा स्थित एक कारोबारी ने कहा कि कामकाजी गतिविधियां कमजोर बनी हुई हैं क्योंकि खरीददार फिलीपीन्स द्वारा आधिकारिक तौर पर अपने इंपोर्ट टैरिफ में कटौती किए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

उन्होंने आगे बताया कि हमने सुलना है कि फिलीपीन्स का टैरिफ में कटौती का निर्णय फिलहाल लंबित बना हुआ है क्योंकि राष्ट्रपति ने अभी इसे अपनी स्वीकृति नहीं दी है। माना जा रहा है कि आगामी जुलाई या सितम्बर में यह स्वीकृति मिल सकती है। कारोबारियों ने बताया कि मेकांग डेल्टा में चल रही कटाई की वजह से धान की घरेलू कीमतों में आई कमी के परिणामस्वरूप चावल की निर्यात कीमत में भी कमी आई है। मेकांग डेल्टा में आगामी जुलाई महीने के आरंभ में कटाई खत्म होने की संभावना है। थाईलैंड का 5 प्रतिशत टुकड़ा चावल मंदा होता हुआ 615-620 डॉलर प्रति टन पर आ गया। एक सप्ताह पूर्व इसकी कीमत 630 डॉलर पर बनी हुई थी। यहां स्थित एक कारोबारी ने कहा कि कीमत में थोड़ी कमी आई है क्योंकि मांग कमजोर बनी हुई है। इसका प्रमुख कारण यह है कि वितयनाम की तुलना में थाई चावल की निर्यात कीमत ऊंची बनी हुई है। उन्होंने आगे बताया कि अगले महीने दूसरी फसल भी आने वाली है। एक अन्य कारोबारी ने बताया कि अच्छी वर्षा होने की वजह से इस आने वाली फसल की औसत उत्पादकता अच्छी आने की उम्मीद है। उन्होंने आगे बताया कि चावल की निर्यात कीमत और घटकर 610- 615 डॉलर प्रति टन रह सकती है। इस दौरान, भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ तथा भारत की ओर से आए पानी के कारण बंगलादेश के उत्तर- पूर्वी हिस्सों में बड़ी संख्या में खेतों में पानी भर गया है। अधिकारियों का कहना है कि यदि खेतों में जमा यह पानी कुछ और समय तक खड़ा रहा तो धान की फसल पर संकट छा सकता है।

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।