लगातर गिरावट के बाद क्या संभल जाएगा टमाटर का भाव | जाने टमाटर की तेजी मंदी रिपोर्ट में

 

नमस्कार दोस्तों, भाइयों और प्यारे किसान साथियों, स्वागत है आप सभी का मंडी भाव टुडे चैनल पर। आज हम आपको कोलार और महाराष्ट्र से टमाटर के बाजार को लेकर आ रही कुछ जरूरी खबरों से अवगत कराएंगे। बात करेगे कि वहां पर टमाटर किन परिस्थितियों में बिक रहा है और इसके पीछे के क्या कारण हैं। किसान साथियों जैसा की आप जानते है  कोलार का एपीएमसी बाजार एशिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर का बाजार है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से टमाटर की कीमत में उतार-चढ़ाव हो रहा है जून महीने में बारिश और मौसम की विसंगतियों के कारण टमाटर की पैदावार कम रही। उत्तर भारत में वर्षा में वृद्धि के कारण कोलार के टमाटर की कीमत में स्वाभाविक रूप से वृद्धि हुई थी। लेकिन अब जुलाई माह में कोलार जिले में बारिश कम हो रही है, और दूसरी ओर पड़ोसी राज्य आंध्र के कई जिलों के टमाटर की फसल कोलार के बाजार में आ गई है, जिससे बाहरी राज्यों में टमाटर की मांग स्वाभाविक रूप से कम हो गई है।जिससे किसानों की धड़कनें बढ़ गई हैं। वहा अभी तक टमाटर की एक पेटी यहां पर 1000 से 1200 रुपए में बिक रही थी, लेकिन अब कीमत में अचानक गिरावट आ गई है और टमाटर की 15 किलो की पेटी महज आधे और कई बार तो आधे से भी कम दाम में यहां नीलाम हो रही है। रेड ब्यूटी की कीमत में उतार-चढ़ाव से यहां के किसानों और व्यापारियों में स्वाभाविक रूप से खुशी और चिंता का माहौल बन गया है।

बारिश के कारण दक्षिण भारतीय राज्यों में टमाटर की मांग बढ़नी चाहिए थी, लेकिन व्यापारियों ने बाजार में उतार दिया है। तीन महीने के इस सीजन में औसतन करीब 1 लाख पेटी टमाटर बाजार में आते हैं, लेकिन अभी आधी पेटी ही आ रही है। जैसा कि आपको पता है टमाटर आंध्र, तमिलनाडु, चामराजनगर, मैसूर और नीलम मंगला से आता है। तब बाहरी राज्यों में भी टमाटर की मांग स्वाभाविक रूप से कम हो जाती है, जिससे कीमतो पर प्रभाव पड़ता है।

महाराष्ट्र के सतारा से भी आ रही खबरें बता रही हैं कि खराब मौसम और टमाटर की फसल पर विभिन्न कीटों के हमले के कारण बाजार में टमाटर की आवक कम हो गई है। इसके चलते थोक और खुदरा बाजार में कीमतें बढ़ गई हैं। लेकिन फिलहाल इसका फायदा किसानों से ज्यादा व्यापारी और विक्रेताओं को है। इसके विरोध में सतारा जिले के कोरेगांव इलाके में टमाटर उत्पादकों ने आन्दोलन शुरू कर दिया है।

पिछले महीने से शहर में टमाटर के दाम ₹50 प्रति किलो के दायरे में बने हुए थे, लेकिन किसानों को प्रति किलो 30 से 35 रुपए ही मिल रहे थे। कीमत में इतने बड़े अंतर को देखते हुए किसान नाराजगी जता रहे थे। जब कीमत बढ़ती है तो भी वह किसान तक नहीं पहुंच पाती। इसी के चलते यहां के किसानों ने एकजुट होकर "टमाटर हमारा है, दाम हमारा है" आंदोलन शुरू किया है।

फिलहाल इस क्षेत्र के किसान एकजुट हो गए हैं और प्रतिदिन पुणे, मुंबई के बाजारों में थोक विक्रेताओं से बात करके दैनिक रेट का अनुमान लगाते हैं और फिर अपना रेट तय करते हैं। यहां नियम यह है कि इस तय कीमत से कम पर कोई भी टमाटर नहीं बेचेगा। पहले इस क्षेत्र के किसानों से ₹1400 प्रति कैरेट (30 किलो) टमाटर खरीदा जाता था, लेकिन अब किसानों को ₹1800 प्रति कैरेट ( 60 रूपये प्रति किलो)  लने लगे हैं। यह बदलाव किसानों के एकजुट होने से ही हुआ है।

