नए सीजन में कितना घटेगा सरसों का उत्पादन | सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट

 

किसान साथियो पिछले कुछ दिनों से सरसों में चल रही कमजोरी के बाद सरसों किसान यह सोचने को मजबूर हो गए है कि नए सीजन में आने वाली सरसों का क्या रहेगा। दरअसल सरसों को लेकर कई तरह का माहौल बना हुआ है। एक तरफ तो पाले के कारण सरसों की फसल में भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं दूसरी तरफ सरसों का रकबा बढ़ने के कारण ज्यादा उत्पादन होने की खबरें भी चल रही हैं। जाहिर सी बात है इससे असमंजस पैदा हो रहा है। इस रिपोर्ट में हम सरसों को लेकर बन रही स्थिति का सही सही अनुमान लगाने की कोशिश करेंगे WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

किसान साथियो इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि पाला पड़ने के कारण सरसों में भारी नुकसान हुआ है। सोशल मीडिया पर सरसों में भारी नुकसान होने की खबरें आम हैं। किसानों ने अपने खेत के और फलियों के फोटो शेयर किए हैं जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे भारत में सरसों में कम से कम 30% का नुकसान जरूर हुआ है। कुछ किसानों ने तो अपनी खड़ी फ़सल पर हल तक चला दिया है। ये वो इलाके हैं जहां पूरी की पूरी फ़सल खराब हो चुकी है। Aaj Ka Narma Ka bhav नरमा और कपास के ताजा मंडी भाव Narma Price Today 26 January 2023

दूसरे पहलू को देखें तो इसमे कोई शक नहीं है कि सरसों का रकबा इस साल बढ़ा है। रकबे को देखते हुए कुछ दिन पहले सरकारी अनुमान आया था कि सरसों का कुल उत्पादन 125 लाख टन के आसपास हो सकता है। लेकिन उसके बाद से स्थिति बहुत बदल चुकी है। पाले के कारण खड़ी फ़सल का सत्यानाश हो चुका है। ऐसे में उत्पादन घटने की पूरी पूरी संभावना है। ताजा स्थिति को देखते हुए मंडी भाव टुडे का अंदाजा है कि सरसों का उत्पादन 100 लाख टन के आसपास हो सकता है है जो कि पिछले साल के 111 लाख टन के उत्पादन से कम रहने वाला है। हालांकि सरसों उत्पादन का सही सही अंदाजा आने वाली 15 फ़रवरी के बाद ही लगाया जा सकेगा। गेहूं हो सकता है सस्ता | खुले बाजार मे 30 लाख टन गेहूं बेचेगी सरकार

जैसा कि आप सबको पता है कि बम्पर उत्पादन की खबरों ने सरसों के भाव का बंटाधार कर दिया हैं। सरसों के भाव जो कि कुछ दिनों पहले 7000 तक पहुँच गए थे आज 6150 तक गिर चुके हैं। सोचने वाली बात यह है कि बम्पर उत्पादन की खबरों ने भाव को गिराया लेकिन नुकसान की खबरों के बाद सरसों में सुधार नहीं देखने को मिला है। इसकी बड़ी वज़ह यही रही है कि कई दिनों से विदेशी बाजारों के साथ-साथ घरेलू बाजार में भी तेल तिलहन बाजार का सेंटिमेंट बिगड़ा हुआ है जिसके कारण यह तेज गिरावट हुई है। कहीं बारिश कहीं ओले | आने वाले 3 दिनों में कैसा रहेगा मौसम

 विदेशी बाजार भी सुस्त चल रहे हैं चीन और मलेशिया के बाजार छुट्टियों के कारण बंद थे इसलिए वहाँ की ताजा अपडेट नहीं मिल पायी है। 1 फ़रवरी आने वाले बजट में अगर सरकार तेल तिलहन के किसानो की मदद के लिए तेल आयात पर दी जा रही शुल्क की छूट को खत्म करती है तो सरसों में थोड़े बहुत सुधार की गुंजाईश बन सकती है। गौरतलब है कि अभी भी किसानो और व्यापरियों के पास पुरानी सरसों का स्टॉक पड़ा हुआ है जिसकी आवक के चलते भाव में तेजी नहीं बन पा रही है। आने वाले सीजन में यदि सरसों का उत्पादन 100 लाख टन से नीचे जाता है तो सरसों में फिर से तेजी बन सकती है। व्यापार अपने विवेक से करें। देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 25 Jan 2023