ग्वार में आगे क्या है उम्मीद | देखे ग्वार की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो ग्वार का सीजन शुरू हुए करीब 5 महीने होने को आये हैं और इस बार की अवधि से कुल उत्पादन का आधे से अधिक माल बाजार में आ चुका है। आप जानकारी के लिए बतादे की अब दैनिक आवक 15 हजार बोरी के आसपास सिमटने लगी है। ग्वार का भाव कम होने का एक कारण है और वो कारण सट्टेबाजी है ग्वार में हो रही सट्टेबाजी के कारण हाजिर मंडियों के किसानों और छोटे व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। इन गतिविधियों से हाजिर का काम करने वाले व्यापारियों में कई बार असमंजस की स्थिति विकसित होती देखी जाती है, WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
लेकिन दूसरी तरफ कुछ विशेषज्ञ लोग उनका उचित मार्गदर्शन कर रहे हैं, जिससे व्यापारी बचे हुए हैं। उत्पादन कम होने के बावजूद सट्टेबाजी कमजोर होने से कई बार व्यापारी विचलित हुए हैं। आप की जेकरि के लिए बतादे जानकारों का कहना है कि नई फसल के साथ गोदामों से भी सौदे हुए हैं, ऐसी कारण से पर्याप्त तेजी नहीं बन पा रही है। इस वर्ष शुरू में ही गम निर्यात में लगभग 25 प्रतिशत वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा था। जो संभवतः ठीक भी है। बढ़ती आवक का सरसों के रेट पर बन रहा दबाव | देखें आज की सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट
जनवरी और फरवरी में निर्यात भी बढ़ने की संभावना है। इसलिए विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल की पहली तिमाही के समाप्त होते अर्थात मार्च के अंत तक ग्वार में तेजी की प्रबल संभावना है। इन दिनों लगभग मंडियों में 5600 से 5700 रुपए ग्वार सीड का भाव है, जो मार्च के अंत तक 7 हजार के स्तर पर जाने की संभावनाएं जताई जा रही है। इसी तरह गम जो साढ़े 11 से 12 हजार के बीच घूम रहा है, उसमें भी 2 से 3 हजार रुपए की तेजी देखने को मिल सकती है। बाकि व्यपार अपने विवेक से करे पाम हुआ 4250 के पार | अखिर कब रुकेगी सरसों में गिरावट | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट