क्या इस साल ग्वार में 7000 के भाव मिलेंगे | जाने ग्वार की तेजी मंदी रिपोर्ट में
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों आने वाले कुछ दिनों में ग्वार की नई फसल मंडियों में दिखाई देने लगेगी। दोस्तो पिछले कई महीनों से ग्वार का बाजार सुस्त चल रहा है ना ही इसमें कोई तेजी बन रही है और ना ही कोई मंदी का रुझान निकल कर सामने आ रहा है। ग्वार सीड और ग्वार गम के भाव में आयी इस स्थिरता को देखते हुए रोजमर्रा के व्यापारी ग्वार के बाजार में कोई इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं। लेकिन बहुत सारे हमारे ऐसे किसान साथी हैं जिन्होंने ग्वार की खेती लगा रखी है और बहुत सारे ऐसे स्टॉकिस्ट भी हैं जिन्होंने ग्वार को कई सालों से होल्ड करके रखा हुआ हैं। हमने इन साथियों के लिए ही आज यह ग्वार की फंडामेंटल रिपोर्ट बनाई है इस रिपोर्ट में हम ग्वार के बाजार की दिशा दशा का विश्लेषण करेेंगे चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
ताजा मार्केट अपडेट
किसान सरसों सबसे पहले मंडियों के ताजा भाव जान लेते हैं। नोखा मंडी में 25 सितम्बर को ग्वार के न्यूनतम भाव ₹4900 और अधिकतम भाव ₹5430 रहे।बात करें तो 28 सितम्बर के भाव की तो सिवानी मंडी में ग्वार का भाव ₹5460 रहा, राजगढ़ मंडी में ₹5450, बीकानेर अनाज मंडी में ₹5200 से ₹5451 के बीच, श्रीमाधोपुर मंडी में ₹5200 से ₹5300 (पुराना), ऐलनाबाद मंडी में ₹4850 से ₹5248, सुरतगढ़ मंडी में ₹4470 से ₹5320, सिरसा मंडी में ₹4400 से ₹5333, और श्री गंगानगर मंडी में ₹4725 से ₹5350 तक ग्वार के भाव दर्ज किए गए।
वायदा बाजार से क्या आ रही है ख़बर
किसान साथियों, अगर आज के गवार के वायदा बाजार भाव की बात करें तो आज ग्वार में हल्की सी गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट लिखे जाने तक ग्वार सीड का नवंबर वायदा 5785 रुपये प्रति क्विंटल पर चल रहा है और इसमे 38 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है जबकि ग्वार गम का नवंबर वायदा 11640 रुपये प्रति क्विंटल पर चल रहा है उसमें भी 38 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है।
नयी फसल की आवक का क्या होगा असर
साथियो जैसा कि हमने बताया आने वाले कुछ दिनों में नए ग्वार सीड की आवक बढ़ने वाली है जिसके चलते ग्वार वायदा बाजार में आने वाले दिनों में सप्लाई बढ़ने की उम्मीद में दबाव में आ सकती हैं। कुछ मंडियों में नई फसल की आवक शुरू भी हो चुकी है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
निर्यात में वृद्धि का मिल सकता है सपोर्ट
हम मानते हैं कि ग्वार की आवक बढ़ने की स्थिति में बाज़ार पर आवक का दबाव आएगा लेकिन, ग्वार गम के निर्यात में वृद्धि होने की रिपोर्ट से बड़ी गिरावट होने की संभावना सीमित रहेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जुलाई 2024 में ग्वार गम का निर्यात 29% बढ़कर 19.75 हजार टन तक पहुंच गया है।
कुल उत्पादन में हो सकती है कमी
पिछले कई महीनों से ग्वार के भाव लगातार कमजोर चल रहे हैं, इसी के चलते किसानों ने ग्वार की खेती को छोड़कर अन्य खेती की तरफ मुंह मोड़ लिया है। इसलिए ऐसी संभावना है कि इस साल ग्वार के उत्पादन में कमी रह सकती है। ज्यादा बारिश ने भी कुछ जगहों पर ग्वार की खेती को खराब किया है। ग्वार के उत्पादन में कमी की संभावना को देखते हुए, मिलर्स कीमतों में हर गिरावट पर खरीदारी कर सकते हैं, क्योंकि ग्वार सीड का उत्पादन लगभग 8.5 लाख टन होने की संभावना है, जो पिछले साल की तुलना में 15% की गिरावट को दर्शाता है। जुलाई 2024 में ग्वार गम के निर्यात में वृद्धि की हालिया रिपोर्ट बाजार की भावनाओं को समर्थन देने की संभावना है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
कब तक मिलेंगे ग्वार में 7000 के भाव
किसान साथियो फ़िलहाल वायदा बाजार की चाल और मार्केट के सेंटीमेंट को देखें तो ग्वार सीड की कीमतों को ₹5,450 के आसपास सपोर्ट मिल सकता है, जबकि ₹5,790 के आसपास इसका रेजिस्टेंस स्तर माना जाना चाहिए । इसी प्रकार, ग्वार गम की कीमतों को ₹11,100 के आसपास सपोर्ट मिलने की संभावना है, जबकि इसका रेजिस्टेंस स्तर ₹11,800 के आसपास रहेगा। निर्यात बढ़ने और उत्पादन कम रहने की खबरों का बाजार को सहारा जरूर मिल सकता है। अक्टूबर महीने में ग्वार की आवक को देखकर ही सही तेजी मंदी का अनुमान लगाया जा सकेगा। फ़िलहाल बाजार धीरे-धीरे 6000 की तरफ तो जा सकता है लेकिन बड़ी तेजी की यानी 7000 के भाव होने की संभावना ना के बराबर है। व्यापार अपने विवेक से करे
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।