बढ़ते तापमान से गेहूं को खतरा

 

बढ़ते तापमान से गेहूं को खतरा
किसान साथियो फरवरी का दूसरा सप्ताह लगभग समाप्त हो चुका है। जैसा कि आप देख ही रहे हैं कि उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों में दिन का तापमान 26 से 28 डिग्री पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि फरवरी के लास्ट तक यह तापमान 30 डिग्री को भी पार कर सकता है। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

पिछले सीज़न में अत्याधिक गर्मी के कारण गेहूं की फसल को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। पिछले सीज़न की तरह ही इस साल भी बढ़ते तापमान से गेहूं की फसल के दाने पिचक सकते है तथा उत्पादन में गिरावट के साथ-साथ गुणवत्ता कम हो सकती है। बासमती धान में तेजी बनेगी या मंदी | बासमती की सबसे सटीक रिपोर्ट

साथियो बता दे की पिछले साल होली के आसपास अचानक से तापमान बढ़ने के कारण उत्पादन में बड़ी गिरावट आई थी। चालू रबी सीज़न में गेहूं की बढ़ती कीमतों को देखकर किसानों ने गेहूं के प्रति अधिक रुझान दिखाया है। यही बड़ी वज़ह है कि इस साल गेहूं के रकबे में बड़ी वृद्धि हुई है। जानकारों के अनुसार इस साल उत्पादन 112 मिलियन टन तक पहुंचने की संभावना है, लेकिन तापमान अधिक होने से गेहूं के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।   विदेशी बाजारों का क्या मिल रहे संकेत | क्या रुकेगी सरसों में गिरावट | सरसों की सबसे सटीक रिपोर्ट

जैसा कि आप सबको पता है कि केंद्रीय सरकार ने पिछले साल 13 मई 2022 को गेहूं की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था। हाल फ़िलहाल केंद्र सरकार गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने के पक्ष में नहीं है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस पर समीक्षा के लिए मार्च के अंत में सरकार कोई बैठक कर सकती है। जब तक सरकार की कोई बैठक होगी तब तक गेहूं के उत्पादन की तस्वीर भी लगभग साफ हो सकती है। सूत्रों से पता लगा है की सरकार इसलिए निर्यात प्रतिबंध को हटाने के पक्ष में नहीं है, क्यों कि सरकार का गेहूँ का बफर स्टॉक काफी कमजोर हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस समय सरकारी भंडार में 17.2 मिलियन टन गेहूं है। आप की जानकारी के लिए बता दे कि गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कुछ दिनों पहले ही सरकार ने 30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में उतारने की घोषणा की है। इसमें से लगभग 10 लाख टन गेहूं खुले बाजार में आ भी चुका है, जबकि 16 लाख टन गेहूं जल्द ही खुले बाजार में आने की संभावना है। कैसा रहेगा आज सरसों का मार्केट | देखें सरसों की ताजा रिपोर्ट

साथियो सरकार की खुले बाजार में गेहूं बेचने की घोषणा के बाद से ही गेहूं के भाव में लगभग 500 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट आ चुकी है। दिल्ली लारेंस रोड का गेहू का भाव 3250 से घटकर 2750-75 पर कारोबार कर रहा है। मौसम की चिंता के साथ अभी लगभग 10 से 15 दिन तक गेहूं की कीमतों में और गिरावट आने की संभावना कम है। हालांकि इसके बाद नए गेहूं की आवक का दबाव बढ़ जाएगा और गेहूं के भाव में और गिरावट आ सकती है। यदि तापमान में इसी तरह बढ़ोत्तरी होती रही तो कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिल सकता है।