क्या इस सीज़न में MSP से उपर बिकेगा आपका गेहूं | जानें रिपोर्ट में
किसान साथियो रबी फ़सलों की सबसे मुख्य फ़सल गेहूं की कटाई का सीजन चल रहा है। MP और राजस्थान में गेहूं या तो कट चुका है या कटाई का काम जोर शोर से चल रहा है। हरियाणा और पंजाब में कटाई शुरू होने वाली है। साथियो जैसा कि आप सबको पता है कि पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि ने किसानों को काफी परेशान कर रखा है। जानकारों का कहना है कि पंजाब और हरियाणा में खराब मौसम के चलते गेहूं की कटाई में 15 दिन की देरी होने की संभावना है। फ़सलों में नुकसान और कटाई में देरी होने की खबरों का गेहूं के भाव पर क्या असर हो सकता है आज की रिपोर्ट में हम इसी विषय पर चर्चा करने वाले हैं। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
जैसा कि आप सबको पता है कि पिछले सीज़न में सरकार को खरीद के लिए पर्याप्त गेहूं नहीं मिला था। सरकार को अपने खरीद लक्ष्य 434 लाख क्विंटल का आधा गेहूं भी नहीं मिल पाया था। यही वज़ह है कि राज्य सरकारों द्वारा अभी से ही घोषणा की जा रही है है कि मंडियों से गेहूं की खरीद की सभी तैयारी कर ली गई है, तथा पहली अप्रैल से खरीद के लिए कांटे लगा दिए जायेंगे। हालांकि हाल ही में बेमौसम बारिश के कारण गेहूं की कटाई में देरी होनी स्वाभाविक है। एक अनुमान के अनुसार 15 अप्रैल के बाद ही गेहूं की कटाई सुचारू रूप से चल पायेगी। wheat kanak gehu Live Rate Today 01 april 2023 | जाने क्या है आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट
सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन में 341.5 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी सिलसिले में पंजाब से न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर 132 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया गया है। लेकिन गेहूं उत्पादक क्षेत्रों में हाल ही में हो रही बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, इससे एक तरफ जहां उत्पादन घटेगा वहीं दूसरी तरफ गेहूं की फसल में ब्लैक पॉइंट जैसे फंगल होने से सरकारी एजेंसियों को बेचने में भी परेशानी आयेगी। भारतीय खाद्य निगम, FCI द्वारा गेहूं की खरीद के निर्देशों के अनुसार गेहूं में नमी की मात्रा 12 फीसदी एवं 14 फीसदी तक निर्धारित किया गया है। 14 फीसदी से अधिक नमी वाले गेहूं को सरकारी एजेंसियां खरीद नहीं करेंगी। मौसम की मार से सरसों में तेजी | जाने आज तेजी रहेगी या मंदी | Mustard Daily Report
FCI के मानदण्डों के अनुसार अन्य छूट भी दी गई हैं जिनमे 2 फीसदी चमक कम होने की छूट, 4 फीसदी की क्षतिग्रस्त, 6 फीसदी तक सिकुड़ा हुआ या टूटा हुआ, 2 फीसदी अन्य अनाज और 0.75 फीसदी फोरिजन मेटरस की छूट शामिल हैं। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहली अप्रैल 2023 से शुरू होने वाली रबी खरीद के दौरान पंजाब में गेहूं की खरीद के लिए 29,000 करोड़ रुपये की नकद ऋण सीमा (सीसीएल) को मंजूरी दी है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1 अप्रैल 2023 से शुरू होने वाले रबी विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,125 रु प्रति क्विंटल तय किया हुआ है, जोकि पिछले रबी विपणन सीजन के मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल मुकाबले 110 रु प्रति क्विंटल ज्यादा है। सरसों में कितनी और तेजी की है उम्मीद | जानिए क्या कहते हैं जानकार | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
क्या MSP के उपर रहेगें भाव
किसान साथियो अब सोचने वाली बात या है कि क्या इस सीज़न में आपको गेहूं में MSP के उपर के भाव मिल सकते हैं या नहीं। हम मानते हैं कि इस साल गेहूं और सरसों का बुवाई का रकबा बढ़ा हैं। कुछ दिन पहले तक रिकार्ड उत्पादन की बात सही भी लग रही थी। लेकिन पंजाब हरियाणा में हुई बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने गेहूं की फ़सल को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि रिकार्ड उत्पादन होने की संभावना कम है। दूसरी तरफ गेहूं के बढ़ते भाव को रोकने के लिए सरकार ने अपने गोदामों से सस्ते दामों पर काफी गेहूं की बिकवाली की है। अब सरकार को अपने गोदामों को फिर से भरने का दबाव भी रहेगा। चूंकि सरकार ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखा है इसलिए इससे व्यापरियों द्वारा प्राइवेट खरीद प्रभावित भी हो सकती है। इसके अलावा चुनावी साल होने के कारण सरकार गेहूं के भाव को अनाप शनाप बढ़ने नहीं देगी। सभी तथ्यों को देखते हुए यह तो कहा जा सकता है कि गेहूं के भाव MSP से नीचे जाने की उम्मीद ना के बराबर है लेकिन बहुत बड़ी तेजी की उम्मीद भी नहीं लगायी जा सकती। व्यापार अपने विवेक से ही करें सरसों बेचने से पहले ये रिपोर्ट जरूर देख लें | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट 01 अप्रैल 2023
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट को मूल रूप से पाठकों ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।