दोस्तो टमाटर के बाजार की खबरों के बाद अब मंडियों में क्या चल रहा है इसकी अपडेट  जान लेते हैं।

आज आजादपुर मंडी से टमाटर के भाव की अपडेट 

नमस्कार दोस्तों, भाइयों और प्यारे किसान साथियों, स्वागत है आप सभी का मंडी भाव टुडे चैनल पर। आज तारीख है 1 अगस्त 2024 और दिन है बृहस्पतिवार का।   आज के टमाटर के बाजार में क्या माहौल है, इस पर चर्चा करते हैं।

मंडी में आज की आवक 

गाड़ी मंडियों में 3-4 बजे पहुंच जाती है, लेकिन आज जाम के कारण गाड़ियां देरी से पहुंची हैं। बंगलोर की गाड़ी 5:10 बजे पहुंची है, और मंडी में लगभग 25 गाड़ियां आ चुकी हैं। जाम के कारण और गाड़ियां भी आ सकती हैं।

  • आज मंडी में कुल 25 गाड़ियां टमाटर की आई हैं।
  • लगभग 17,500 क्रेट्स (25 गाड़ी * 700 क्रेट प्रति गाड़ी) टमाटर मंडी में आए हैं।

मंडी में टमाटर के रेट:

  1. देसी टमाटर (कोलार और चिंतामण):

    • आज के रेट: ₹850 से ₹900 प्रति 25 किलो क्रेट
    • कल के रेट: ₹1000 से ₹1050 प्रति 25 किलो क्रेट
  2. हाइब्रिड टमाटर (नारायण गांव):

    • आज के रेट: ₹1000 से ₹1050 प्रति 25 किलो क्रेट
    • कल के रेट: ₹1100 से ₹1150 प्रति 25 किलो क्रेट
  3. महाराष्ट्र के टमाटर:

    • संगम नेहर का टमाटर: ₹900 प्रति 25 किलो क्रेट
    • जयसिंहपुर का टमाटर: ₹800 प्रति 25 किलो क्रेट
    • नारायणगांव का देसी टमाटर: ₹850 से ₹900 प्रति 25 किलो क्रेट

कुल मिलाकर, आज मंडी में टमाटर की कीमतें और माल की गुणवत्ता ठीक-ठाक है। बंगलोर के अच्छे माल की कीमत 1050 से 1100 रुपये तक है, जबकि हल्के माल की कीमत कम है। महाराष्ट्र की गाड़ियां भी मंडी में आई हैं, और बारिश के कारण माल की आवक कम है, लेकिन जैसे ही मौसम खुलेगा, माल की आवक बढ़ेगी। महाराष्ट्र के हाइब्रिड टमाटर की कीमत 500 से 900 रुपये तक है। 

बारिश का बाजार पर प्रभाव:

कल शाम 7:00 बजे से रात 12:00 बजे तक लगातार दिल्ली में भारी बारिश हुई, जिससे शाम की दुकानदारी प्रभावित हुई। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, और हरिद्वार तक बारिश हुई है, जिससे मंडी में आने वाले ग्राहकों की संख्या कम हो गई। बारिश की वजह से मंडी में आने वाले टमाटर की क्वालिटी और मात्रा दोनों पर असर पड़ा है। लगातार बारिश के कारण बाजार में गिरावट देखी जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और अन्य इलाकों में भी बारिश हो रही है, जिससे टमाटर की फसल पर असर पड़ा है। अगले कुछ दिनों में भी बाजार में थोड़ी-बहुत गिरावट रहने की संभावना है। इस समय टमाटर के बाजार में बारिश का प्रभाव साफ देखा जा सकता है, जिससे टमाटर की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो रहा है।

उम्मीद है कि यह महीना देशभक्ति और त्योहारों का महीना है, सावन का महीना है, तो भोलेनाथ से प्रार्थना है कि किसान भाइयों की फसल अच्छी हो और उन्हें उचित मूल्य मिले।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।